अवैध निर्माण पर एनजीटी के आदेश पर कार्रवाई जारी :ग्रीन बेल्ट में बनी इमारत पर दूसरे दिन भी चला हथौड़ा
Action continues on the orders of NGT on illegal construction: Hammer continued on the building constructed in the green belt for the second day

Panchayat 24 : ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क वन में बनी अवैध इमारत को एनजीटी के आदेश पर तोड़ने की कार्रवाई बृहस्पतिवार को दूसरे दिन भी जारी रही। प्राधिकरण की टीम 253 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में हुए अवैध निर्माण को मजदूरों द्वारा तुडवाया जा रहा है। यह पूरी कार्रवाई एनजीटी के आदेश पर की जा रही है। इस कार्रवाई के तार तुस्याना भूमि घोटाले से भी रहा है। यह भूमि घोटाला काफी चर्चित रहा था।
क्या है पूरा मामला ?
दरअसल, तुस्याना भूमि घोटाले के आरोपी राजेंद्र सिंह की इमारत के अवैध हिस्से पर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण द्वारा तोड़ने की कार्रवाई की जा रही है। नॉलेज पार्क में स्थित एक अस्पताल के पास स्थित इस इमारत को प्राधिकरण द्वारान दिन पहले ही सील किया गया था। बता दें कि तुस्याना भूमि घोटाले के आरोपी रहे राजेंद्र सिंह की कुछ दिन पहले ही मौत हो गई थी। इस पूरे मामले में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों की भूमिका भी संदिग्ध रही है। आरोप है कि प्राधिकरण के कुछ अधिकारियों ने राजेन्द्र सिंह के साथ मिलकर इस भूमि घोटाले को अंजाम दिया है। जमीन का मुआवजा लेने के बाद प्राधिकरण ने इस जमीन का 6 फीसदी आबादी का भूखंड तुस्याना से उठाकर कर नॉलेज पार्क-1 में कर दिया था। इस पूरे खेल में नियमों को पूरी तरह ताक पर रखा गया था।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के एसीईओ आशुतोष द्विवेदी ने बताया कि एनजीटी ने सच सेवा समिति व्यास बनाम पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय व अन्य में 29 सितंबर 2023 को ग्रीन बेल्ट में हुए अवैध निर्माण को तोड़ने का आदेश दिया है। इसके अनुपालन में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के उद्यान विभाग, परियोजना विभाग और भूलेख विभाग की टीम संयुक्त रूप से अवैध निर्माण को तोड़ रही है। उन्होंने बताया कि आवंटी को 691 वर्ग मीटर भूखंड का आवंटन किया गया था, लेकिन आवंटी ने 944 वर्ग मीटर एरिया पर निर्माण कर लिया। इस तरह ग्रीन बेल्ट की 253 वर्ग मीटर एरिया अधिक कब्जा कर निर्माण कर लिया और व्यावसायिक गतिविधि कर रहा था। एनजीटी के आदेश पर ग्रीन बेल्ट की जमीन पर अवैध निर्माण को हटाने के लिए प्राधिकरण की तरफ से आवंटी को नोटिस जारी की गई, लेकिन अवैध निर्माण न तोड़ने पर प्राधिकरण ने निर्माण को तोड़ने की कार्रवाई शुरू कर दी है । एसीईओ आशुतोष द्विवेदी ने प्राधिकरण के अधिसूचित क्षेत्र में किसी भी तरह से अवैध निर्माण करने वालों के खिलाफ इसी तरह की कठोर कार्रवाई करने की चेतावनी दी है।