गौकशी : लावारिस अवस्था में नेशनल हाईवे के किनारे बिखरे मिले गौवंश के अवशेष, ग्रामीणों रोष
Gaukashi: Remains of half a dozen cows found scattered along the National Highway in unclaimed state, villagers fury
Panchayat 24 : दादरी क्षेत्र में नेशनल हाईवे के किनारे गौवंश के अवशेष लावारिस अवस्था में बिखरे मिले हैं। गौकशी की खबर सूनते ही आपास के गांवों के लोग भारी संख्या में मौके पर पहुंच गए। सूचना पर पुलिस के आला अधिकारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए और घटनास्थल का मौका मुआयना किया। फॉरेंसिक टीम ने भी मौके से अवशेषों के सैंपल लेकर प्रयोगशाला जांच के लिए भेज दिए। पुलिस ने बिखरे पड़े अवशेषों को एकत्रित कर ग्रमीणों की मदद से जेसीबी से गड्ढा खोदकर दबाया। घटना के बाद ग्रामीणों में भारी रोष है। बाद में ग्रामीणों एवं गौसेवा से जुड़े संगठनों ने एडीडीसीपी विशाल पांडे को इस संबंध में एक ज्ञापन सौंपा। मामला दादरी कोतवाली क्षेत्र के चिटेहरा गांव का है।
क्या है पूरा मामला ?
दरअसल, बीते रविवार देर रात चिटेहरा गांव के जंगल में नेशनल हाईवे-91 के करीब गौकशी की घटना को अंजाम दिया गया। सुबह ग्रामीणों गौवंश के अवशेषों को जंगल में बिखरा हुआ देखा। खबर आसपास के गांवों में आग की तरह फैल गई। चिटेहरा, नई बस्ती और बील अकबरपुर गांव के लोग मौके पर भारी संख्या में पहुंच गए। ग्रामीणों ने बताया कि मौके पर बिखरेअवशेष देखकर प्रतीत हो रहा है कि लगभग आधा दर्जन गौवंश की हत्या की गई है। मौके पर भारी मात्रा में अवशेष और खून बिखरा हुआ था। आसपास इंजेक्शन तथा उनके रैपर भी पड़े हुए थे। इससे यह भी अनुमान लगाया जा रहा है कि गौवंश को पहले इंजेक्शन लगाकर बेहोश किया गया। इसके बाद उनकी हत्या की गई। सूचना मिलते ही एसीपी नितिन कुमार और दादरी कोतवाली पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए। उन्होंने कानूनी कार्रवाई के बाद मौके पर मिले अवशेषों को जेसीबी की मदद से जमीन में दबाया। गया। मौके डा,अन्नू मुखिया गुर्जर, अशोक भाटी, साध्वी हरसिद्धिगिरी महाराज, अंकित प्रधान, ऋषि प्रधान, प्रदीप भाटी सहित भारी संख्या गऊ सेवा सेवा संगठनों से जुड़े लोग भी मौके पर उपस्थित थे।
पिछले कुछ महीनों में गौकशी की हुई है आधा दर्जन घटनाएं : ग्रामीण
मौके पर मौजूद ग्रामीणों में घटना को लेकर काफी रोष है। चिटेहरा गांव प्रधान पति मनीष कुमार का कहना है कि पिछले कुछ महीनों में क्षेत्र के बढ़पुरा और चिटेहरा सहित कुछ अन्य स्थानों पर आधा दर्जन गौकशी की घटनाएं हो चुकी है। हर बार पुलिस द्वारा उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया जाता है। इससे लोगों में रोष है। ग्रामीणों ने पुलिस ने जल्द से जल्द घटना में शामिल आरोपियों का पता लगाकर गिरफ्तारी और कठोर कार्रवाई की मांग की है।
दादरी क्षेत्र में गौकशी बन चुका है बड़ा मुद्दा
बता दें कि दादरी क्षेत्र के बिसाहड़ा गांव में साल 2015 में गौकशी का मामला एक बड़ा मुद्दा बन चुका है। इस मामले की तपिश केन्द्र और राज्य सरकारों तक भी पहुंची थी। अन्तर्राष्ट्रीय मीडिया में यह मामला खूब चर्चा में रहा था। इस मामले में अकलाख हत्याकांड़ हुआ था। देश में मोबलिंचिंग की राजनीतिक चर्चा भी इसी मुद्दे से शुरू हुई थी।
इस संबंध में डीसीपी अभिषेक वर्मा का कहना है कि दो गौवंश की हत्या की गई है। जिस तरह से जंगल में गौवंश के अवशेष बिखरे पड़े थे, उससे प्रतीत हो रहा है कि यह किसी गिरोह का काम है। मौके पर गौवंश के अवशेष के नाम पर मलबा और खून पड़ा था। इससे प्रतीत हो रहा है कि इस घटना को किसी व्यवसायिक गिरोह द्वारा अंजाम दिया गया है। गौवंश की हड्डियों और खाल को साथ ले गए। जांच में ऐसी बात सामने नहीं आई है कि घटना को सांम्प्रदायिक माहौल खराब करने के लिए अंजाम दिया गया हो। पुलिस आरोपियों का पता लगाने और गिरफ्तारी के लिए सघनता से जुटी है। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।