ग्रेटर नोएडा जोनग्रेटर नोएडा प्राधिकरण

पार्क में लगे फव्‍वारे में डूबने से सात साल के मासूम की मौत, सेक्‍टरवासियों ने कहा प्राधिकरण की लापरवाही से हुआ हादसा

A seven-year-old innocent died after drowning in a fountain in the park, residents of the sector said the accident happened due to the negligence of the authorities

Panchayat 24 : ग्रेटर नोएडा के सेक्‍टर पी-3 के पार्क में लगे फव्‍वारे में भरे पानी में एक सात साल का बच्‍चा डूब गया। पास के ही कुछ लोगों ने बच्‍चों को पानी में डूबा हुआ देखा। आनन फानन में बच्‍चे को पानी से निकालकर पास के ही एक निजी अस्‍पताल में भर्ती कराया जहां चिकित्‍सकों ने बच्‍चे को मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद सेक्‍टरवासियों में भारी रोष है। लोगों का कहना है कि कई बार ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण से पार्क में बंद पड़े फव्‍वारे को बंद करने की मांग की गई थी। यदि प्राधिकरण ने समय समय रहते ध्‍यान देता तो हादसे को टाला जा सकता था। वहीं, प्राधिकरण ने हादसे पर दुख प्रकट करते हुए मामले की जांच की बात कही है। प्राधिकरण का कहना है कि जांच में दोषी पाए गए लोगों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

क्‍या है पूरा मामला ?

दरअसल, मूलरूप से उत्‍तर प्रदेश के शाहजहांपुर निवासी सुभाष परिवार के साथ सेक्‍टर बीटा-2 कोतवाली क्षेत्र के सेक्‍टर पी-3 के डी ब्‍लॉक में स्थित एक कंप्‍लीशन प्‍लॉट में रहते हैं। परिवार मेहनत मजदूरी करता है। उनका सात साल का एकलौता बेटा पृथ्‍वी सेक्‍टर के पार्क में खेल रहा था। इस बीच वह पार्क में लगे फव्‍वारे के पास चला गया। देर रात हुई बारिस से फव्‍वारे के बेस में पानी भरा हुआ था। पुलिस के अनुसार बच्‍चा फव्‍वारे में भरे पानी में नहाने गया था। इस दौरान वह पानी में डूब गया। आसपास के लोगों ने पानी में डूबे हुए बच्‍चे को देखकर सेक्‍टरवासियों और पुलिस को मामले की सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर बच्‍चे को उपचार के लिए अस्‍पताल में भर्ती कराया जहां उसकी मौत हो गई। सूचन है कि पीडित परिवार बच्‍चे के शव को लेकर शाहजहांपुर चला गया।

सेक्‍टर पी-3 आरडब्‍ल्‍यूए के पूर्व अध्‍यक्ष एडवोकेट आदित्‍य भाटी का कहना है कि कि पिछले लगभग सात से आठ सालों से सेक्‍टर के थीम पार्क में लगा हुआ फव्‍वारा खराब पड़ा हुआ है। इसमें गंदगी भरी हुई है। बारिस के मौसम में गंदा पानी भी यहां भर जाता है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण से कई बार इसको भरने की मांग की गई है। कई बार उच्‍च अधिकारी भी यहां आ चुके हैं। पूर्व सीईओ नरेन्‍द्र भूषण भी यहां आए थे। उन्‍होंने स्‍थलीय निरीक्षण करके फव्‍वारे को बंद किए जाने के निर्देश दिए थे। इसके बावजूद प्राधिकरण से इस संबंध में अन्‍य अधिकारी भी आश्‍वासन भी दे चुके हैं। लेकिन आज तक कार्रवाई नहीं हो सकी है। उनका कहना है कि प्राधिकरण की लापरवाही का खामिजा एक मासूम को जान देकर चुकाना पड़ा है।

इस संबंध में ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण की ओएसडी गुंजा सिंह का कहना है कि दर्दनाक हादसे से प्राधिकरण आहत है। यह वाकई एक दुखद घटना है। पीडित परिवार के प्रति हमारी गहरी संवेदना है। घटना के कारणों की जांच कराई जा रही है। लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। भविष्‍य में ऐसी किसी भी घटना की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए सभी आवश्‍यक कदम उठाए जाएंगे।

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