अच्छी खबर : पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड में दो महीनों में शुरू हो जाएगा उत्पादन, छ: हजार लोगों को मिलेगा रोजगार
Good news: Production will start in Patanjali Ayurveda Limited in two months, six thousand people will get employment

Panchayat 24 : यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण की निवेश प्रोत्साहित नीतियों का परिणाम सामने आने लगा है। प्राधिकरण क्षेत्र में पतंजलि समूह की पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड में आगामी दो महीनों में उत्पादन शुरू हो जाएगा। कंपनी का लगभग 90 प्रतिशत निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। शेष निर्माण कार्य भी जल्द पूरा कर लिया जाएगा। विदेशों से भारी भरकम मशीनें भी यहां पहुंच चुकी हैं। पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड के शुरू होने पर लगभग 6 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा।
क्या है पूरा मामला ?
दरअसल, यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण क्षेत्र में पतंजलि समूह को सेक्टर-24 में साल 2017 में 430 एकड़ जमीन का आवंटन किया गया था। पतंजलि यहां एक हजार छ: सौ करोड़ का निवेश किया है। यह जमीन पतंजलि को 130 एकड़ और 300 एकड़ के दो हिस्सों में आवंटित किया गया है। यहां पतंजलि दो चरणों में निर्माण कार्य सम्पन्न करेगा। पहले चरण में 130 एकड़ भूखंड पर निर्माण कार्य आगामी 2 महीने में पूर्ण कर उत्पादन शुरू किया जाएगा।

पतंजलि प्रतिनिधि खगेश कुमार के अनुसार पहले चरण में पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड यहां बिस्कुट फैक्ट्री लगाई जा रही है। देश भर में पतंजलि के लगभग 36 बिस्कुट प्लांट हैं। लेकिन ग्रेटर नोएडा में स्थापित किया जा रहा बिस्कुट प्लांट देश का सबसे बड़ा और उन्नत प्लांट होगा। यहां उत्पादन प्लांट में उत्पादन की चार लाइन तैयार की गई हैं। सभी उत्पादन लाइनें एक साथ शुरू होंगी। इटली एवं जर्मनी से उन्नत किस्म की मशीनें यहां पहुंच चुकी हैं। यहां प्रति दिन 500 टन आटे की खपत होगी। जबकि 600 टन बिस्कुटों का उत्पादन होगा। पहले चरण में कंपनी कुल एक हजार करोड़ का निवेश करेगा।

पतंजलि ने 130 एकड़ भूखंड में से 23 एकड़ भूखंड वेंडर कंपनियों को विभिन्न प्रकार के आकार में सबलीज की है। इनमें एक हजार वर्ग मीटर, पांच सौ मीटर और तीन सौ मीटर के 154 प्लाट शामिल हैं। इन वंडर कंपनियों में केवल एफएमजीसी (फास्ट मूविंग कंजूमर गूड्स) श्रेणी के 254 उत्पादों का ही निर्माण किया जा सकेगा। शेष भूखंड पर बिस्कुट और आटा प्लांट के साथ सड़कें, पार्किंग तथा अन्य संबंधित निर्माण किया जाएगा।
दूसरे चरण में 300 एकड़ में बनेगा फूड एण्ड हर्बल पार्क
दूसरे चरण में पतंजलि यहां 300 एकड़ में फूड एण्ड हर्बल एण्ड फूड पार्क बनाएगा। इसका निर्माण कार्य आगामी 7 सितंबर 2026 तक पूरा हो जाएगा। हर्बल एण्ड फूड पार्क पर कंपनी 1600 करोड़ रूपये का निवेश करेगी। यहां इंडस्ट्रियल टूरिज्म, फ्रोजन वेजिटेबल, रिसर्च सेंटर, जूस, आयुर्वेदिक मेडिसन, कोल्ड चेन, और डेरी उद्योग आदि शुरू किया जाएगा। 50 एकड़ जमीन पर डेरी प्लांट स्थापित किया जाएगा जबकि 65 एकड़ पर आर्गेनिक सब्जियों का उत्पादन होगा। पतंजलि के फूड एण्ड हर्बल पार्क से लगभग 8 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा।
गांव-गांव खरीद केन्द्र बनाकर किसानों को कृषि उत्पाद एवं दूध खरीदेगा पतंजलि
पतंजलि फूड एण्ड हर्बल पार्क के निर्माण से पश्चिमी उत्तर प्रदेश एवं आसपास के प्रदेशों के किसानों को भी लाभ होगा। पतंजलि गांवों के खरीद केन्द्र बनाकर किसानों की कृषि उपज की खरीद करेगा। वहीं, गांवों, ब्लॉक एवं तहसील स्तार में मजबूत नेटवर्क बनाकर दूध की भी खरीद करेगा। इससे कृषि एवं दुग्ध उत्पादन को प्रोत्साहन मिलेगा। पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड एवं पतंजलि फूड एण्ड हर्बल पार्क का निर्माण नोएडा अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट के करीब हो रहा है। ऐसे में यहां तैयार उत्पाद आसानी से अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में पहुंचेंगे।