यीडा की 87वीं बोर्ड बैठक : प्राधिकरण ने किसानों को बांटा 2925 करोड़ अतिरिक्त मुआवजा, फिर भी हुआ 1564 करोड़ का लाभ
YEIDA's 87th Board Meeting: The authority distributed an additional compensation of Rs 2925 crore to farmers, yet still made a profit of Rs 1564 crore.

Panchayat 24 (ग्रेटर नोएडा) : यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण की 87वीं बोर्ड बैठक संपन्न हुई। बैठक प्राधिकरण के अध्यक्ष आलोक कुमार की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। इस दौरान प्राधिकरण के सीईओ राकेश कुमार सिंह सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। बैठक में कई अहम फैसले लिए गए। इस दौरान बताया गया कि प्राधिकरण ने भूमि अधिग्रहण से प्रभावित किसानों को अभी तक 64.7 प्रतिशत अतिरिक्त मुआवजे के तौर पर 2925.06 करोड़ रूपये का वितरण किया है।
इसके बावजूद प्राधिकरण को साल 2023-24 के 518.08 करोड़ के लाभ सापेक्ष 2024-25 में लगभग तीन गुना अर्थात 1564.19 करोड़ रूपये का लाभ हुआ है। इसके अतिरिक्त प्राधिकरण को चालू वित्त वर्ष में 31 अक्टूबर 2025 तक 1746.38 करोड़ की पूंजीगत प्राप्ति हुई है। बोर्ड बैठक में औद्योगिक पार्कों की स्थिति के बारे में बताते हुए हुए यहां तेजी से आवंटित भूखंडों पर औद्योगिक इकाइयों को शुरू करने की रणनीति से भी अवगत कराते हुए कहा कि दिसंबर 2026 तक पांच महत्वपूर्ण पार्कों में लगभग अधिकांश इकाइयों को शुरू कर दिया जाएगा। आवासीय सेक्टर 22 डी व संस्थागत सेक्टर 22 ई के बीच पेरिफेरल रोड के निर्माण को भी बोर्ड ने अपनी स्वीकृति प्रदान कर दी है। दोनों सेक्टरों में अधिकतर भूखंड आवंटित हो चुके हैं। सड़क 45 मीटर चौड़ी होगी। इससे सेक्टर में आने जाने वालों को लाभ होगा।
सीईओ राकेश कुमार सिंह ने बताया कि बोर्ड बैठक में किसानों से संबंधित विषयों पर भी चर्चा हुई। उन्होंने बताया कि भूमि अधिग्रहण एवं अधिग्रहण से प्रभावित 29 गांवों के 6260 किसानों को भी सात प्रतिशत विकसित भूखंड के लिए आरक्षण पत्र जारी किए जा चुके हैं। इसके अतिरिक्त 4171 किसान भूखंडों का नियोजन भी संपन्न हो चुका है। शेष भूखंडों का नियोजन भी जल्द सम्पन्न किया जाएगा। इसके लिए तेजी से काम किया जा रहा है।
यीडा तेजी से अपने अलीगढ़, मथुरा एवं आगरा तथा हाथरस आदि के अधिसूचित क्षेत्र पर विकास कार्यों की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। इसके चलते प्राधिकरण सेक्टर-18 में केन्द्रीय एवं अलीगढ़, मथुरा तथा आगरा में क्षेत्रीय कार्यालय बनाएगा। सिक्का एसोसिएट से मानचित्र तैयार किया है। बोर्ड बैठक के दौरान इसका प्रस्तुतिकरण किया गया जिसके बाद बोर्ड ने इसको अपनी स्वीकृति प्रदान कर दी। यहां कार्यालय के अतिरिक्त पार्किंग, सभागार एवं स्टॉफ हाउसिंग भी बनाए जाएंगे। मथुरा में अस्थाई तौर पर प्राधिकरण कार्यालय काम भी कर रहा है।
राकेश कुमार सिंह ने बताया कि प्राधिकरण क्षेत्र में जल्द ही जेवर में स्थित नोएडा अन्तर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट का संचालन शुरू होने जा रहा है। इसके बाद यहां परिवहन एवं यातायात के साधनों में वृद्धि होगी। ऐसे में वाहनों से होने वाले प्रदूषण से बचने के लिए एनटीपीसी प्राधिकरण क्षेत्र में पांच हाईड्रोजन बसें संचालित करने के प्रस्ताव को बोर्ड ने स्वीकृत कर लिया गया है। प्राधिकरण बसों के संचालन की जिम्मेवारी उठाएगा।
ईंधन, टिकट, चालक एवं परिचालक की व्यवस्था और परमिट आदि की व्यवस्था प्राधिकरण ही करेगा। यात्रियों से वसूला जाने वाले शुल्क से परिचालन खर्च को काटकर शेष राशि एनटीपीसी को दी जाएगी। यह बसें दिल्ली एवं आगरा रूट पर चलेंगी। हाईड्रोजन बसों में एक बार ईंधन भरने के बाद छ: किमी तक की दूरी तय करेती हैं। हाईड्रोजन बसों के संचालन के प्रस्ताव के अनुमोदन के बाद प्राधिकरण एवं एनटीपी के बीच एक एमओयू का गठन किया जाएगा।
प्राधिकरण ने अमिताभ कांत समिति की सिफारिशों के आधर पर 11 बिल्डर परियोजनाओं को लिगेसी स्टॉल्ट रियल एस्टेट प्रोजेक्ट नीति लागू की गई। इसके अन्तर्गत कुल सात परियोजनाओं को लाभ दिया गया था। इसके सापेक्ष प्राधिकरण को 25 प्रतिशत धनराशि के तौर पर 402.50 करोड़ रूपये प्राप्त हुए हैं। आगामी एक साल में प्राधिकरण को 671.59 करोड़ रूपये और प्राप्त होंगे। उक्त सात प्रोजेक्ट्स में 6828 रजिस्ट्री होनी है। प्राधिकरण जुलाई 2025 तक 401 रजिट्री करा चुका है।
इसके अतिरिक्त बोर्ड बैठक में अहम निर्णय लेते हुए यीडा के सेक्टर में भूखंड, ढांचागत सुविधाओं की सूचना ऑनलाइन करने की बात कही गई। प्राधिकरण के चैयरमेन आलोक कुमार ने शुक्रवार को वन मैन यीडा पोर्टल का नागरिकों के लिए शुभारंभ किया। इसके जरिये जिये मैपिंग, जियो टैगिंग, जियो रेफरेंस, जमीन के खसरा नंबर, सेक्टर का लेआउट प्लान, यूटिलिटी, लैंड बैंक समेत अन्य कई जानकारी उपलब्ध कराई गई है।
कुल मिलाकर यीडा की यह बोर्ड बैठक प्राधिकरण की आर्थिक हालत में लगातार हो रहे सुधार के साथ यहां तेजी से होने वाले विकास पर केन्द्रित रही है। बैठक में लिए गए अहम निर्णयों के आधार पर उम्मीद की जा रही है कि निकट भविष्य में प्राधिकरण के द्वारा विकास के कार्यों को रफ्तार दी जाएगी। ऐसे में बाजार में भविष्य में यीड़ा की सम्पत्तियों की कीमतों में तेजी आने की संभावना व्यक्त की जा रही है जो कि निवेशकों के लिए शुभ संकेत है।


