ग्रेटर नोएडा वेस्ट और दादरी क्षेत्र के लोगों के सपनों को लगेंगे पंख, कई सालों पुराना सपना होगा साकार, सांसद डॉ महेश शर्मा का प्रयास लाएगा रंग
The dreams of the people of Greater Noida West and Dadri area will get wings, many years old dream will come true

Panchayat 24 : गौतम बुद्ध नगर में एक सड़क के निर्माण को लेकर ग्रेटर नोएडा वेस्ट, सहित ग्रेटर नोएडा और दादरी क्षेत्र के लोगों द्वारा लगातार मांग उठाई जा रही थी। लोकसभा चुनाव सम्पन्न होने के बाद स्थानीय लोगों ने निर्वाचित सांसद डॉ महेश शर्मा से भी मुलाकात की इस सड़क के निर्माण का मुद्दा उठाया था। लोगों की लगातार मांग और सांसद के प्रयासों से लोगों का कई साल पुराना सपना साकार होने जा रहा है। इस सड़क के बनने से आसपास के लोगों के सपनों को पंख लगेंगे। पश्चिमी बागपत, हरियाणा, और उत्तराखंड की यात्रा करने वाले यात्रियों को न केवल बिना ट्रेफिक के यात्रा का आनन्द मिलेगा। वहीं, कई घंटों का दूरी को बहुत कम समय में पूरा कर सकेंगे।
क्या है पूरा मामला ?
दरअसल, दिल्ली के ट्रेफिक की समस्या के समाधान के लिए एनएचएआई द्वारा दिल्ली एनसीआर में लगभग 135 किमी लंबे पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे का निर्माण किया है। यह पेरीफेरल ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे और वेस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे के रूप में दो हिस्सों में बंटा हुआ है। ईर्स्न पेरीफेरल केजीपी के नाम से जाना जाता है। यह हरियाणाा के कुण्डली से शुरू होकर बागपत, गाजियाबाद और गौतम बुद्ध नगर होते हुए हरियाणा के पलवल के लिए जाता है। वहीं, वेस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे हरियाणा के कुण्डली से होते हुए मानेसर और फिर पलपल पहुंचकर ईर्स्न पेरीफेरल से जुड जाता है। पेरीफेरल को कई स्थानों पर नेशनल हाईवे और अन्य महत्व के स्थानों पर से जोड़ा गया है। गौतम बुद्ध नगर में ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे ग्रेटर नोएडा में सिरसा गांव के पास और दादरी बील अकबरपुर गांव के पास जोड़ा गया है। वहीं, यमुना एक्सप्रेस-वे को भी पेरीफेरल से जोड़े जाने को हरी झंडी मिल गई है। इसके बावजूद ग्रेटर नोएडा वेस्ट और नोएडा सहित जिले का बड़ा हिस्सा ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे का लाभ नहीं उठा पा रहा है। वहीं, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने मास्टर प्लान की ग्रेटर नोएडा फेस-2 के विकास और औद्योगिक आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए 130 मीटर रोड़ को सैनी सुनपुरा से होते हुए वैदपुरा, अच्छेजा, बादलपुर होते हुए कल्द के पास पेरीफेरल को जोड़ने वाली सड़क को अपनी योजना में शामिल किया गया है। इस सड़क के निर्माण के लिए स्थानीय लोग लगातार मांग उठा रहे हैं। कई बार आन्दोलन एवं धरना प्रदर्शन भी किए गए लेकिन प्राधिकरण ने इस लगभग 16 कि लंबे सड़क मार्ग के निर्माण के लिए कोई ध्यान नहीं दिया।
सड़क निर्माण के लिए शुरू हुई मुहिम
ग्रेटर नोएडा वेस्ट से 130 मीटर सड़क को ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे से जोड़ने वाले इस मार्ग के निर्माण के लिए स्थानीय लोगों ने एक बार फिर से मुहिम शुरू की है। जन आन्दोलन सामाजिक संगठन के बैनर तले शुरू हुई इस मुहिम में बड़ी संख्या में लोग जुड रहे हैं। स्थनीय लोगों का कहना है कि दादरी क्षेत्र के 40 से अधिक गांवों को ग्रेटर नोएडा आने जाने के लिए सादुल्लापुर गांव के पास दिल्ली हावड़ा रेल मार्ग को पार करके गुजरना होता है। इस मार्ग पर रेलों के बहुत अधिक आवागमन के कारण फाटक बंद रहता है। लोगों को घंटों फाटक खुलने का इंतजार करना होता है। वहीं, सादुल्लापुर और वैदपुरा गांव से होकर गुजरने वाले इस मार्ग पर लगने वाले भीषण जाम के कारण लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इसके अतिरिक्त ग्रेटर नोएडा वेस्ट और नोएडा के लोगों ग्रेटर नोएडा और बील अकबरपुर आकर ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे पर यात्रा करना अनुकूल नहीं होता है। जन आन्दोलन के सदस्य ओमवीर सिहं आर्य का कहना है कि नोएडा और ग्रेटर नोएडा वेस्ट स्थित औद्योगिक इकाईयों के उत्पादों को ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे के रास्ते एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाने के लिए काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा है। वहीं, नोएडा और ग्रेटर नोएडा दादरी तहसील के अन्तर्गत आते हैं। यहां के लोगों को भी दादरी तक आने के लिए तिलपता होते हुए आना पड़ता है। इस दौरान लोगों को कई बार भारी ट्रेफिक से होकर गुजरना पड़ता है। इससे लोगों को भारी परेशानी होती है।
डॉ महेश शर्मा से मिले लोग, सांसद ने केन्द्रीय मंत्री और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को लिखा पत्र, सामुहिक प्रयास ला रहे रंग
लोकसभा चुनाव के बाद ग्रेटर नोएडा वेस्ट को ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे से जोड़ने वाली सड़क के निर्माण के लिए मुहिम चला रहे जन आन्दोलन सामाजिक संगठन के सदस्यों ने स्थानीय सांसद डॉ महेश शर्मा से मुलाकात की है। संगठन ने सांसद से इस सड़क के निर्माण की मांग की है। डॉ महेश शर्मा ने केन्द्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गड़करी को पत्र लिखकर स्थानीय लोगों की भावनाओं से अवगत कराया है। पत्र में सांसद ने लिखा है कि ग्रेटर नोएडा के 130 मीटर रोड़ के निर्माण के लिए साल 2008 में भूमि अधिग्रहण हो चुका है। यह मार्ग ग्रेटर नोएडा से वाया बादलपुर होते हुए कल्दा तक जाएगी। इससे जीटी रोड़ के दोनों और के गांव आपस में जुड़ जाएंगे। बता दें कि इस मार्ग के बनने से रेलवे लाइन के ऊपर से बनने वाले फ्लाईओवर के निर्माण से मारीपत रेलवे फाटक पर लगने वाला जाम भी समाप्त हो जाएगा। वहीं, सांसद ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार को भी पत्र लिखा है। इसके बाद प्राधिकरण ने इस सड़क के निर्माण के रास्ते में आ रही अड़चनों को दूर करने के भी प्रयास शुरू कर दिए हें। शेष जमीन के अधिग्रहण के लिए नेटिफिकेशन भी जारी कर दिया गया है।
ग्रेटर नोएडा फेस-2 के लिए महत्वपूर्ण होगा यह मार्ग
यह सड़क ग्रेटर नोएडा के एक्सटेंशन ग्रेटर नोएडा फेस-2 के लिए बहुत महत्वपूर्ण होगा। ग्रेटर नोएडा फे-2 के लगभग 60 गांव इस सड़क के आसपास स्थित होंगे। इसके बनने के बाद ग्रेटर नोएडा फेस-2 में स्थापित होने वाली औद्योगिक इकाईयों को ईस्टर्न पेरीफेरल तक पहुंचने के लिए गायिजााबद अथवा दादरी के बील अकबरपुर गांव तक नहीं जाना होगा। औद्योगिक, वाणिज्यिक एवं संस्थागत गतिवधियों को इससे के बनने से लाभ होगा। वहीं, हजारों की संख्या में लोग आवागमन के लिए इसका लाभ उठाएंगे।