कुमारी मायावती राजकीय महिला पॉलीटेक्निक कॉलेज के हॉस्टल में आधी रात को घुसे असामाजिक तत्व, छात्राओं ने किया हंगामा
Anti-social elements entered the hostel of Kumari Mayawati Government Women's Polytechnic College at midnight, girl students created a ruckus

Panchayat 24 : बादलपुर स्थित कुमारी मायावती राजकीय महिला पॉलीटेक्निक कॉलेज में छात्राओं की सुरक्षा को लेकर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है। देर रात कॉलेज के हॉस्टल में बड़ी संख्या में असामाजिक तत्व उनके कमरे तक घुस आए। छात्राओं का आरोप है कि मामले की शिकायत कॉलेज एवं हॉस्टल प्रबंधन से की गई। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। देर रात को छात्राओं ने अपनी सुरक्षा को लेकर कॉलेज में जमकर हंगामा किया। घटना के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। इनमें भयभीत छात्राएं हॉस्टल छोड़कर बाहर निकलकर असामाजिक तत्वों को सामने आने की बात कह रही हैं। सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंच गई।खबर लिखे जाने तक पुलिस एवं प्रशासन के आला अधिकारी पॉलीटेक्निक कॉलेज में मौजूद थे। मामला सेंट्रल जोन स्थित बादलपुर कोतवाली क्षेत्र का है।
क्या है पूरा मामला ?
दरअसल, उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के पैतृक गांव में उनके शासनकाल में महिलाओं के लिए कुमारी मायावती राजकीय महिला पॉलीटेक्निक कॉलेज का निर्माण किया गया था। इस कॉलेज में हॉस्टल की भी व्यवस्था है। यहां प्रदेश और देश के दूसरे स्थानों से छात्राएं आकर रहती हैं और पढ़ाई करती हैं। हॉस्टल में रह रही छात्राओं का आरोप है कि हॉस्टल में सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त नहीं है। बिजली की भी पर्याप्त व्यवस्था नहीं है। इतना ही नहीं कॉलेज और हॉस्टल में आधी रात को असामाजिक तत्व हॉस्टल में घुस आते हैं। कई बार आसामजिक तत्वों की हिम्मत इतनी बढ़ जाती है कि छात्राओं के रूम तक पहुंच जाते हैं। छात्राओं का कहना है कि बीते रविवार देर रात लगभग 1:30 बजे बड़ी संख्या में असामाजिक तत्व हॉस्टल में घुस आए। छात्राएं भयभीत हो गई। सभी छात्राएं एक स्थान पर एकत्रित हो गई। छात्राओं ने रात को ही कॉलेज में जमकर हंगामा करते हुए अपनी सुरक्षा के लिए मांग उठाई। मामला बढ़ता देख कॉलेज और हॉस्टल प्रबंधन ने मामले को शांत करने का प्रयास किया। सूचना पाकर पुलिस भी मौेके पर पहुंच गई। छात्राओं का हंगामा सोमवार को भी जारी रहा।
छात्राओं ने प्राचार्य एवं प्रबंधन पर लगाए गंभीर आरोप
छात्राओं ने कॉलेज और हॉस्टल में अपनी सुरक्षा को लेकर पुलिस को एक पत्र भी लिखा है। यह पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। पत्र में पुलिस अधिकारी को संबोधित करते हुए लिखा गया है कि हमारे कॉलेज में पिछले कई दिनों से लड़के घुस आते हैं। हमे परेशान करते हैं। इस संबंध में प्राचार्य से भी शिकायत की गई। वह हमसे इस संबंध में सबूत मांगते हैं। हमारी बात को झूठा साबित किया जाता है। हमारी बात नहीं सुनी जा रही है। हम भयभीत हैं। कॉजेज में कोई भी सुरक्षा के प्रबंध नहीं है। कोई चौकीदार तैनात नहीं है। छात्राओं ने पत्र में स्पष्ट कहा है कि बिना सुरक्षा व्यवस्था तैनात किए हम यहां नहीं रह सकेंगे। छात्राओं ने चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि हमारी मांग पूरी नहीं होती है तो वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने मामले को उठाएंगे। कुछ छात्राओं ने पुलिस पर भी मामले को दबाने का आरोप लगाया है।
कॉलेज प्रबंधन और प्राचार्य पर उठे बड़े सवाल
मीडिया में आई वीडियो के अनुसार एक छात्रा कह रही है कि रविवार देर रात लगभग 50 असामाजिक तत्वों का एक गुट यहां आधी रात आया था। कई छात्राओं ने यह भी कहा कि हर साल इस तरह की घटनाएं होती है। एक छात्रा ने यह भी कहा कि यदि हमे कॉलेज और हॉस्टल में कुछ संदिाग्ध दिखता है अथवा कोई असामाजिक तत्व दिखाई देता है तो हमसे सबूत मांगे जाते हैं। हमसे कहा जाता है कि रिकार्ड करके हमे दो। छात्राओं ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उल्टे हमारे ऊपर आरोप लगाए जाते हैं कि लड़के आपसे मिलने आते हैं। तुम खुद लड़कों को बुलाती हो। एक छात्रा ने यह भी कहा कि उसका हाथ खिड़की पर रखा हुआ था। किसी ने उसके हाथ में नुकीली वस्तु चुभाई। जब प्रतिक्रिया दी तो वहां से गायब हो गए।
छात्राओं की सुरक्षा में बड़ी लापरवाही, कोलकाता की घटना से नहीं लिया कोई सबक
बादलपुर स्थित कुमारी मायावती राजकीय महिला पॉलीटेक्निक कॉलेज में छात्राओं की सुरक्षा को लेकर बड़ी लापरवाही का मामला प्रकाश में आया है। छात्राओं का आरोप है कि इस तरह की घटनाएं साल दर साल कॉलेज एवं हॉस्टल में घट रही हैं। इसके बावजूद उनकी सुरक्षा के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। यहां पर काॅलेज एवं हॉस्टल प्रबंधन सहित प्रशासन पर भी कई सवाल उठ रहे हैं। यहां बड़ी बात यह भी है कि पूरे देश में कोलकाता के आरजी कर कॉलेज में महिला डॉक्टर के साथ गैंगरेप एवं हत्या की घटना अभी ठंडी नहीं पड़ा है। ऐसे में कॉलेज एवं हॉस्टल प्रबंधन छात्राओं की सुरक्षा को लेकर इतना लापरवाह कैसे हो सकता है कि आधी रात को छात्राओं के हॉस्टल में 40 से 50 असामाजिक तत्व घुस आते हैं। वहीं, पुलिस एवं प्रशासन पर भी सवाल खड़े होते हैं कि जिस कॉलेज के हाॅस्टल में छात्राएं रह रही हैं, उनकी सुरक्षा की पूरी जिम्मेवारी कॉलेज और हॉस्टल प्रबंधन पर छोड़कर इतिश्री कर लिया गया है। समय समय पर निगरानी क्यों नहीं की गई। यदि समय समय पर निगरानी की गई होती और छात्राओं से इस संबंध में बातचीत की जाती तो पुलिस और प्रशासन को इसके बारे में बहुत पहले पता चल चुका होता।
कॉलेज प्रशासन का पक्ष
इस घटना के सामने आने के बाद कुमारी मायावती राजकीय पॉलीटेक्निक कॉलेज की ओर से एक आदेश जारी करते हुए मामले की जांच की बात कही है। आदेश में कहा गया है कि संस्था के छात्रावास संख्या 2 की किसी छात्रा के अभिभावक ने पुलिस को सूचना दी कि छात्रावास में बाहरी लोग घुस आए हैं। मामले में 28 सितंबर की रात 11 बजे पुलिस संस्था में पहुंची और छात्राओं से पूछताछ की। छात्राओं द्वारा अवगत कराया गया है कि छात्रावास संख्या 1 की मैस और छात्रावास संख्या 2 की बीच की सड़क पर कुछ लोग दिखाई दिए। जिसे वह काफी भयभीत हैं। पुलिस के जाने के लगभग पांच मिनट बाद स्टॉफ को बताया गया कि सभी छात्राएं भयभीत हैं। अत: स्टॉफ की उपस्थिति से उनका भय कम होगा। संस्था में आवासित सभी स्टॉफ एवं छात्रावास संख्या 2 की सभी छात्राएं 29 सितंबर सुबह 3 बजे तक छात्राओं की समस्याओं एवं उनके समाधान तथा छात्रावास की प्रतिनिधि छात्राओं को बदलने के लिए विचार विमर्श करते रहे। 29 सितंबर की सुबह 3 बजे सभी छात्राओं के आश्वस्त होने पर ही बिना भय के सो सकेंगी। इसके बाद सभी छात्राएं और स्टॉफ सोने चले गए। इस प्रकरण के संबंध में छात्रावास संख्या 2 की छात्राओं की समस्याओं के समाधान एवं जांच के लिए संस्था की ओर से एक चार सदस्यीय टीम का गठन किया गया है। कम्प्यूटर विभाग की विभागाध्यक्ष दीपिका दूबे इस टीम की अध्यक्ष होंगी। अन्य सदस्यों में व्याख्याता कम्प्यूटर स्वाति वर्मा होंगी। वह हॉस्टल वार्डन का काम देखेंगी। वहीं, गणित व्याख्याता प्रति सिंह और इलैक्ट्रॉनिक्स की व्याख्याता मीनाक्षी चौधरी टीम की दो अन्य सदस्य होंगी।
क्या कहती है पुलिस ?
कोतवाली बादलपुर क्षेत्रान्तर्गत कुमारी मायावती राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज बादलपुर में छात्राओं की शिकायत कॉलेज की आधारभूत संरचना सम्बन्धी कार्य न कराने को लेकर प्रधानाचार्य के खिलाफ है। छात्राओं के अनुसार कॉलेज में लाइट की व्यवस्था सही नहीं है। छात्राओं ने मांग की है कि बाउंड्री वाल ऊंची होनी चाहिये। पेड़ बहुत है, कटने चाहिये। खाना कम बनता है। सीसीटीवी कैमरे बहुत कम लगे हैं। जो लगे हैं, वह भी काम नहीं कर रहे हैं। रात्रि में बाहर के लोग आते हैं। कॉलेज में कोई सिक्योरिटी गार्ड और वार्डन नहीं है। प्रधानाचार्य द्वारा भी आरोप प्रत्यारोप लगाये जा रहे है। एसीपी-2 सेंट्रल नोएडा व एसडीएम पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे हैं। छात्राओं की समस्याओं के समाधान के लिये सम्बन्धित विभाग से समन्वय किया गया है। आवश्यक कार्यवाही की जा रही है।