उत्तर प्रदेश

ताजमहल प्रकरण में एक और पक्ष की एंट्री, मालिकाना हक का किया दावा, जानिए कौन है यह पक्ष

Entry of another party in the Taj Mahal case, claimed ownership, know who is this party

ताजमहल प्रकरण में एक और पक्ष की एंट्री, मालिकाना हक का किया दावा, जानिए कौन है यह पक्ष

Panchayat24.com : ताजमहल पर अभी मचा संग्राम थमा भी नहीं था कि एक और पक्ष ने इस मामले में एंट्री कर दी है। इस पक्ष का दावा है कि ताजमहल उनके परिवार की धरोहर है। ऐसे में ताजमहल पर उनका मालिकाना हक है। इस पक्ष का यह भी कहना है कि उनके पास इसके दस्‍तावेज भी मौजूद हैं। यदि जरूरत पड़ी तो वह इन दस्‍तावेजों को सार्वजनिक कर सकते हैं।

बता दें कि समय समय पर दुनिया के सात अजूबों में शुमार ताजमहल को लेकर कई तरह के विवाद सामने आते रहे हैं। कुछ लोगों ने इसको हिन्‍दू मन्दिर तेजोमालय होने का दावा किया है। इतना ही नहीं इस तरह के मामले कोर्ट के सामने भी आए हैं। वर्तमान में भी इलाहबाद की लखनफ बेंच में अयोध्या के भाजपा नेता डॉ. रजनीश सिंह ने याचिका दायर की है। अपनी याचिका में रजनीश सिंह ने ताजमहल के उन 22 कमरों को खोलकर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) से सर्वे कराने की मांग की है, जो लंबे वक्त से बंद हैं। याचिकाकर्ता का कहना है कि ताजमहल में हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियां और शिलालेख हो सकते हैं। अगर सर्वे होता है तो इससे मालूम चलेगा कि ताजमहज में हिंदू मूर्तियां और शिलालेख हैं या नहीं? इसी बीच राजस्‍थान से भाजपा की सांसद दीया कुमारी ने दावा किया है कि ताजमहल उनके परिवार की सम्‍पत्ति थी। मीडिया रिपोर्ट के दीया कुमारी ने कहा है कि ताजमहल जयपुर के पुराने राजपरिवार का महल हुआ करता था। शाहजाहं ने राजपरिवार के इस महल पर और उनकी जमीन पर कब्‍जा कर लिया। उस समय शाहजहां का शासन था ऐसे में उसके इस अन्‍याय का विरोध भी नहीं किया गया।  ऐसे में किसी तरह की अपील और सुनवाई की कोई भी संभावना नहीं थी। हालांकि दीया कुमारी का कहना है कि उन्‍होंने सुना है कि उस समय इसके बदले में कुछ मुआवजा दिया गया था। इसके खिलाफ ना चाहते हुए भी चुप रहना पड़ा क्‍योंकि उस समय अपील और सुनवाई की कोई व्‍यवस्‍था नहीं थी। बता दें कि दिया कुमारी जयपुर के पुराने राजपरिवार से सम्‍बन्‍ध रखती है।

अच्‍छा है किसी ने कोर्ट में आवाज उठाई है, खुलने चाहिए ताजमहल के बंद कमरे : दीया कुमार 

तालमहल मामले को लेकर कोर्ट में याचिका दायर किए जाने को लेकर दीया कुमारी ने प्रसन्‍नता जाहिर की है। उन्‍होंने कहा है कि यह अच्‍छा है कि किसी ने इस मामले को लेकर कोर्ट में आवाज उठाई है। उन्‍होंने कहा कि यदि आज देश में किसी जमीन या सम्‍‍पत्ति का अधिग्रहण किया जाता है तो उसके लिए उचित और न्‍यापूर्ण मुआवजा दिया जाता है। यदि ऐसा नहीं होता है तो न्‍याय दिलाने के लिए न्‍यायलय हैं। उन्‍होंने कहा कि यदि इस संबंध में उन्‍हें कोर्ट में गवाही भी देनी पड़ी तो वह तैयार हैं। दीया कुमारी ने कहा कि मैं बिल्‍कुल नहींं चाहती कि ताजमहल को तोड़ दिया जाए। लेकिन इतना अवश्‍य कहना चाहूंगी कि ताजमहल के बंद कमरों को खोला जाना चाहिए। इन बंद कमरों को लेकर देश की जनता के मन में तरह तरह की भ्रांतियां है। इन कमरों को खोला जाना चाहिए। यहां पर कुछ सामान मिलता है तो उसकी जांच भी होनी चाहिए। इससे जहां लोगों की भ्रंतियां दूर होंगी वहीं लोगों को सत्‍य का पता चलेगा।

कोर्ट जाने के बारे में कानूनी पक्ष का अध्‍ययन करने के बाद निर्णय लिया जाएगा

दीया कुमारी से जब यह पूछा गया कि क्‍या वह इस मामले में जयपुर के राजपरिवार की ओर से कोर्ट में याचिका दायर करेंगी तो उन्‍होंने कहा अभी इंंतजार किया जा रहा है। कानूनी पक्ष के अध्‍यनन के बाद इस दिशा में कोई कदम उठाया जाएगा। हालांकि उन्‍होंने कहा यदि आवश्‍यकता पड़ती है और कोर्ट आदेश देगा तो वह जयपुर के पूर्व राजपरिवार के रिकार्ड रूम से इस संबंध में दस्‍तावेज उपलब्‍ध करा देंगे। उन्‍हाेंने दावा करते हुए कहा कि दस्‍तावेजों में यह बात स्‍पष्‍ट है कि शाहजहां को ताजमहल पसंद आया और जयपुर के राजपरिवार की इच्‍छा के खिलाफ इसका अधिग्रहण कर लिया। उन्‍होंने कहा कि वहां पर कोई भी मंदिर नहीं था।

 

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