दादरी विधानसभा

पुलिस की खुली धमकी : शिकायत वापस नहीं ली तो पूरे गांव को बर्बाद कर देंगे। 10 से 50 साल की उम्र का कोई नहीं बचेगा, दोनों आरोपी पुलिस वाले निलंबित

Police's open threat: If the complaint is not withdrawn, then the whole village will be ruined. No one between the age of 10 to 50 years will survive, both the accused policemen suspended

Panchayat24.com : शिकायत लेने के लिए पुलिस वालों द्वारा पीडिति पक्ष को खुली धमकी देने का मामला प्रकाश में आया है। पुलिस वालों ने पीडित पक्ष को धमकाते हुए कहा है यदि शिकायत वापस नहीं ली तो वह पूरे गांव को बर्बाद कर देगा। गांव में कोई भी 10 साल से लेकर 50 साल तक का व्‍यक्ति नहीं बचेगा। पीडित पक्ष ने मामले की लिखित शिकायत पुलिस के आला अधिकारियों से की है। मामला संज्ञान में आने पर आरोपी दोनों दरोगाओं को निलंबित कर दिया गया है।

क्‍या है पूरा मामला ?

दरअसल, जारचा थाना क्षेत्र के कलौंदा गांव में बीती दो मई को दो पक्षों के बीच मारपीट हुई थी। इस मामले में गांव के ही रहने वाले रिफाकत नामक व्‍यक्ति के खिलाफ एनसीआर दर्ज हुई थी। बाद में दोनों ही पक्षों के बीच 25 मई को आपसी सहमति के बाद समझौता हो गया था। इतना ही नहीं दोनों पक्ष जारचा थाना प्रभारी के समक्ष पेश हुए थे और समझौते परसहमति जतााई। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बीती 1 जून को थाने पर तैनात योगेन्‍द्र नामक दरोगा ने रिफाकत के घर पर दबिश दी और कहा कि जब चाहो लडाई झगड़ा करो और जब चाहे समझौता कर लो। मैं इस समझौते को नहीं मानता हूं। मैं मामले में कानूनी कार्रवाई करूंगा। आरोप है कि दरोगा ने रिफाकत के प्रति कोई कानूनी कार्रवाई नहीं करने की एवज में एक लाख रूपयों की भारी भरकम रिश्‍वत मांगी। बाद में मामला 40 हजार रूपयों में तय हो गया। बीती 4 जून को रिश्वत की रकम देने के लिए दोनों ही पक्ष एक होटल के पास मिले। रिफाकत ने योगेन्‍द्र दरोगा को दस हजार रूपये दिए। शेष रकम कुछ ही दिनों में जल्‍द देने की बात हुई। तभी मेरठ से आई एंटी करप्‍शन विभाग की टीम ने दरोगा योगेन्‍द्र को रंगे हाथों रिश्‍वत लेते हुए  पकड़ लिया। मामले में कार्रवाई करते हुए आरोपी दरोगा को निलंबित कर दिया गया।

धमकाने का वीडियो सोशल मीडिया पर हुआ वायरल

भ्रष्‍टाचार के आरोप में निलंबित दरोगा के खिलाफ शिकायत वापस लेने के लिए जारचा थाने पर तैनात आनन्‍द दरोगा और उसके कुछ पुलिसकर्मियों द्वारा धमकाने का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में जारचा कोतवाली पर तैनात एक दरोगा आनन्‍द और उसके कुछ साथी रिफाकत के भाई नन्‍हे को फोन पर धमकी दे रहे हैं। बीच बीच में उनके द्वारा अभद्र भाषा का प्रयोग किया जा रहा है और गालियां भी दी जा रही है। वायरल वीडियो में पुलिस वाले कह रहे है कि या तो रिफाकत अपने बयान से पलट जाए, अन्‍यथा वह पूरे गांव को बर्बाद कर देंगे। गांव में 10 साल और 50 साल के बीच में कोई भी व्‍यक्ति नहीं बचेगा। अर्थात युवओं और नौजवानों को इसका अंजाम भुगतना पड़ेगा। इससे बचने का बस एक ही उपाय है कि या तो आरोपी योगेन्‍द्र दरोगा के समर्थन में बयान दे या फिर पेल दूंगा। इसके बाद से पीडि़त पक्ष डरा हुआ है और पुलिस के आला अधिकारियों से गुहार लगाई है। शिकायत में पीडित पक्ष ने कहा है कि उनके परिवार को झूठे मुकदमें फंसाया जा सकता है अथवा फर्जी एनकाउंटर किए जाने किया जा सकता है।

एसीपी अथवा डीसीपी के पास शिकयत कर लेते, एंटी करप्‍शन विभाग में शिकायत क्‍यों की ?

वायरल वीडियो में धमकी देने वाले पुलिसकर्मी कह रहे है कि यदि शिकायत करनी ही थी तो एसीपी या डीसीपी के पास शिकायत कर लेते। एंटी करप्‍शन विभाग में शिकायत क्‍यों की। पुलिस वाले बार बार इस मामले में शामिल लोगों के नाम जानने के लिए दबाव डाल रहे थे। वायरल वीडियो में पुलिस वाले शराब के नशे में धुत प्रतीत हो रहे है। वह बार बार एक ही बात कह रहे थे कि उस व्‍यक्ति का नाम बताओ जिसने रिफाकत को पैसे लेकर भेजा और यह काम कराया। पुलिस वाले यह भी कह रहे थे कि चाहो मेरी ऑडियो रिकॉर्ड कर लो, लेकिन तुम्‍हे अब गांव छोड़ना पड़ेगा।

धमकी देने वाले दोनों आरोपी पुलिस वालों को किया गया निलंबित

इस संबंध में पुलिस उपायुक्‍त ने बताया कि मामला संज्ञान में आने पर पीडित पक्ष को फोन कर धमकाने वाले दो दरोगाओं विनीत और आनन्‍द को निलंबित किया गया है। पुलिस कमिश्‍नर आलोक कुमार के आदेश पर आरोपियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जा रही है।

 

 

 

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