कांग्रेस नेतृत्व का ध्यान गुजरात के लोगों और पार्टी की समस्याओं को सुनने से अधिक अपने मोबाइल और बाकी चीजों पर रहा है : हार्दिक पटेल
The focus of Congress leadership has been on its mobile and other things more than listening to the problems of the people of Gujarat and the party: Hardik Patel
Panchayat24.com : गुजरात में पाटीदार समाज के बड़े नाम हार्दिक पटेल ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। हार्दिक पटेल ने इसकी जानकारी अपने टिवटर से दी है। हार्दिक पटेल ने कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपना इस्तीफा सौंपा है। हार्दिक पटेल ने एक पत्र लिखकर अपने इस्तीफे की वजह भी बताई है। पत्र रूपी इस्तीफे में लिखी गई सभी बातों को भी टिवटर पर शेयर किया गया है। पत्र में हार्दिक पटेल ने जिस तरह से भाजपा के काम की तारीफ की है उससे इस बात को हवा मिल रही है कि वह भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम सकते है।
अपने इस्तीफे में हार्दिक पटेल ने कहा है कि अनेक प्रयासों के बाद भी कांग्रेस पार्टी द्वारा देशहित एवं समाज हित के बिल्कुल विपरीत कार्य करने के कारण मैं पार्टी से इस्तीफा दे रहा हूं। हार्दिक पटेल ने कांग्रेस की कई नीतियों की भी आलोचना करते हुए लिखा है कि आज मैं बडी हिम्मत करके कांग्रेस पार्टी के सभी पदों और पार्टी की प्राथमिक सदसयता से इस्तीफा देता हूं।
हार्दिक पटेल ने पत्र में बिना राहुल गांधी का नाम लिए उन पर निशाना साधा है। पत्र में लिखा है कि जब देश कि जब भी मैं देश के शीर्ष नेतृत्व से मिलाातो लगा जैसे नेतृत्व का ध्यान गुजरात के लोगों और पार्टी की समस्याओं को सुनने से अधिक अपने मोबाइल और बाकी चीजों पर रहा है। जब भी देश संकट में था अथवा कांग्रेस को नेतृत्व की सबसे अधिक आवश्यकता थीीतो हमारे नेता विदेश में थे। शीर्ष नेतृत्व का बर्ताव गुजरात और गुजरातियों के प्रति ऐसा है जैसे गुजरात और गुजरातियों से उन्हें नफरत हो। ऐसे में कांग्रेस कैसे अपेक्षा करती है कि गुजरात के लोग उन्हें विकल्प के तौर पर देखेंगे।
हार्दिक पटेल ने कहा कि कांग्रेस ने गुजरात और गुजरातियों के अपमान के साथ युवाओं का भी भरोसा तोड़ दिया है। आज गुजरात का कोई भी युवा कांग्रेस के साथ खड़ा दिखना नहीं चाहता है। कांग्रेस के बड़े नेताओं ने जानबूझकर जनता के मुद्दो को कमजोर किया है। गुजरात के बड़े नेताओं को जनता की समस्यओं से अधिक इस बात का ध्यान रहता है कि दिल्ली से आए बड़े नेताओं को सैंडविच समय पर मिला या नहीं।
कांग्रेस ने खुद को विरोध की राजनीति तक सीमित किया
हार्दिक पटेल ने कहा कि मैंने पिछले तीन सालों में देखा कि कांग्रेस पार्टी केवल विरोध की राजनीति तक सीमित होकर रह गई है। देश के लोगों को विरोध नहीं बल्कि एक ऐसा विकल्प चाहिए जो उनके भविष्य के बारे में सोचता हो। देश को आगे ले जाने की क्षमता रखता हो।
भाजपा के कामों की तारीफ की
हार्दिक पटेल ने अपने इस्तीफे में भाजपा और मोदी सरकार के कामों की तारीफ कर कांग्रेस पर बड़ा प्रहार किया है। हार्दिक पटेल ने कहा कि अयोध्या में प्रभु श्रीराम का मंदिर हो, सीएए और एनआरसी का मुद्द हो, जम्मु कश्मीर से धारा 370 हटाना हो अथ्वा जीएसटी लागू करने जैसे निर्णय हो, देश लंबे समय से इनका समाधान चाहता था और कांग्रेस पार्टी सिर्फ इनमें एक बाधा बनने का काम करती रही। हार्दिक पटेल ने सीधे तौर पर पार्टी के शीर्ष नेतृत्व एवं वरिष्ठ नेताओं पर गंभीरता की कमी की बात कही।
कांग्रेस ने कहा, केन्द्रीय एजेंसियां लगाकर भाजपा ने हार्दिक का इस्तीफा कराया
हार्दिक पटेल के इस्तीफे के बाद कांग्रेस की ओर से भी जवाब आया है। मीडिया रिर्पो के अनुसार कांग्रेस नेता शक्ति सिंह गोहिल ने कहा कि कांग्रेस ने एक युवा को मौका दिया था। भाजपा ने केन्द्रीय एजेंसियांं लगाकर हार्दिक पटेल का कांग्रेस से इस्तीफा करवया है। कभी हार्दिक पटेल को अमित शाह में जनरल डायर नजर आता है। आज उनकी बदली हुई भाषा बहुत कुछ संकेत करती है। गुजरात कांग्रेस के प्रभारी रघु शर्मा ने हार्दिक पटेल को अवसरवादी कहा है। उन्होंने कहा कि नरेश पटेल को पार्टी में शामिल होने की बात चल रही थी। इससे उनके पेट में दर्द हो रहा था।