सेंट्रल नोएडा जोन

फर्जी रॉ अधिकारी को यूपी एसटीएफ ने किया गिरफ्तार, मेजर और कर्नल बनकर किराए पर लेता था मकान

UP STF arrests fake RAW officer, who used to rent houses by posing as Major and Colonel

Panchayat 24 (ग्रेटर नोएडा/लखनऊ) : उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए स्वयं को रॉ अधिकारी बनाने वाले एक व्‍यक्ति को ग्रेटर नोएडा स्थित पैरामाउंट गोल्‍फ फोरेस्‍ट से गिरफ्तार किया गया है। आरोपी स्‍वयं को सेना का मेजर और कर्नल बताकर मकान किराए पर लेता था। आरोपी के पास से बड़ी संख्या में फर्जी पहचान पत्र, सरकारी आईडी, बैंक दस्तावेज, चेकबुक, डेबिट कार्ड और अन्य कूटरचित कागजात बरामद हुए हैं। एसटीएफ और नोएडा पुलिस उसके नेटवर्क, फर्जी कंपनियों, बैंक लेन–देन और अन्य संदिग्ध गतिविधियों की गहन जांच कर रही है। एसटीएफ का कहना है कि आरोपी द्वारा सुरक्षा एजेंसियों के नाम का दुरुपयोग गंभीर मामला है और इससे जुड़े अन्य लोगों की तलाश जारी है। अग्रिम कानूनी कार्रवाई के लिए आरोपी को सूरजपुर पुलिस को सौंप दिया गया है।

क्‍या है पूरा मामला ?

जानकारी के अनुसार 18 नवंबर को एसटीएफ को सूचना मिली कि ग्रेटर नोएडा स्थित पैरामाउंट गोल्फ फॉरेस्ट सोसाइटी में रहने वाला व्यक्ति कई महीनों से खुद को रॉ और सेना का अधिकारी बताकर संदिग्ध गतिविधियां कर रहा है। एसटीएफ नोएडा की टीम ने मुखबिर की सूचना पर मौके पर पहुंचकर पूछताछ की और ठोस सबूत मिलने पर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसने 2012 में पोस्ट ग्रेजुएशन किया था। वह अलग–अलग संस्थाओं में स्वयं को सेना व रॉ अधिकारी बताकर प्रभाव जमाता था और फर्जी दस्तावेजों के आधार पर लक्जरी फ्लैट किराए पर लेता था।

एसटीएफ के अनुसार आरोपी ने हैप्‍पी मेंटल हेल्‍थ सर्विस, फेसटम 24 टेक्‍नोलॉजीऔर लो प्राइवेट लिमिटेड और लोकली टेक्‍नोलॉजी प्राइवेट के नाम से तीन कंपनियां बना रखी थी।  वह इन कंपनी खातों में भारी रकम ट्रांसफर करवाकर उनकी वैल्यूएशन बढ़ाने और शेयर मार्केट में उतारने की योजना बना रहा था। जांच में पता चला कि आरोपी पिछले 10 महीनों में हप्‍पु मेंटल हेल्‍थ सर्विस कंपनी के खाते में 3 करोड़ रुपये से अधिक का लेन-देन हुआ है। आरोपी इस कंपनी की वैल्‍यूएशन बढ़ाकर कंपनी को पब्लिक कंपनी के रूप में शेयर मार्केट में लिस्‍ट कराना चाहता था जिससे निवेश के रूप में भारी भरकम धनराशि प्राप्‍त की जा सके।  आरोपी ने फर्जी नामों से कई बैंक खातों में 40 लाख रुपये तथा एक अन्य खाते में 41 लाख रुपये ट्रांसफर कराए।

आरोपी से बरामद सामान

आरोपी के पास से पुलिस को 5 फर्जी पैन कार्ड, 3 फर्जी वोटर आईकार्ड, 2 फर्जी अधिकारिक आईडी ( इनमें कैबिनेट सचिवालय भारत सरकार, नेशनल सिक्‍योरिटी काउंसिल), 1 दिल्‍ली पुलिस का फर्जी वेरिफिकेशन पत्र, 8 क्रेडिट और डेबिट कार्ड, 2 आधार कार्ड की प्रति, 2 वोटर आईडी, 2 बैंक स्‍टेटमेंट, 3 लैपटॉप और 2 टैबलेट बरामद की हैं। इसके अतिरिक्‍त कई विभागों के कूटरचित स्टेट एग्रीमेंट कई रजिस्ट्री दस्तावेज, डायरी एवं कंपनियों के रजिस्ट्रेशन पेपर भी आरोपी के पास से मिले हैं।

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