कर्ज उतारने के लिए अपने ही बनाए जाल में फंस गया कलैक्शन एजेंट, जानिए क्या है पूरा मामला ?
The collection agent got trapped in his own trap to repay the loan, know what is the whole matter?

Panchayat 24 : ग्रेटर नोएडा जोन में पुलिस ने चौकाने वाला खुलासा किया है। सेक्टर बीटा-2 कोतवाली पुलिस ने साईट-4 में कलैक्शन एजेंट से हुई लूट मामले में मुठभेड़ के बाद दो आरोपियों सहित कुल तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने लूट की 9 लाख रूपये की रकम को भी बरामद कर लिया है। एक आरोपी फरार चल रहा है। पुलिस आरोपी की तलाश कर रही है। आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने एक कार और तमंचा भी बरामद कर लिया है। कानूनी कार्रवाई कर पुलिस ने आरोपियों को जेल भेज दिया है
क्या है पूरा मामला ?
दरअसल, कोतवाली सेक्टर बीटा-2 क्षेत्रान्तर्गत साइट-4 में स्थित कम्पनी श्री कृष्णा लेमिनेटस कम्पनी जी-16 साइट-4 से दिल्ली स्थित टीसीएस मार्केटिंग ए-6 मंगोलपुरी औद्योगिक क्षेत्र द्वारा अपने कैश कलैक्शन एजेंट संतोष निवासी कीर्ति नगर को कैश लेने के लिए ग्रेटर नोएडा भेजा था। वह अपनी निजी ब्रेजा कार में सवार होकर ग्रेटर नोएडा पहुंचा था। उसने श्री कृष्णा ग्रेटर नोएडा से 9 लाख रूपये कैश प्राप्त कर कार में रख लिए। वह ग्रेटर नोएडा से लौट ही रहा था कि साइट-4 स्थित मोटर्स के शोरूम के बराबर में मोटर साइकिल सवार दो बदमाशों ने कार को रूकवाकर कार चालक संतोष को पिस्टल दिखाकर कार में रखा 9 लाख रूपये से भरा बैग लूटकर कर फरार हो गए। सूचना पाकर आला पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने मामला दर्ज कर सीसीटीवी कैमरों की मदद से घटना की जांच शुरू कर दी।
घटना के अनावरण के लिए दो सौ से अधिक कैमरों को खंगाला गया
डीसीपी ग्रेटर नोएडा जोन साद मिया खां के अनुसार घटना के सफल अनावरण के लिए सेक्टर बीटा-2, ईकोटेक-1 कोतवाली एवं स्वाट टीम की अलग अलग टीमें गठित की गयी थी। पुलिस टीमों द्वारा संदिग्धों से पूछताछ घटनास्थल एवं घटनास्थल से आने जाने वाले रास्तों पर लगे 200 से भी अधिक सीसीटीवी फुटेजों की जांच की। सर्विलांस की सहायता कई संदिग्ध नंबरों की भी जांच की गई। इस घटना को अंजाम देने के आरोप में पुलिस ने चन्दन, कलैक्शन एजेंटसन्तोष कुमार और नितेश शर्मा गिरफ्तार कर लिया। लूट की रकम बरामदगी के दौरान एक आरोपी ने अवैध तमंचे से पुलिस टीम पर फायरिंग कर फरार होने का प्रयास किया। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई कर आरोपी को दबोच लिया। पैर में पुलिस की गोली लगने से आरोपी घायल हो गया।
आरोपी कलैक्शन एजेंट ने क्यों बनाई खुद की लूट की योजना ?
डीसीपी ग्रेटर नोएडा जोन साद मिया खां के अनुसार कलैक्शन एजेंट ने अपने भतीजे चंदन और दोस्त नितेश के साथ मिलकर फर्जी लूट की योजना बनाई थी। पूछताछ के दौरान कलैक्शन एजेंट संतोष ने पुलिस को बताया कि उस पर कार लोन और बाईक लोन की देनदारी थी। इसके अतिरिक्त लोगों की भी काफी उधारी थी। उधारी चुकाने के लिए लोगों का उसके ऊपर दबाव बन रहा था, लेकिन वह रकम नहीं दे पा रहा था। इसको लेकर वह काफी परेशान था। वहीं, अपने मालिक के व्यवहार को लेकर भी वह काफी नाराज था।
कैसे अपने ही बनाए जाल में फंस गए आरोपी ?
डीसीपी ग्रेटर नोएडा जोन साद मिया खां के अनुसार सन्तोष ने चन्दन, नितेश शर्मा और आकाश को इस बारे में बताया। सभी ने मिलकर लगभग 15 दिन पूर्व लूट की योजना बनाई। योजना के अनुसार तय हुआ था कि सन्तोष मंगोलपुरी में टेकचंद एण्ड सन्स के मालिक अखिल गोयल के लिए कैश कलैक्शन का काम करता है। जिस दिन संतोष अधिकश लेने जायेगा, उसी दिन घटना को अंजाम दिया जायेगा। घटना वाले दिन आरोपियों ने लूट की घटना को सच साबित करने के लिए तमंचे से हवाई फायरिंग भी की। लूटी गयी रकम को ले जाते समय 1.5 लाख रूपये खर्चे के लिए निकालकर लूट की रकम में से 7.5 लाख रूपये एवं घटना में प्रयोग की गई पिस्टल एवं तमंचे को एक बैग में रखकर दिल्ली वापस जाते समय चूहडपुर अंडरपास के समीप सर्विस रोड की झाडियों में छिपा दिया।