सेंट्रल नोएडा जोन

दादरी और बिसाहड़ा का नाम कर दिया बदनाम, दो लड़कों ने किया ऐसा काम, जानिए क्‍या है पूरा मामला ?

Dadri and Bisahada's name got defamed, two boys did such a thing, know what is the whole matter?

Panchayat 24 : जिले का दादरी नगर और बिसाहड़ा गांव एक बार फिर से चर्चा में आ गया है। इस बार चर्चा का कारण दो लड़कों का ऐसा कारनामा रहा है जिसकी चर्चा इनके परिजन, मित्र और परिचित गर्व से नहीं कर सकते हैं। इन्‍हें इनके कारनामों की चर्चा करने में बदनामी एवं शर्म महसूस होगी। इनके कारनामें के कारण दादरी और बिसाहड़ा का नाम बदनाम ही हुआ है। दोनों युवकों को सेंट्रल नोएडा जोन की बिसरख कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार किया है।

क्‍या है पूरा मामला ?

दरअसल, बिसरख कोतवाली पुलिस के अनुसार ग्रेटर नोएडा वेस्‍ट स्थित पंचशील सोसाइटी निवासी एक व्‍यक्ति रा अपने मोबाइल फोन पर ग्राइंडर एप डाउनलोड किया था। इसके माध्‍यम से उसके रोहित श्रीवास्तव नाम के व्यक्ति से मोबाइल पर वार्ता करते-करते घनिष्ठ संबंध हो गए थे। पीडित ने बीते 14 अक्‍टूबर को फोन करके अपने दोस्त रोहित को पंचशील सोसायटी के गेट पर बुलाया गया था। वह पीडित को अपनी कार से लेने आया। पीडित अपनी मर्जी से उसकी कार में बैठकर चला गया। रास्ते में आरोपी रोहित ने पीडित को बहला-फुसलाकर 68 हजार रूपए ऑनलाइन ट्रांजेक्शन करवा कर लिए। आरोपी ने पीडित से उसकी चेन व अंगूठी भी उतरवा ली। इसके बाद पीडित को मौके पर ही छोड़कर फरार हो गया। पीडित ने पुलिस को मामले की सूचना दी। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी।

गिरफ्तार आरोपी ग्राइंडर एप के माध्‍यम से लोगों को ब्‍लैकमेल कर ठगी करते थे

डीसीपी सेंट्रल नोएडा शक्ति मोहन अवस्‍थी ने बताया कि पुलिस ने इस संबंध में जारचा कोतवाली क्षेत्र के बिसाहड़ा गांव निवासी राहुल शर्मा और दादरी निवासी हिमांशु को गिरफ्तार किया है। उन्‍होंने बताया कि आरोपी एक ग्राइंडर एप के माध्‍यम से अपनी फोटो लगी हुई प्रोफाइल बनाते थे। इस एप पर जिन लोगों से इनकी प्रोफाइल का मिलान हो जाता था, उनके साथ चेट करते थे। चेट के माध्‍यम से घनिष्‍ठता बढ़ने पर सामने वाले की गोपनीय  बातें पता कर लेते थे। बाद में मिलने का निर्णय करते थे। मिलने के लिए जूम कार एप पर गाड़ी बुक करते थे। जिसके साथ इनको ठगी करनी होती थी उसको समय और स्‍थान बता देते थे। यहां पर वह गाड़ी लेकर पहुंच जाते थे। उसको गाड़ी में बिठाकर ले जाते थे। इस बीच उसको उसकी गोपनीय बातों को सार्वजनिक करने की धमकी देकर ब्‍लैकमेल करते थे। उससे नकदी, सोने चांदी के आभूषण और कई बार ऑनलाइन ट्रांसजेक्‍शन भी कराते थे। लोग बदनामी के डर से अपने साथ हुई घटना का किसी से जिक्र नहीं करते थे। बता दें कि जूम कार एप पर कार बुक करके खुद ही उसको ड्राइव करते थे। पुलिस ने आरोपियों के कब्‍जे से 47 हजार की नकदी, सोने की चेन एवं अंगूठी, एक कार और तमंचा बरामद किया है। पुलिस के अनुसार आरोपी अपनी प्रोफाइल को इस तरह से मजबूत और आकर्षक बनाते थे जिससे लोगों को उन पर शक न हो।

आरोपियों के मोबाइल की पुलिस करेगी जांच

पुलिस के अनुसार गिरफ्तार किए गए आरोपियों ने कई लोगों को अपना शिकार बना कर लाखों की ठगी को अंजाम दे चुके है। फेस-2 कोतवाली क्षेत्र में भी इस तरह का एक अन्‍य मामला भी प्रकाश में आया था। पुलिस आरोपियों के मोबाइल और वॉटसअप की जांच कर पता लगाएगी कि इनके द्वारा कितने लोगों से ठगी की है।

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