ग्रेटर नोएडा जोन

संपत्ति कब्‍जाने के आरोप में रणदीप भाटी गिरोह के दो सदस्‍य गिरफ्तार, एक आरोपी हरियाणा के एक गिरोह से भी जुड़ा

Two members of Randeep Bhati gang arrested on charges of property grabbing, one accused is also associated with a gang from Haryana

Panchayat 24 : नोएडा एसटीएफ ने कुख्‍यात रणदीप भाटी‍ गिरोह के दो सदस्‍यों को नॉलेज पार्क कोतवाली पुलिस के साथ संयुक्‍त कार्रवाई में गिरफ्तार किया है। आरोपियों पर लोगों को डरा धमकाकर उनकी सम्‍पत्तियों पर अवैध कब्‍जा करने, धोखाधड़ी करने, अवैध वसूली करना तथा न्‍यायालय के आदेश की अवहेलना करने का आरोप है। गिरफ्तार एक आरोपी पर हरियाणा के हिमांशु उर्फ भाउ गिरोह से जुड़ा होने का भी आरोप है। पुलिस मामले में विधिक कार्रवाई कर रही है। मामला नॉलेज पार्क कोतवाली क्षेत्र का है।

क्या है पूरा मामला ?

एसटीएफ के अपर पुलिस अधीक्षक राजकुमार मिश्रा ने बताया कि उत्‍तर प्रदेश एसटीएफ को शिकायत मिली थी कि रणदीप भाटी गिरोह के कुछ सदस्‍य लोगों को डरा धमकाकर उनकी जमीनों और दुकानों पर कब्‍जा कर रहे हैं। कब्‍जा छोड़ने की एवज में आरोपी रूपयों की मांग कर रहे हैं। एसटीएफ की जांच में शिकायत में लगाए गए आरोप सही पाए गए। राजकुमार मिश्रा के अनुसार सोनू निवासी मोमनाथल और वीरेन्‍द्र पोसवाल निवासी कपसाई जिला बुलन्‍दशहर को पूछताछ के लिए लाया गया। पूछताछ के दौरान आरोपियों पर लगे आरोपों की पुष्टि हो गई जिसके बाद उन्‍हें गिरफ्तार कर लिया गया। सोनू के पिता संजय मोमनाथल पूर्व में खनन माफिया रहा है। वहीं, उसके बड़ा भाई भूपेन्‍द्र हिस्‍ट्रीशीटर है और दादरी में साल 2019 में हुए धर्मी हत्‍याकांड के आरोप में जेल जा चुका है। गिरफ्तार आरोपी सोनू पूर्व में नॉलेज पार्क एवं सेक्‍टर-146 कोतवाली क्षेत्र से जेल जा चुका है।

वहीं, दूसरा आरोपी वीरेन्‍द्र पोसवाल पूर्व ग्रेटर नोएडा में ठेकेदारी करता था। वह संजय मोमनाथल के संपर्क में आकर रेत की सप्‍लाई करने लगा था। साल 2022 में वह रणदीप भाटी गिरोह के संपर्क में आ गया था। इसके बाद से ही उसने भूपेन्‍द्र मोमनाथल एवं संजय के साथ मिलकर खाली पड़े प्‍लॉटो, दुकानों पर कब्‍जा कर उनके मालिकों से रंगदारी मांगनी शुरू कर दी थी। विवादित संपत्तियों में दखल देकर वसूली करते थे।

एसटीएफ के अनुसार वीरेन्‍द्र ने सोनू एवं भूपेन्‍द्र के साथ मिलकर मोमनाथल में कई दुकानों का ताला तोड़कर कब्‍जा कर लिया था। कब्‍जा छोड़ने की एवज में दस लाख रूपये की मांग की जा रही थी। साल 2019 में सोनू एवं भूपेन्‍द्र आदि लोगों की कुछ संपत्तियों को कुर्क किया था। न्‍यायालय की अवमानना करके संपत्तियों पर लगी सील हटाकर किराए पर देकर सोनू एवं भूपेन्‍द्र आर्थिक लाभ प्राप्‍त कर रहे थे। सोनू हरियाणा के हिमांशु उर्फ भाउ के गिरोह से भी जुड़ा हुआ था। विपक्षी गिरोह के साथ हुई फायरिंग में भाउ गिरोह का सदस्‍य राहुल बेरी घायल हो गया था। सोनू ने उसको अपने फार्म हाऊस पर शरण देकर उपचार कराया था।

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