मेडिकल डिवाइस पार्क : भारत सरकार ने यीडा में बनने वाली कॉमन साइंटिफिक फैसिलिटी लैब की ओर तेजी से बढ़ाए कदम
Medical Device Park: Government of India has taken rapid steps towards the Common Scientific Facility Lab to be built in YIDA
Panchayat 24 : यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण क्षेत्र में बन रहे मेडिकल डिवाइस पार्क में कॉमन साइंटिफिक फैसिलिटी लैब के निर्माण की दिशा में भारत सरकार ने तेजी से कदम बढ़ा दिए हैं। इसके निर्माण के लिए केन्द्र सरकार की ओर से दी जाने वाली 30 करोड़ की दूसरी किश्त जल्द जारी की जाएगी। शुक्रवार को केन्द्र सरकार के मिनिस्ट्री ऑफ फार्मा के दो दिवसीय प्रतिनिधिमण्डल ने मेडिकी डिवाइस पार्क में बन रही कॉमन साइंटिफिक फैसिलिटी लैब का दौरा किया। प्रतिनिधिमण्डल में मिनिस्ट्री ऑफ फार्मा के निदेशक हितेन्द्र साहू और टेक्निकल एसोसिएट आमिर खान शामिल रहे। यीडा के अधिकारियों ने प्रजेंटेशन के माध्यम से उन्हें निमाण कार्य की प्रगति से अवगत कराया। प्रतिनिधिमण्डल ने अपनी संतुष्टि जताई। प्रतिनिधिमण्डल ने साइट का स्थलीय निरीक्षण भी किया।
यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के विशेष कार्य अधिकारी शैलेन्द्र भाटिया ने बताया कि सेक्टर-28 में 350 एकड़ भूमि पर बसाए जा रहे मेडिकल डिवाइस पार्क में विभिन्न प्रकार की विश्वस्तरीय मेडिकल डिवाइस मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट स्थापित की जा रही है। पार्क में देश विदेश की 73 कंपनियों को भूमि का आवंटन किया गया है। इनमें जर्मन और अमेरिका की कंपनियां भी शामिल हैं। एक दिन पूर्व जापान के एक प्रतिनिधिमण्डल ने मेडिकल एक्सिलेंस जापान संस्था के बैनर तले यीडा मेडिकल डिवाइस पार्क का दौरा किया है। जापानी प्रतिनिधिमण्डल ने भी यहां विभिन्न क्षेत्रों में रूचि दिखाई है। संभवत: मार्च के महीने में मेडिकल डिवाइस पार्क में अपनी यूनिट लगाने के लिए जापानी कंपनियां एमओयू साइन कर सकती है।
विशेष कार्यकारी अधिकारी के अनुसार यह केन्द्र सरकार की परियोजना है। यीडा क्षेत्र में मेडिकल डिवाइस पार्क की स्थापना के बाद उत्तर प्रदेश देश का चौथा राज्य बन गया है जहां पर मेडिकल डिवाइस पार्क की स्थापना की गई है। इससे पूर्व हिमाचल, मध्य प्रदेश और तमिलनाडू में मेडिकल पार्क की स्थापना की गई है। परियोजना के लिए यीडा ने जमीन मुहैया कराई है। उन्होंने बताया कि यीडा में लगने वाली मेडिकल डिवाइस यूनिटों की गुणवत्ता जांचने के लिए एक सौ करोड़ की लागत से एक कॉमन साइंटिफिक फैसिलिटी लैब का भी निर्माण किया जा रहा है। इस खर्च को केन्द्र सरकार द्वारा वहन किया जा रहा है। परियोजना के लिए केन्द्र सरकार तीस करोड़ की पहली किश्त जारी कर चुका है।
बता दें कि मेडिकल इंडस्ट्री में मेडिकल डिवाइस पार्क की अवधारणा नई है। भारत में कोविड के दौर में विभिन्न प्रकार के चिकित्सा उपकरणों की कमी रही। मेडिकल पार्क में विभिन्न कंपनियों की स्थापना से भारत में मेडिकल इंडस्ट्री तेजी से बढ़ेगी। साथ ही मेडिकल के बारे में दुनिया भर के ज्ञान से भारत अनुभव प्राप्त करेगा। भारत में निकट भविष्य में इस क्षेत्र में अपना भविष्य बनाने वाले छापें को लाभ होगा।


