योगीआदित्यनाथ के मंत्रियों ने सरकार की सिरदर्दी बढ़ाई, एक ने गृहमंत्री को भेजा इस्तीफा, दूसरा नाराज, तीसरे नाराजगी के बावजूद शांत
Yogi Adityanath's ministers increased the government's headache, one sent the resignation to the Home Minister, the second angry, the third calm despite the displeasure
Panchayat 24 : उत्तर प्रदेश की योगीआदित्यनाथ की सरकार के लिए उन्हीं के मंत्री सिरदर्द बढ़ा रहे हैं। सरकार के मंत्रियों की नाराजगी के बाद सरकार के लिए असहज स्थिति को लेकर मंगलवार को पूरे दिन सत्ता के गलियारों में दिन भर चर्चा होती रही। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार उत्तर प्रदेश सरकार में जलशक्ति (इरीगेशन एंड वाटर रिसोर्सेज डिपार्टमेंट) राज्यमंत्री दिनेश खटीक ने इस्तीफा देने की पेशकश की है। उन्होंने अपना इस्तीफा देश के गृहमंत्री अमितशाह को भेजा है। हालांकि अभी तक इस बात की अधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। वहीं उत्तर प्रदेश सरकार में लोक निर्माण विभाग मंत्री जितिन प्रसाद भी नाराज बताए जा रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट की माने तो वह भी केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात कर सकते हैं। इतना ही नहीं स्वास्थ्य विभाग में ट्रांसफर पोस्टिंग को लेकर जो भ्रष्टाचार की खबरें सामने आई थी उसके बाद केबिनेट मंत्री ब्रजेश पाठक भी नाराज बताए जा रहे हैं।
क्यों नाराज हैं दिनेश खटीक ?
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश सरकार के जलशक्ति राज्य मंत्री दिनेश खटीक ने आरोप लगाया है कि मैं दलित हूं, इसलिए मेरे बातों को अधिकरी नहीं सुनते। मुझे विभाग में होने वाली कार्रवाईयों के बारे में भी जानकारी नहीं देते। मेरे आदेशों का पालन नहीं किया जाता। मनमानी करके विभाग में भ्रष्टाचार किया जा रहा है। अधिकारियो से पत्राचार का कोई जवाब नहीं मिलता। यदि फोन करता हूं तो मेरे फोन को काट दिया जाता है। विभाग में कौन कौन सी योजनाएं चलाई जा रही हैं, इनकी जानकारी भी मुझे नहीं दी जाती। गृहमंत्री को सौंपे गए अपने इस्तीफे में दिनेश खटीक ने कहा है कि केवल सरकारी गाड़ी मिल जाना ही मंत्री पद का निर्वहन नहीं होता है। उनका कहना है कि सरकार गठन के सौ दिन होने के बाद भी उन्हें कोई जिम्मेवारी तथा कार्य नहीं सौंपा गया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार दिनेश खटीक ने कहा है कि न तो उनके विभाग के वरिष्ठ मंत्री ही उनकी बात सुनते हैं और न ही वरिष्ठ अधिकारी।
क्यों नाराज हैं जितिन प्रसाद ?
वहीं, कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले जितिन प्रसाद को लेकर भी नाराजगी की खबरें चर्चा में बनी हुई हैंं। जितिन प्रसाद वर्तमान में उत्तर प्रदेश सरकार में लोक निर्माण विभाग के केबिनेट मंत्री हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार हाल ही में लोक निर्माण विभाग में ट्रांसफर पोस्टिंग को लेकर भ्रष्टाचार और अनियमित्ताओं की बातें सामने आई थी। मामले का संज्ञान लेकर मुख्यमंत्री ने मामले की जांच के लिए एक कमेटी बनाई थी। कमेटी की रिपोर्ट के बाद सरकार ने जितिन प्रसाद के ओएसडी अनिल पांडे को भ्रष्टाचार के आरोप में पद से हटा दिया था। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार जितिन प्रसाद इससे नाराज हैं। बता दें कि अनिल पांडे को दिल्ली से अपना ओएसडी बनाने के लिए जितिन प्रसाद ही लखनफ लेकर आए थे। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अनिल पांडे पर हुई इस कार्रवाई की जानकारी जितिन प्रसाद को भी नहीं दी गई। इससे जितिन प्रसाद नाराज बताए जा रहे हैं। उनका कहना है कि यह उनके विभाग में हस्तक्षेप है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार जितिन मामले को लेकर दिल्ली जा सकते हैं और पार्टी के आला अधिकारियों से मुलाकात कर सकते हैं।
क्यों नाराज हैं स्वास्थ्य डिप्टी सीएम और स्वास्थ्य मंत्री ?
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक के बारे में भी उनकी नाराजगी की खबरें चर्चा में हैं। बताया जा रहा है कि हाल ही में स्वास्थ्य विभाग में हाल ही में ट्रांसफर पोस्टिंग को लेकर कई तरह की खबरें सामने आई थी। इससे सरकार की जीरो टोलरेंस और जीरो क्रप्शन की छवि पर छींटे पड़े थे। उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने इस पूरे मामले पर कड़ी प्रतिक्रया व्यक्त की थी। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों से ब्रजेश पाठक के सम्बन्धों में तनाव आ गया था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले की जांच के आदेश दिए थे।
मंत्रियों की नाराजगी के पीछे अफसरशाही की अहम भूमिका
उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ की सरकार के मंत्रियों दिनेश खटीक, जितिन प्रसाद और ब्रजेश पाठक की नाराजगी की मुख्य वजह उनके विभागों के आला अधिकारी बताए जा रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इनके विभागों के आला अधिकारी मंत्रियों के आदेशों और निर्देशों को बहुत अधिक तवज्जों नहीं दे रहे हैं। इसका अनुमान दिनेश खटीक के गृहमंत्री अमित शाह को भेजे गए इस्तीफे में कही गई बातों से भी लगाया जा सकता है। वहीं ट्रांसफर पोस्टिंग को लेकर अनियमित्ताओं को लेकर मुख्यमंत्री के आदेश पर जांच के लिए बनाई गई कमेटी में जितिन प्रदसाद के ओएसडी अनिल पांडे को भी उनके पद से हटा दिया गया है। उन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं। वहीं मीडिया रिपोर्ट की माने तो चिकित्सा विभाग के वरिष्ठ अधिकरी अमित मोहन प्रसाद और उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के बीच तनातनी चल रही है।