लैण्ड जिहाद : दादरी क्षेत्र में विवादित जमीन पर सुनियोजित तरीके से किया जा रहा है कब्जा, जानिए क्या पूरा मामला ?
Land Jihad: Disputed land in Dadri area is being occupied in a planned manner, know the whole matter?

Panchayat 24 : दादरी क्षेत्र में लैण्ड जेहाद का एक मामला प्रकाश में आया है। बड़े ही सुनियोजित ढंग से पूरे मामले को अंजाम दिया जा रहा है। यह पूरा खेल धर्म और आस्था की आड़ में खेला जा रहा है। स्थानीय लोगों के बीच इस प्रकरण को लेकर रोष है। पुलिस से भी मामले की शिकायत की गई है। आश्चर्य की बात यह है कि यह पूरा खेल एक विवादित जमीन पर प्रशासन की नाक के नीचे खेला जा रहा है। हालांकि जमीन पर अवैध निर्माण कर कब्जा करने का भी प्रयास किया गया जिसको पुलिस द्वारा रूकवाया गया है। बता दें कि इस जमीन का मामला उच्च न्यायालय में लंबित है। मौके का लाभ उठाकर जमीन पर कब्जा किया जा रहा है।
क्या है पूरा मामला ?
दरअसल, चिटेहरा गांव में नाले के पास स्थित जमीन पर एक पीर स्थित है। पिछले साल यह जमीन समाचारों की सुर्खियां बनी थी। जमीन का वाद न्यायालय में लंबित है। शासन के आदेश पर इस जमीन पर किसी भी प्रकार का अतिक्रमण अथवा निर्माण नहीं करने से संबंधित एक बोर्ड भी लगाया गया था। पिछले कुछ समय से इस पीर के रख रखाव के नाम पर इस जमीन पर कब्जा किया जा रहा हे। धीरे धीरे पीर के छोटे से जमीन के टुकड़े को बहुत अधिक बढ़ा दिया गया है। जमीन पर कब्जा करने के लिए अस्थाई निर्माण किया जा रहा है। चिटेहरा गांव में यह विषय चर्चा का केन्द्र बना हुआ है। लोगों का कहना है कि पिछले कुछ समय से असामान्य तौर पर इस पीर पर धार्मिक गतिविधियां तेजी से बढ़ी हैं। कुछ दिन पूर्व पीर पर निर्माण कार्य शुरू किया गया था जिसकी ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी थी। इसके बाद निर्माण कार्य रूक गया था। दरअसल, पीर के एक तरफ अल्पसंख्यक आबादी है तो दूसरी और बहुसंख्यक आबादी वाला गांव स्थित हैं। ऐसे में मामला काफी गंभीर है।
वहीं, चिटेहरा गांव निवासी अंकित भाटी ने मामले में पुलिस को लिखित शिकायत दी है। शिकायत में कहा गया है कि उनकी जमीन पर दादरी निवासी सलीम ने पीर बनाकर कब्जा कर लिया है। मना करने के बावजूज वह जमीन पर कब्जा बढ़ा रहा है। दादरी पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस आरोपी की तलाश कर रही है।
अवैध निर्माण एवं अतिक्रमण से ग्रामीणों में रोष
इस बारे में चिटेहरा गांव के लोगों का मानना है कि जिस तरह से पिछले कुछ सालों में पीर पर विभिन्न प्रकार की गतिविधियां बढ़ी है उससे कई तरह की आशंकाएं पैदा हो रही है। पिछले कुछ सालों से दादरी निवासी सलीम का जुड़ाव पीर से बढ़ा है। उसने न केवल पूरी तरह से पीर को अपने कब्जे में लिया है, बल्कि सुनियोजित तरीके से पीर के क्षेत्रफल को बढ़ाकर जमीन पर अवैध कब्जा करना शुरू कर दिया है। धीरे धीरे पीर की मूल जमीन से कई गुना जमीन को कब्जा कर लिया है। बाहरी लोगों का भी पीर पर आना जाना शुरू हुआ है। जिस तरह से पूरे मामले को अंजाम दिया जा रहा है, ग्रामीणों में भारी रोष है। ग्रामीण पूरे प्रकरण को लैण्ड जेहाद कह रहे हैं।
आरोपी सलीम का विवादों से रहा है पूरा नाता : स्थानीय लोग
कुछ लोगों का यहां तक कहना है कि सलीम के साथ पीर पर बाहरी लोगों का आना जाना बढ़ गया है। वहीं, आरोपी सलीम का विवादों से पुराना नाता रहा है। बता दें कि साल अक्टूबर 2022 में गाजियाबाद के मसूरी क्षेत्र के इकला गांव स्थित नर्मदेश्वर महादेव मंदिर पर तीन दिन का प्रवचन करने जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर एवं हिन्दु सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी प्रबोधानंद गिरी आए हुए थे। उनकी हत्या के इरादे से एक युवक मंदिर परिसर में घुसा था। हालांकि इस युवक को सेवादारों ने दबोच लिया था जिससे वह युवक अपने इरादों में कामयाब नहीं हो सका था।
तलाशी के दौरान युवक के पास से लोड पिस्टल, कारतूस, ब्लेड, दो मोबाइल फोन और आधार कार्ड सहित काफी संदिग्ध सामान बरामद किया था। बाद में आरोपी युवक को पुलिस के हवाले कर दिया गया था। मामले की गंभीरता को देखते हुए आईबी, एटीएस और स्पेशल सेल ने उससे पूछताछ की थी। पुलिस को आरोपी से चौकाने वाली जानकारियां मिली थी। आरोपी की पहचान दादरी के पल्ला गांव निवासी आसमोहम्मद के रूप में हुई थी। आरोपी समीर शर्मा के नाम से मंदिर में घुसा था। आरोपी आस मोहम्मद पर लव जेहाद के भी आरोप लगे थे। जांच एजेंसियों को आरोपी ने पूछताछ में बताया था कि उसको मुजफ्फरनगर के रहने वाले सलीम ने महामंडलेश्वर की हत्या के लिए 70 हजार रूपया और पिस्टल मुहैया कराई थी। यह भी पता चला कि यदि उसको और अधिक हथियारों की आवश्यकता पड़ती तो शामली के कांधला से अधिक हथियार उसको मिलने वाले थे।
चिटेहरा के ग्रामीणों ने बताया कि इकला गांव में महामंडलेश्वर प्रबोधानंद गिरी की हत्या करने पहुंचे आस मोहम्मद का सलीम के साथ काफी करीब के संबंध थे। ग्रामीणों ने आशंका व्यक्त की है कि जांच एजेंसियों को पूछताछ में आसमोहम्मद उर्फ समीर शर्मा से जिस सलीम के संबंधों के बारे में पता चला था दरअसल वह यही दादरी निवासी सलीम है। कुछ लोगों ने यह भी बताया कि इस इस प्रकरण के बाद सलीम अचानक गायब हो गया था। इसके बाद पिछले कुछ समय से वह फिर से सक्रिय हुआ है और पीर के नाम पर जमीन पर कब्जा करना शुरू कर दिया है।
प्रशासनिक अधिकारियों से मिलेंगे ग्रामीण
चिटेहरा ग्राम के प्रधान पति मनीष भाटी ने बताया कि गांव की जिस जमीन पर पीर की आड़ में अवैध कब्जा किया जा रहा है, उस जमीन पर उच्च न्यायालय में वाद लंबित है। शासन की एक टीम ने पिछले साल गांव में मुनादी कराते हुए एक बोर्ड भी लगाया था। बोर्ड पर स्पष्ट शब्दों में लिखा था कि इस जमीन पर किसी भी तरह का अतिक्रमण अथवा निर्माण गैर कानूनी है। ऐसा करना दण्डनीय अपराध है। इसके बावजूद जमीन पर कब्जा किया जा रहा है। प्रशासन द्वारा इस बारे में कोई संज्ञान नहीं लिया जा रहा है। मनीष भाटी ने कहा कि मामले को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों से मुलाकात मुलाकात की जाएगी। एसडीएम दादरी और जिलाधिकारी गौतम बुद्ध नगर को मामले की लिखित शिकायत दी जाएगी।
मामला पुलिस के संज्ञान में है। सूचना मिलने पर निर्माण कार्य को तुरन्त रूकवाया गया था। किसी को भी शंति व्यवस्था भंग करने नहीं दिया जाएगा। यदि किसी ने ऐसा करने का प्रयास किया गया तो उसके प्रति सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
—————– अमित कुमार, एसीपी द्वितीय, ग्रेटर नोएडा जोन