पुलिस, प्रशासन और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को है एक और शाहबेरी जैसी घटना का है इंतजार, गंभीर होंगे परिणाम
Police, administration and Greater Noida Authority are waiting for another incident like Shahberi, the consequences will be serious.

Panchayat 24 : गौतम बुद्ध नगर के ग्रेटर वेस्ट के शाहबेरी में 17 जुलाई 2018 को दो इमारतों के गिरने से दर्दनाक हादसा हुआ था। इस हादसे के बाद सरकार भी सवालों के घेरे में आ गई थी। जिला प्रशासन, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण और पुलिस की मानो अचानक लंबी नींद टूट गई हो। शासन स्तर से सरकार ने हादसे के जिम्मेवारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मुहिम शुरू की। यह अलग बात है कि यह मुहिम धीरे अवैध निर्माण से उठने वाले धूल के गुबार में कहीं छिप गई। बता दें कि इस दर्दनाक हादसे में 9 लोगों की दर्दनाक मौत हुई थी। इस हादसे के लगभग 6 साल बाद ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण, जिला प्रशासन और पुलिस एक बार फिर शाहबेरी जैसे हादसे का इंतजार कर रहे हैं। इस बार ऐसे दर्दनाक हादसे की पठकथा सूरजपुर में हो रहे एक भवन निर्माण में लिखी जा रही है। इस भवन निर्माण से आसपास के लोग डरे हुए हैं। मामले की लिखित शिकायत ग्रेटर प्राधिकरण और मुख्यमंत्री से की गई है। इसके बावजूद भवन निर्माण का कार्य लगातार जारी है।
क्या है पूरा मामला ?
दरअसल, सूरजपुर स्थित शिवालिक वाटिका में रहने वाली प्रियंका सिंह का कहना है कि उनके पड़ोस में ओम कुमार चौधरी नामक एक व्यक्ति मकान निर्माण कर रहा है। जिस प्लाट पर इस माकन का निर्माण किया जा रहा है उसकी बुनियाद लगभग 12 साल पूर्व तैयार की गई थी। समय बीतने के साथ यह बुनियाद बेहद कमजोर हो चुकी थी। चुहों ने भी इसको खोखला कर दिया था। मकान निर्माण से पूर्व इस बुनियाद में कोई सुधार नहीं किया गया। इस बुनियाद पर पांच मंजिला मकान बनकर तैयार हो चुका है। प्रियंका सिंह का कहना है कि इस निर्माणाधीन मकान की दीवार उसके मकान की दीवार से सटी हुई है जिससे उसके मकान में दरारें आ गई है। कई दीवारों में खतरनाक दीवारें पड़ चुकी है। महिला का कहना है कि उसने मामले की लिखित शिकायत ग्रेटर नोएडा के सक्षम अधिकारियों से की थी। प्राधिकरण द्वारा नोटिस भी जारी किया गया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। उल्टे इस मकान की छठवीं मंजिल पर निर्माण कार्य जारी है।
तेज आंधी और तूफान में पीडिता के मकान में हुआ तेज कंपन्न
पीडिता के अनुसार उसके मकान की ऊपरी मंजिल पर बने कमरों में पड़ोस के निर्माणाधीन मकान के कारण आरपार दरारें आ चुकी हैं। बाथरूम तथा लेटरीन भी बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं। कभी भी अनहोनी हो सकती है। बीते 10 मई को आई तेज आंधी एवं तूफान के कारण मकान में पूरे मकान में तेज कम्पन्न हुआ। मकान की दीवारें तेजी से बढ़ गई। मकान की ऊपरी मंजिल पर रहने वाले किराएदार भयभीत होकर रात को ही कमरा छोड़कर अपने परिचित के पास रहने चले गए। पीडि़ता ने बताया कि उसको भी डर के अपने बच्चों के साथ यपूरी रात घर के बाहर ही काटनी पड़ी।
शाहबेरी हादसे के पीछे भी बहुमंजिला इमारत की कमजोर नींव ही थी मुख्य वजह
बता दें कि 17 जुलाई 2018 को ग्रेटर नोएडा वेस्ट के शाहबेरी में हुए दर्दनाक हादसे के पीछे मुख्य वजह छ: मंजिला इमारतों के गिरने के पीछे मुख्य वजह इमारातों की कमजोर बुनियाद ही थी। बिल्डरों ने अपने मुनाफे को बढ़ाने के चक्कर में तीन मंजिला इमारत को बढ़ाकर छ: मंजिला कर दिया था। लेकिन इसकी बुनियाद की मजबूती को नजरअंदाज कर दिया। पीडिता महिला का कहना है कि यदि समय रहते हुए इस प्रकरण में प्राधिकरण, प्रशासन और पुलिस ने कार्रवाई नहीं की तो एक बार फिर से शाहबेरी जैसी दर्दनाक घटना घट सकती है।