दुनिया की सबसे अनोखी शादी, जानिए क्यों दुनिया भर के लोगों के लिए चर्चा का विषय बन गई यह शादी ?
The world's most unique wedding, know why this marriage has become a topic of discussion for people all over the world?
Panchayat 24 : भारत में एक कहावत प्रचलित है कि जोडियां ऊपर से बनकर आती हैं। फिर चाहे आपके बीच हजारों मील की दूरी हो या फिर दुनिया भर की दुसवारियां रास्ते की बांधा बनें, आप मिल ही जाते हैं। यह कहावत दुनिया भर के ऐसे दो देशों के नागरिकों के बारे में भी सटीक बैठती है, जो युद्ध की विभिषिका में जल रहे हैं, लेकिन इन दुश्मन देशों के नागरिकों के बीच दोस्ती हुई। दोस्ती में करीबियां बढ़ी तो दोनों ने शादी करने का फैसला कर लिया। दोनों के मिलन का स्थल बना है भारत का हिमाचल राज्य।
क्या है पूरा मामला ?
आज दुनिया में रूस और यूक्रेन से बढ़कर शायद ही कोई देश आपस में एक दूसरे के जानी दुश्मन हो। दोनों देशों के बीच भीषण युद्ध चल रहा है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इस बीच रूस के सिरगी नोविका और यूक्रेन की रहने वाली एलोनाब्रोमोका काफी समय से हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला जिले के मैक्लोड़गंज के धर्मकोट स्थित एक स्टे होम में रह रहे थे। हालांकि वर्तमान में सिरगी नोविका ने इजराइल की नागरिकता ले ली है। यहीं पर दोनों की मुलाकात हुई और दोनों के बीच प्रेम हो गया। दोनों ने शादी करने का निर्णय कर लिया।
सनातन संस्कृति और भारतीय रीति रिजवाजों से थे दोनों प्रभावित
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार सिरगी नोविका और एलोनाब्रोमोका ने एक बार हिन्दू रीति रिवजों से हुई एक शादी को देखा था। उनके ऊपर सनातन संस्कृति और भारतीय संस्कारों का इतना प्रभाव पड़ा कि उन्होंने अपनी शादी भी हिन्दू रीति रिवाजोंं से करने का फैसला कर लिया था। बीते 4 अगस्त को दोनों ने हिमाचल के धर्मशाला क्षेत्र के खनियारा खड़ौता गांव स्थित राधा कृष्ण मंदिर में दोंनों ने हिन्दू रीति रिवाज से सात फेरे लिए। स्थानीय लोगों ने इस अनोखी शादी में सभी रस्में निभाई और शादी के बाद इस प्रेमी जोड़े को आशीर्वाद भी दिया।
बारात आई, स्वागत भी हुआ और कन्यादान की रस्म भी हुई
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इस अनोखी और विशेष शादी में सभी रस्में निभाई गई। सिरगी नोविका बाकायदा दूल्हा बनकर आए। साथ में बारात भी लाए। स्थानीय लोग बाराती बनें। बारात का स्वागत भी किया गया। इतना ही नहीं जिस स्टे होम में सिरगी नोविका और एलोनाब्रोमोका ठहरे हुए थे, उसके मालिक ने शादी में कन्यादान की रस्म निभाई। पंडित संदीप शर्मा ने वैदिक मंत्रोचारण के साथ शादी को पूरे विवि विधान से सम्पन्न कराया। शादी में बैंड बाजा भी बजा। बैंड की धुन पर नव वर वधु ने भी जमकर डांस किया। बाद में दावत भी हुई जिसमें हिमाचली व्यंजन परोसे गए।