स्कूल में खेल रही छात्रा हुई बड़े हादसे का शिकार, लोहे की एंगल शरीर में घुसी, लहुलुहान अवस्था में अस्पताल में भर्ती
A student playing in school became a victim of a big accident, an iron angle pierced her body, she was admitted to the hospital in a bloody state

Panchayat 24 : ग्रेटर नोएडा में एक बड़ा मामला प्रकाश में आया है। एक स्कूल में खेल रही एक पांचवी कक्षा की छात्रा गंभीर हादसे का शिकार हुई है। छात्रा के शरीर में लोहे की एंगल घुस गई। छात्रा को लहूलुहान अवस्था में स्कूल स्टॉफ एवं परिजन पास के ही अस्पताल में लेकर पहुंचे। छात्रा की गंभीर अवस्था को देखते हुए अस्पताल प्रबंधन ने ऑपरेशन शुरू कर दिया है। वहीं, हादसे की खबर मिलते ही पुलिस और शिक्षा विभाग के आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए। मामला दादरी क्षेत्र का है।
क्या है पूरा मामला ?
दरअसल, जारचा कोतवाली क्षेत्र के खंडेरा गांव में चांदनी (11वर्ष) गांव में ही स्थित कंपोजिट विद्यालय (सरकारी स्कूल) में पांचवी कक्षा में पढ़ती है। परिवार की आर्थिक हालत अच्छी नहीं होने के कारण वह अपने ननिहाल में रहकर पढ़ाई कर रही है। शुक्रवार को चांदनी स्कूल गई थी। क्लास रूम में वह बच्चों के साथ खेल रही थी। इसी दौरान चांदनी हादसे का शिकार हो गई। बैंच में लगी लोहे की एंगल बच्ची के शरीर में घुस गई जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई। क्लासरूम में लहुलुहान बच्ची को देखकर अन्य छात्रों ने स्कूल के अध्यापकों को मामले की सूचना दी। अध्यापकों ने तुरन्त छात्रा के परिजनों को सूचना दी और कोट गांव स्थित अशोक अस्पताल में उसको भर्ती कराया। सूचना पाकर पीडित परिवार के दूसरे सदस्य भी वहां पहुंच गए। एसीपी ग्रेटर नोएडा-द्वितीय अमित कुमार और एबीएसए दादरी भी अस्पताल पहुंच गए। चिकित्सकों ने छात्रा की गंभीर अवस्था को देखते हुए आईसीयू में भर्ती कराया।
छात्रा के पिता की हो चुकी है मौत, किराए पर रहती है परिवार
जानकारी के अनुसार पीडित छात्रा चांदनी मूलरूप से सूरजपुर कोतवाली क्षेत्र के खौदना गांव की रहने वाली है। छात्रा के पिता की मौत हो चुकी है। उसकी मां अपने अन्य बच्चों को लेकर दादरी क्षेत्र के ही चिटेहरा गांव में किराए पर रहती है। चांदनी की मां मेहनत मजदूरी करके अपना और बच्चों का भरण पोषण कर रही है। चांदनी के मामा ने उसको पढ़ाई के लिए अपने पास बुला लिया था।
इस हादसे के लिए जिम्मेवार कौन, स्कूल, विभाग या फिर व्यवस्था
पांचवी कक्षा के साथ हुई इस घटना के लिए असल में जिम्मेवार कौन है, स्कूल, विभाग या फिर पूरी व्यवस्था ? या फिर घायल छात्रा इस हादसे के लिए जिम्मेवार है जिसको अभी कुछ समझ नहीं है। इस घटना के बाद सवाल खड़ा हो रहा है। पीडित परिजनों ने पूरे मामले में लापरवाही का आरोप लगाया है। परिजनों का कहना है कि उन्होंने स्कूल और अध्यापकों की देखरेख में बच्ची को स्कूल भेजा है। जब तक बच्चा स्कूल में होगा, उसकी देखरेख और निगरानी की जिम्मेवारी स्कूल और अध्यापकों की है। वहीं, अध्यापकों का कहना है कि स्कूल में कुल पांच अध्यापक हैं। दो अध्यापकों की डयूटी बीएलओ के रूप में लगी हुई है। तीन अध्यापक स्कूल में शेष बचे हुए हैं। ऐसे में हर बच्चे की निगरानी करना संभव नहीं है। ऐसे में सवाल उठता है कि यदि अध्यापकों पर अतिरिक्त कार्य का भार डाला जा रहा है तो सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों की जिम्मेवरी किसके कंधों पर होगी ?
घटना ने सरकारी स्कूलों में छात्रों की देख रेख पर उठे सवाल
खंडेरा गांव में हुई इस घटना के बाद एक बार फिर से सरकारी स्कूलों की व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे हैं। विशेष रूप से क्लास रूम में हुई घटना बहुत गंभीर है। सरकारी स्कूलों में पढ़ने आने वाले बच्चे अधिकांशत: कमजोर वर्ग के होते हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि इन बच्चों के प्रति विभाग गंभीर नहीं है। यदि स्कूलों में पर्याप्त शिक्षक नहीं है तो फिर पढाई का स्तर कैसे ऊपर उठाया जाएगा। यदि इस प्रकार के हादसे होंगे तो सरकारी स्कूलों की व्यवस्था को लेकर लगते रहे आरोप अथवा धारणाओं को बल मिलेगा।
यदि घटना स्कूल परिसर में हुई है तो मामला गंभीर है। बच्ची के उपचार की पूरी व्यवस्था कराई जाएगी। मामले की जांच कराई जाएगी। जांच रिपोर्ट के बाद इस हादसे के लिए जिम्मेवार लोगों पर कार्रवाई की जाएगी।
—————– मनीष कुमार वर्मा, जिलाधिकारी, गौतम बुद्ध नगर