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कांग्रेस में पार्टी छोड़ने का सिलसिला जारी: बड़े नेता ने पार्टी पर सनातन विरोधी होने का लगाया आरोप, थामा भाजपा का दामन

The process of leaving the party continues in Congress: Big leader accused the party of being anti-Sanatan, joined BJP

Panchayat 24 : लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारियों में जुटी कांग्रेस पार्टी पर विपक्षी गठबंधन अर्थात इंडिया गठबंधन को संभालने की जिम्‍मेवारी है। वहीं, दूसरी ओर पार्टी से वरिष्‍ठ नेताओं का पार्टी छोड़ने का सिललिसला लगातार जारी है। वीरवार को पार्टी के एक वरिष्‍ठ नेता ने गौरव वल्‍लभ ने भी पार्टी की प्राथमिकता एवं सहित सभी जिम्‍मेवारियों से त्‍याग पत्र दे दिया है। उन्‍होंने दिल्‍ली में भाजपा ज्‍वाइन की। गौरव वल्‍लभ ने कांग्रेस पार्टी पर सनातन विरोधी होने का आरोप लगाते हुए धर्म विशेष की हिमायती होने का आरोप लगाया है।

कांग्रेस पार्टी आज जिस प्रकार से दिशाहीन होकर आगे बढ़ रही है,उसमें मैं ख़ुद को सहज महसूस नहीं कर पा रहा.मैं ना तो सनातन विरोधी नारे लगा सकता हूं और ना ही सुबह-शाम देश के वेल्थ क्रिएटर्स को गाली दे सकता.इसलिए मैं कांग्रेस पार्टी के सभी पदों व प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफ़ा दे रहा हूं——– गौरव वल्‍लभ

बता दें कि इससे पूर्व कांग्रेस के वरिष्‍ठ नेता और प्रियंका गांधी के राजनीतिक सलाहकार आचार्य प्रमोद कृष्‍णम ने भी कांग्रेस पार्टी पर सनातन विरोधी होने का आरोप लगाते हुए पार्टी से त्‍याग पत्र दे दिया था। इस दौरान गौरव वल्‍लभ के साथ भाजपा के राष्‍ट्रीय महासचिव विनोद तावंड़े और संजय मयूख की उपस्थिति में बिहार कांग्रेस के पूर्व अध्‍यक्ष अनिल शर्मा और राजद के नेता उपेन्‍द्र प्रसाद ने भी  गुरुवार को पार्टी नई दिल्‍ली स्थित भाजपा मुख्‍यालय में पार्टी की सदस्‍यता ग्रहण कर ली।

त्‍याग पत्र में गौरव वल्‍लभ ने क्‍या कहा है ?

कांग्रेस पार्टी के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष मल्लिकाअर्जुन खड़गे के नाम लिखे त्‍याग पत्र में पार्टी के आर्थिक मामलों के जानकार एवं पार्टी प्रवक्‍ता गौरव वल्‍लभ ने कहा है कि मुझे महसूस हो रहा है कि पार्टी वर्तमान समय में नये आईडिया वाले युवाओं के साथ खुद को एडजस्‍ट नहीं कर पा रही है। पार्टी का ग्राउंड लेवल का कनेक्‍ट पूरी तरह से टूट चुका है। पार्टी के बड़े नेताओं और जमीनी कार्यकर्ताओं के बीच की दूरी को पाटना पार्टी के लिए मुश्किल हो गया है।

अयोध्‍या में प्रभु श्रीराम की प्राण प्रतिष्‍ठा पर कांग्रेस के स्‍टैण्‍ड से स्‍तब्‍ध हूं – गौरव वल्‍लभ

गौरव वल्‍लभ ने अपने त्‍याग पत्र में कहा है कि अयोध्‍या में प्रभु श्रीराम के मंदिर का निर्माण एवं रामलला की प्राण प्रतिष्‍ठा पर कांग्रेस के स्‍टैण्‍ड से स्‍तब्‍ध हू। गौरव वल्‍लभ ने लिखा है कि मैं जन्‍म से हिन्‍दू और कर्म से एक शिक्षक हूं। इस मुद्दे पर पार्टी के स्‍टैण्‍ड ने मुझे हमेशा से ही स्‍तब्‍ध और परेशान किया है। कांग्रेस और गठबंधन से जुड़े कई लोग सनातन के विरोध में बोलते हैं। पार्टी का इस पर चुप  रहना मौन सहमति देने जैसा है।

‘कांग्रेस पार्टी गलत दिशा में आगे बढ़ रही है’

गौरव वल्‍लभ ने आगे लिखा है कि आज कांग्रेस पार्टी गलत दिशा में आगे बढ़ रही है। एक ओर हम जातीय जनगणना की बात कर रहे हैं, दूसरी ओर सम्‍पूर्ण हिन्‍दू समाज के विरोधी नजर आ रहे हैं। यह कार्यशैली जनता के बीच पार्टी को एक खास धर्म का हिमायती होने का भ्रामक संदेश देती है।

‘आर्थिक मामलों पर कांग्रेस का ध्‍येय देश के वेल्‍थ क्रिएटर्स को नीचा दिखाना है’

गौरव वल्‍लभ के कांग्रेस पर हमले यहीं नहीं रूके। उन्‍होंने कहा कि आर्थिक मामलों में भी कांग्रेस का स्‍टैण्‍ड देश के वेल्‍थ क्रिएटर्स को नीचा दिखाना और गाली देने का रहा है। आज हम आर्थिक उदारीकरण, निजीकरण और वैश्‍वीकरण की नीतियों के खिलाफ हो गए हैं जिनको देश में लागू करने का श्रेय दुनिया ने कांग्रेस पार्टी को दिया है। देश में होने वाले हर निवेश पर पार्टी का नजरिया हमेशा नकारात्‍मक ही रहा है। क्‍या हमारे देश में बिजनेश करके पैसा कमाना गलत है ?

कांग्रेस पार्टी को अल्‍पसंख्‍यक तुष्टिकरण पर ए के एंटनी ने किया था सावधान

बता दें कि साल 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी की बुरी तरह हार के बाद पार्टी ने ए के एंटनी को हार की समीक्षा की जिम्‍मेवारी सौंपी थी। ए के एंटनी ने अननी रिपोर्ट में कहा था कि कांग्रेस ने अल्‍पसंख्‍यक तुष्टिकरण की नीति अपनाई जिसके कारण पार्टी की बुरी तरह हार हुई है। इससे कांग्रेस की छवि अल्‍पसंख्‍यक समर्थक पार्टी के रूप में बन गई जिसका भाजपा को लाभ हुआ। कांग्रेस पार्टी लोगों को यह समझाने में भी नाकाम रही कि अल्‍पसंख्‍यक और बहुसंख्‍यक साम्‍प्रदायिकता देश के लिए समान रूप से घातक हैं।

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