अय्याशी करने को कर रहे थे मादक पदार्थ की तस्करी, 25 लाख का गांजा और दो कार सहित अन्तर्राज्यीय गिरोह के दो तस्कर गिरफ्तार
Two smugglers of inter-state gang arrested along with drug smugglers for debauchery, ganja worth Rs 25 lakh and two cars.

Panchayat 24 : नोएडा पुलिस ने दिल्ली एनसीआर में मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले अन्तर्राज्यीय गिरोह के दो आरोपियों को गिफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से दो लग्जरी कार और 25 लाख कीमत का गांजा भी बरामद किया है। आरोपियों ने बताया कि उन्होंने अय्याशी का शौक पूरा करने के लिए मादक पदार्थों की तस्करी शुरू की थी। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर कोर्ट में पेश किया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। मामला सेक्टर-20 कोतवाली क्षेत्र का है।
क्या है पूरा मामला ?
सेक्टर-20 कोतवाली पुलिस ने बताया कि वीरवार तड़के पुलिस ने स्वाट-2 टीम के साथ संयुक्त रूप लोकल इंटेजीजेंस की सूचना पर विनायक अस्पताल अंडरपास के करीब विकास शर्मा निवासी गाजियाबाद और कपिल चौधरी निवासी बिजनौर को गिरफ्तार कर लिया। कपिल चौधरी इस गिरोह का मास्टर माइंड है। वह अपने साले की हत्या के आरोप में पूर्व में भी जेल जा चुका है। कपिल के निर्देश पर ही विकास अपने भांजे कुणाल के साथ मिलकर गांजा तस्करी को अंजाम दे रहा था। कुणाल फरार चल रहा है। पुलिस फरार आरोपी की तलाश कर रही है। गिरफ्तार आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने दो लग्जरी कारें और 2 क्वंटल गांजा भी बरामद कर लिया। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत 25 लाख रूपये है। पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला कि आरोपी जूम एप की मदद से किराए की गाडि़यों से गाजा की तस्करी करते थे।
उड़ीसा और मेघालय से दिल्ली एनसीआर में करते थे गांजा की तस्करी
गिरफ्तार आरोपियों ने पूछताछ के दौरान बताया कि उड़ीसा और मेघालय की राजधानी शिलांग से दिल्ली एनसीआर में गांजा की तस्करी कर रहे थे। आरोपी दिल्ली एनसीआर के नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद, दिल्ली, फरीदाबाद और गुरूग्राम में इस गांजे की सप्लाई करते थे। उत्तर भारत के पंजाब में भी इनके द्वारा गांजे की बड़ी मात्रा में खपत की जा रही थी।
10 हजार में खरीदा गांजा 20 हजार में बेचते थे
पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उड़ीसा एवं शिलांग से उन्हें जो गांजा 10 हजार रूपये प्रति किलो की दर से मिला है। उसको पंजाब, दिल्ली एनसीआर तथा अन्य उत्तर भारत के राज्यों में 20 हजार रूपये में बेचते थे। गांजा बेचकर मिलने वाले रूपयों से आरोपी अय्याशी करते थे।