पुलिस, नेताओं और पत्रकारों की मदद से एक मामूली से इंसान ने कैसे खड़ा कर दिया काली कमाई का साम्राज्य, जानिए क्या है पूरा मामला ?
How did an ordinary person build an empire of black money with the help of police, politicians and journalists, know what is the whole matter?

Panchayat 24 : किसी भी लोकतांत्रित व्यवस्था में नेता, पुलिस और मीडिया अहम भूमिका निभाते हैं। तीनों के ही कंघों पर समाज में लोकतंत्र को स्वस्थ्य बनाए रखने की जिम्मेवारी होती है। ऐसी व्यवस्था की कल्पना भी भयानक होती है जहां इन तीनों में से कोई एक अपनी जिम्मेवारी का सही से निर्वहन न करें। ऐसे में यदि तीनों ही मिलकर गैरकानूनी कामों को न केवल प्रोत्साहित करें, बल्कि स्वयं इसका हिस्सा बन जाए तो समाज में अन्याय का राज कायाम हो जाएगा। ऐसे ही एक मामले में तीनों स्तंभों ने निजी हित में आंख मूंदकर गैरकानूनी कामों को सहयोग करते हुए एक सामान्य इंसान को काली कमाई का धनकुबेर बना दिया। पुलिस, नेता और पत्रकारों के सहयोग से इस साधारण से इंसान ने काली कमाई का साम्राज्य खड़ा कर लिया। पुलिस कार्रवाई में इस गठजोड़ की कलई खुलकर सामने आई है। आरोपी और उसकी पत्नी सहित गिरोह के कई सदस्यों पर गैंगस्टर की कार्रवाई की है।
क्या है पूरा मामला ?
जानकारी के अनुसार जिला बुलन्दशहर के राधिका एंकलेव निवासी सुधीर गोयल पर दस साल पूर्व लाखों रूपयों का कर्ज था। दस सालों में उसने गैर कानूनी तरीके से धन एकत्रित करके न केवल अपने लाखों रूपयों के कर्ज को चुकता किया, बल्कि कई सौ करोड़ का साम्राज्य भी खड़ा कर लिया। पुलिस के अनुसार भूमाफिया सुधीर गोयल और उसकी पत्नी रेखा गोयल ने प्लाट और मकान तथा जमीन बेचने के नाम पर करोड़ों का फर्जीवाड़े को अंजाम दिया था। पुलिस ने आरोपियों पर धोखाधड़ी एवं फर्जीवाड़े तथा धकी देने के आरोप में 17 मामले दर्ज किया हैं। सुधीर गोयल के एक करोड़ 24 लाख रूपये के धोखधड़ी के एक मामले में जिला हापुड़ निवासी पंकज सिरोही ने बीते 30 सितंबर को आत्महत्या कर ली थी। पुलिस ने 16 दिसंबर 2023 को सुधीर व रेखा, आलोक कुमार, जय सिंह और जय प्रकाश को पीलीभीत से गिरफ्तार किया था। पांचों इस समय जेल में हैं। रिपोर्ट के अनुसार सुधीर सफेदपोशों के काले धन को सफेद करता था। यह भी चर्चा है कि उसके ऊपर मनी लांडरिंग के अन्तर्गत कार्रवाई की जा रही है।
व्यापार में नुकसान होने पर माफिया ने पत्नी संग आत्महत्या करने का किया था प्रयास
रिपोर्ट के अनुसार सुधीर गोयल साल 2012 में फतेहगंज मंडी में आढ़ती थी। आढ़त के कारोबार में नुकसान होने पर उसके ऊपर काफी कर्ज हो गया था। कर्ज नहीं चुकाने की स्थिति में उसने पत्नी संग नहर में डूबकर आत्महत्या करने का प्रयास किया था। अन्य व्यापारियों ने उसको बचा लिया था। बाद में उसने गैरकानूनी तरीके से करोड़ की अकूत धन संपदा एकत्रित कर ली।
माफिया के खिलाफ ईडी ने शुरू की जांच
भूमाफिया सुधीर गोयल इस समय जांच एजेंसियों के निशाने पर आ चुका है। मंगलवार को ईडी की एक टीम ने सुधीर गोयल, उसके करीबी रिश्तेदारों, मित्रों और कुछ अन्य लोगों सहित कुल 14 ठिकानों पर छापेमारी की कार्रवाई की है। ईडी की टीम ने 60 लोगों के इसे मामले में पूछताछ की है। कई लोगों को हिरासत में लिया गया है। मंगलवार सुबह से शुरू हुई यह कार्रवाई देर रात तक चली है। जांच टीम को इस दौरान कई अहम दस्तावेज भी मिले हैं। इस दौरान काफी संख्या में अर्धसैनिकबल भी मौजूद रहा। सुधीर गोयल के घर पर उसके बड़े भाई पुष्पेन्द्र, उर्फ सोनू की पत्नी आशा गोयल और पुत्री राधिका को साथ लेकर ईडी की टीम राधिका एंक्लेव पहुंची थी। ईडी की एक अन्य टीम सुधीर के रिश्तेदार टीटू उर्फ प्रमोद के चौक बाजार स्थित आवास पर भी पहुंची थी। पूछताछ के दौरान ईडी की टीम ने सभी के मोबाइल भी जब्त कर लिए थे। इसके अतिरिक्त ईडी की एक अन्य टीम डीएम रोड आवास विकास निवासी एक पत्रकार के घर पहुंची। यहां टीम के साथ मीडियाकर्मी की नोकझोंक भी हुई। ईडी के सर्च वारंट दिखाए जाने के बाद मामला शांत हुआ और टीम ने कार्रवाई शुरू की। ईडी की एक टीम नुमाइश फ्लाईओवर क्लासिक होटल के निकट व्यापारी नेता नीरज जिंदल के घर भी पहुंची थी।ईडी की एक टीम ने सुधीर गोयल के पुत्र के यमुनापुरम स्थित स्कूल पहुंची। उसकी परीक्षा समाप्त होने के बाद टीम ने उसे भी हिरासत में ले लिया। कई मुकदमों मेंउसका शामिल है, लेकिन उसकी गिरफ्तारी नहीं हुई थी।
नोट गिनने और सोना तोलने की मशीनें मांगाई गई
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार ईडी की टीम ने नोट गिनने और सोना तोलने की मशीने भी मंगाई थी। माना जा रहा है कि ईडी को छापेमारी के दौरान भारी मात्रा में नकदी और आभूषण मिलने की सूचना थी। कार्रवाई के दौरान ईडी को एक नोट गिनने की मशीन भी मिली है। रिपोर्ट की माने तो पिछले एक सप्ताह से ईडी के 25 से अधिक अधिकारियों की एक टीम बुलन्दशहर में मौजूद थी। टीम के सदस्य सुधीर गोयल से जुड़ी संपत्तियों की जांच कर रहे थे। उससे जुड़े व्यक्तियों पर नजर रखी जा रही थी।