यमुना प्राधिकरण
यीडा क्षेत्र में बेव्यू फिल्म सिटी पर गहराता संकट : भूटानी बिल्डर की कॉमर्शियल भूखंड को बेचने की कोशिशों में कहीं निरस्त न हो जाए फिल्म सिटी प्रोजेक्ट
Deepening crisis on Bayview Film City in YIDA area : The film city project may get cancelled due to the efforts of Bhutanese builder to sell the commercial plot

राजेश बैरागी, वरिष्ठ पत्रकार
Panchayat 24 : क्या यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण क्षेत्र में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट फिल्म सिटी कंशेसनायर बिल्डर भूटानी की बिल्डर मानसिकता की भेंट चढ़ जाएगा?लगभग एक वर्ष पहले 27 जून 2024 को पूरे उत्साह के साथ एक भव्य समारोह में कंसेशनायर एग्रीमेंट होने के बावजूद सेक्टर 21 स्थित 231 एकड़ के भूखंड संख्या आईएफसी-01 में फिल्म सिटी के शिलान्यास को लेकर कोई हलचल नहीं है। इस भूखंड के ले आउट प्लान में केवल चार एकड़ भूमि फिल्म सिटी के उपयोग के लिए कॉमर्शियल एक्टीविटीज हेतु निर्धारित है।
सूत्रों के अनुसार भूटानी बिल्डर अन्य बिल्डरों की भांति फिल्म सिटी के समूचे भूखंड के लगभग तिहाई हिस्से (75 एकड़)को कॉमर्शियल प्रॉपर्टी के तौर पर बेचने की जुगत में लगा हुआ है। सूत्र बताते हैं कि इसके लिए बाकायदा बाजार से पैसा भी उगाह लिया गया है। बिल्डर द्वारा इस हिस्से की प्राधिकरण से लीज कराने का प्रयास कर रहा है जिससे वह अपने प्रयासों में सफल हो सके। हालांकि कंशेसनायर एग्रीमेंट में फिल्म सिटी प्रोजेक्ट के भूखंड को टुकड़ों में लीज अथवा सब-लीज करने का प्रावधान नहीं है। बताया गया है कि बिल्डर द्वारा अधिक चिल्ल-पों मचाने पर पिछले दिनों प्राधिकरण ने फिल्म सिटी प्रोजेक्ट के चेयरमैन बोनी कपूर को बुलाकर स्थिति स्पष्ट कर दी थी।
इसके बाद भी बिल्डर द्वारा लखनऊ से फोन करा कर अपने मंसूबों में कामयाब होने का प्रयास किया गया। अब प्राधिकरण बिल्डर की गलत मंशा के दृष्टिगत कंशेसनायर एग्रीमेंट और भूखंड आवंटन निरस्त करने पर भी विचार कर रहा है।इस समूची कहानी को ऐसे भी समझा जा सकता है कि फिल्म सिटी जैसे प्रोजेक्ट में एक बिल्डर की क्या भूमिका हो सकती है। इसलिए फिल्मी दुनिया के एक सुप्रसिद्ध व्यक्ति बोनी कपूर को बिल्डर द्वारा मोहरा बना कर यह प्रोजेक्ट हथिया लिया गया है।माना जा रहा है कि बोनी कपूर का इस प्रोजेक्ट में कोई वित्तीय सहयोग नहीं है और बिल्डर का फिल्म सिटी से कुछ लेना-देना नहीं है।
बिल्डर की निगाह फिल्म सिटी के लिए पहले घोषित एक हजार एकड़ भूमि पर थी परंतु बाद में इसे 231 एकड़ तक सीमित कर दिया गया। फिल्म सिटी के निर्माण से बिल्डर को तत्काल लाभ होगा नहीं बल्कि उसे एक बड़ी धनराशि लगानी होगी। बहरहाल फिलहाल यह कशमकश जारी है कि फिल्म सिटी का यह प्रोजेक्ट परवान चढ़ेगा या एक बार फिर फिल्म सिटी के नये निर्माता की खोज शुरू होगी।