यूपीआईटीएस 2025: वैश्विक परिदृश्य में भारत की अर्थव्यवस्था का संबल बनेगा यूपी, व्यापार मेले में दुनिया देखेगी क्षमता
UPITS 2025: UP will become the strength of India's economy in the global scenario, the world will see its potential in the trade fair

Panchayat 24 (ग्रेटर नोएडा) : उत्तर प्रदेश इंटरनेशनल ट्रेड शो (यूपीआईटीएस-2025) के आयोजन को लेकर प्रदेश सरकार काफी उत्साहित है। 25 से 29 सितंबर तक ग्रेटर नोएडा स्थित इंडिया एक्सपोमार्ट में आयोजित होने वाले इस आयोजन में उत्तर प्रदेश की आर्थिक क्षमताओं से दुनिया का परिचय होगा। यूपीआईटीएस-2025 का तीसरा संस्करण इस बार केवल एक व्यापार मेला नहीं रहेगा, बल्कि यह बदलते वैश्विक आर्थिक परिदृश्य में उत्तर प्रदेश और भारत के लिए नए अवसरों का मंच भी बनेगा।
विदेशी खरीदारों पर विशेष फोकस
जिलाधिकारी गौतमबुद्धनगर मेधा रूपम ने प्रेस वार्ता में स्पष्ट किया कि यूपीआईटीएस 2025 का प्राथमिक फोकस विदेशी खरीदारों को आकर्षित करने और उद्योग–अकादमिक साझेदारी को मजबूत करने पर होगा। यह दिशा इसलिए भी अहम है क्योंकि अमेरिकी टैरिफ़ के चलते कई अंतरराष्ट्रीय कंपनियाँ चीन और अन्य एशियाई देशों से विकल्प तलाश रही हैं। उत्तर प्रदेश के ओडीओपी उत्पाद, एमएसएमई और आईटी क्षेत्र उनके लिए प्रतिस्पर्धी विकल्प प्रदान कर सकते हैं।
दो जीएसटी स्लैब समाप्त होने के बाद बढ़ेगा व्यापारिक लाभ
हाल ही में केंद्र सरकार ने जीएसटी ढाँचे को सरल बनाते हुए दो प्रमुख स्लैब समाप्त कर दिए हैं। इसका सीधा लाभ उद्योगों और उपभोक्ताओं दोनों को मिलेगा। राज्य में एमएसएमई इकाइयाँ, हस्तशिल्प, टेक्सटाइल और इलेक्ट्रॉनिक निर्माण क्षेत्र इससे अधिक प्रतिस्पर्धी होंगे। कर सरलीकरण से उत्पादन लागत घटेगी और निवेशकों को उत्तर प्रदेश अधिक आकर्षक गंतव्य के रूप में दिखेगा।
संस्कृति, खानपान और तकनीक का संगम
यूपीआईटीएस 2025 में जहाँ व्यापार और निवेश के अवसरों पर जोर होगा, वहीं उत्तर प्रदेश की संस्कृति, शिल्प और खानपान को भी वैश्विक मंच पर प्रदर्शित किया जाएगा। इंटरैक्टिव गतिविधियाँ – जैसे बैटल ऑफ बैंड्स, एआई और रोबोटिक्स प्रतियोगिताएँ, बिज़नेस आइडिया कॉन्टेस्ट – इसे पारंपरिक व्यापार मेले से अलग एक जीवंत आयोजन बनाएँगी।
वैश्विक निवेश गंतव्य के रूप में उत्तर प्रदेश
आईईएमएल चेयरमैन डॉ. राकेश कुमार ने कहा कि “यूपीआईटीएस एक अनोखा मंच है, जो व्यापार, परंपरा और तकनीक को जोड़ता है। यह किसी अन्य राज्य में इस स्वरूप में आयोजित नहीं होता।” वहीं, सीईओ सुदीप सरकार ने भरोसा दिलाया कि प्रदर्शकों और आगंतुकों को विश्वस्तरीय सुविधाएँ और सुगम अनुभव उपलब्ध कराया जाएगा।
वन ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी की ओर कदम
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के एक ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी के विज़न को साकार करने में यूपीआईटीएस 2025 एक उत्प्रेरक साबित हो सकता है। अमेरिकी टैरिफ़ के बाद बने नए व्यापार समीकरणों और जीएसटी सरलीकरण से राज्य की औद्योगिक ताकत और अधिक मजबूत होगी। ग्रेटर नोएडा इस दिशा में वैश्विक निवेश और निर्यात विस्तार का केंद्र बनने की ओर अग्रसर है।