राजनीति

लो जी, आ गया शपथ ग्रहण के लिए बुलावा, केन्‍द्र में मंत्री बनना तय, पश्चिम उत्‍तर प्रदेश को मिलेगा लाभ

Look, the call for swearing in has arrived, becoming a minister at the centre is certain, West Uttar Pradesh will benefit

Panchayat 24 : लोकसभा चुनाव के बाद से राजनीतिक गलियारों में सबसे अधिक चर्चाओं का बाजार इस बात को लेकर गर्म है कि नरेन्‍द्र मोदी 3.0 कार्यकाल के मंत्रिमंडल में किसको शामिल किया जाएगा। बता दें कि प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी रविवार को प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। उनके साथ कुछ अन्‍य सांसदों को भी मंत्री पद की शपथ दिलवाई जाएगी। इनमें भाजपा के साथ एनडीए के घटक दलों के नाम प्रमुख रूप से शामिल होंगे। सूत्रों की माने तो एक नाम को लेकर पुष्टि हो चुकी है जिनको कल प्रधानमंत्री पद की शपथ दिलाई जाएगी। उनके नाम को लेकर चुनाव परिणाम आने के बाद से ही केन्‍द्र में मंत्री बनाए जाने की चर्चा चल रही थी। उन्‍हें मंत्री बनाए जाने के लिए बुलावा भी भेजा गया है। इनके मंत्री बनने के बाद पूरे पश्चिम उत्‍तर प्रदेश को लाभ होगी।

क्‍या है पूरा मामला ?

दरअसल, लोकसभा चुनाव परिणाम से उत्‍तर प्रदेश में भाजपा को निराशा हाथ लगी है। परिणाम भाजपा के आशानुरूप नहीं रहे हैं। ऐसे में उत्‍तर प्रदेश से किसको नरेन्‍द्र मोदी के गठबंधन वाली 3.0 सरकार में मंत्री बनाया जाएगा, इसको लेकर काफी चर्चा चल रही थी। बता दें कि उत्‍तर प्रदेश में भाजपा के कई कद्दावर नेता चुनाव हार गए हैं। हालांकि एनडीए घटक दल के तौर पर राष्‍ट्रीय लोक दल अपनी दोनों लोकसभा सीटें अर्थात बागपत और बिजनौर को जीतने में कामयाब रहा है। राष्‍ट्रीय लोकदल के एनडीए में शामिल होने से पूर्व ही इस बात की खबर थी कि एनडीए की सरकार बनने पर जयंत चौधरी केन्‍द्र में मंत्री बनाए जाएंगे।

एनडीए की बैठक में जयंत चौधरी को मंच पर स्‍थान पर मिलने पर विरोधियों ने साधा था निशाना

नई दिल्‍ली में पुरानी संसद भवन के सेंट्रल हॉल में हुए एनडीए के घटक दलों की बैठक में नरेन्‍द्र मोदी को एनडीए का नेता चुन लिया गया। इस दौरान भाजपा और एनडीए के घटक दल के सभी सांसद एवं नेता उपस्थित थे। इस दौरान मंच पर एनडीए के भाजपा सहित सभी अहम घटक दलों को स्‍थान दिया गया। वहीं, राष्‍ट्रीय लोकदल को मंच पर स्‍थान नहीं मिला था। इसको लेकर कांग्रेस और समाजवादी पार्टी सहित इंडिया गठबंधन द्वारा जयंत चौधरी पर चुटकी लेते हुए इसको जाट समाज के आत्‍मसम्‍मान से जोड़ा दिया था। हालांकि राष्‍ट्रीय लोकदल और जयंत चौधरी ने इस बात को तवज्‍जो नहीं दी।

जयंत चौधरी को मिला शपथ ग्रहण का बुलावा, मंत्री बनना तय

एनडीए की बैठक में जयंत चौधरी को मंच पर स्‍थान न दिए जाने के बीच इंडिया गठबंधन की ओर से उठाए जा रहे सवालों के बीच जयंत चौधरी को शपथ ग्रहण के लिए बुलावा आया है। सूत्रों की माने तो जयंत चौधरी को मंत्री बनाया जाना तय है। भाजपा किसी भी कीमत पर एनडीए के घटक दलों को नाराज होने अथवा आरोप लगाने का कोई भी मौका अपनी ओर से नहीं देना चाहती है। जयंत चौधरी के केन्‍द्र में मंत्री बनने के बाद बागपत, मेरठ, शामली और मुजफ्फरनगर सहित पश्चिमी उत्‍तर प्रदेश को इसका लाभ होगा। हालांकि अभी यह तय नहीं है कि उन्‍हें केन्‍द्रीय मंत्री बनाया जाएगा अथवा राज्‍य मंत्री। इतना तय है कि दो दशक के अंतराल के बाद केन्‍द्रीय मंत्रिमंडल में चौधरी परिवार की तीसरी पीढ़ी के साथ वापसी हो रही है। चौधरी अजित सिंह वर्ष 2009 में भाजपा के साथ चुनाव लडक़र सांसद बने थे। वह वर्ष 2011 में भाजपा का साथ छोड़कर कांग्रेस के साथ गए। वह नागरिक उड्डयन मंत्री बने जो 2014 में चुनाव होने तक मंत्री पद पर बने रहे।

पश्मि से इन बड़े चेहरों को भी बनाए जाने की है चर्चा 

नरेन्‍द्र मोदी के तीसरे कार्यकाल के लिए शपथ ग्रहण समारोह में एनडीए के कुछ सांसदों को मंत्री बनाया जा सकता है। इनमें पश्चिमी उत्‍तर प्रदेश के कुछ चेहरे शामिल हैं। इनमें एनडीए का घटक दल होने के नाते जंयत चौधरी को मंत्री पद की शपथ दिलाई जानी लगभग तय हो गई है। इसके अतिरिक्‍त आगरा से एसपी सिंह बघेल, बुलन्‍दशहर से भोला सिंह, पीलीभीत से जतिन प्रसाद और गौतम बुद्ध नगर से डॉ महेश शर्मा का नाम काफी मजबूती से चल रहा है। डॉ महेश शर्मा के नाम की चर्चा का मुख्‍य कारण लगातार तीसरी बार पार्टी के लिए प्रदेश में विपरीत परिस्थितियों में रिकार्ड मतों से जीत दर्ज करना है। डॉ महेश शर्मा उत्‍तर प्रदेश में सर्वाधिक मतों से जीत दर्ज करने वाले सांसद हैं। राजनीतिक सूत्रों की माने तो प्रधानमंत्री के साथ मंत्रिपद की शपथ लेने वाले सांसदों में डॉ महेश शर्मा का नाम शामिल है। उन्‍हें सरकार में पार्टी की ओर से अहम जिम्‍मेवारी दिए जाने की चर्चा है।

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