उत्तर प्रदेश

बदायूं का दो मासूम बच्‍चों का निर्मम हत्‍याकांड़ : पीडित परिवार से आर्थिक मदद मांगने के बहाने घर में घुसे थे दरिंदे

Badaun's brutal murder of two innocent children: The criminals had entered the house on the pretext of asking for financial help from the victim's family.

Panchayat 24 : बदायूं में दिल दहला देने वाले दो मासूम बच्‍चों के हत्‍याकांड़ में नई जानकारी निकलकर सामने आ रही है। दरअसल, वारदात को अंजाम देने के लिए एक नहीं, बल्कि दो आरोपी वारदात को अंजाम देने के लिए घर में घुसे थे। आरोपियों ने बच्‍चों की मां से आर्थिक मदद भी मांगी थी। पीडित परिवार आरोपियों का दर्द सुनकर उनकी मदद के लिए भी तैयार था। लेकिन दरिंदों के इरादों को वारदात का शिकार हुई पीडित मां नहीं भांप सकी। मुख्‍य आरोपी ने छत पर पहुंचकर निर्मम वारदात को अंजाम दिया, जबकि दूसरा आरोपी नीचे बच्‍चों की मां से बातचीत करता रहा। दोनों मृतक बच्‍चों की मां की एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। वीडियो में पीडित महिला पूरी कहानी बयां कर रही है।

क्‍या है पूरा मामला ?

दरअसल, बदायूं के बाबा कॉलोनी कॉलोनी में निवासी विनोद कुमार परिवार सहित रहते हैं। परिवार में पत्‍नी संगीता और तीन बेटे थे। विनोद कुमार एक ठेकेदार है। वहीं, संगीता घर पर ब्‍यूटी पार्लर चलाती है। बीते मंगलवार को काम के सिलसिले में घर से बाहर गए हुए थे। घर के सामने ही सखानू निवासी साजिद सैलून चलाता है। बीते मंगलवार को साजिद ने लगभग 6 बजे सैलून बंद कर दिया था। शाम 8 बजे वह विनोद के घर पर पहुंचा। यहां उसकी मुलाकात विनोद की पत्‍नी संगीता से हुई। बातचीत के बाद संगीता ने साजिद से बैठने के लिए कहा। इसके बाद वह उसके लिए चाय बनाने चली गई। मौका पाकर साजिद छत पर चला गया। वहां उसने विनोद के बड़े बेटे आयुष (12) पर धारदार हथियार (यह धारदार हथियार उस्‍तरा बताया जा रहा है) से गर्दन पेट और चेहरे पर कई वार करके मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद उसने छोटे बेटे अहान उर्फ हनी (6) की भी कई वार करके हत्‍या कर दी। तीसरा बेटा पीयूष (8) भाईयों की चीख सुनकर छत पर पहुंचा तो दरिंदे ने उसके ऊपर भी जानलेवा हमला किया। पीयूष घायल अवस्‍था में किसी तरह से बचकर नीचे की ओर भाग निकला। पीयूष की चीखने की आवाज सुनकर संगीता भी उस दिशा में दौड़ी। पीयूष को खून से लथपथ हालत में देखकर वह मकान से बाहर की ओर दौड़ी और मदद के लिए शोर मचा दिया। शोर सुनकर आस पड़ोस के लोग एकत्रित हो गए। दो बच्‍चों की निर्मम हत्‍या के बाद स्‍‍थानीय लोगों का गुस्‍सा भड़क गया। भीड़ ने कुछ क्‍योस्‍क में तोड़फोड़ की। आग लगा दी। वहीं, कोतवाली को भी घेर लिया। आला अधिकारियों के समझाने पर लोगों का गुस्‍सा शांत हुआ। वहीं, पुलिस ने एनकाउंटर में एक आरोपी ढेर हो गया।

एक नहींं दो थे हत्‍यारोपी 

मृतक आयुष और अहान उर्फ हनी की मां संगीता का एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें वह कह रही है उनके परिवार की हत्‍यारोपियों से पहले से ही पहचान थी। उसने बताया कि हमेशा साजिद 8 बजे सैलू को बंद करता था। लेकिन उस दिन उसने सैलून 6 बजे ही बंद कर दिया। 8 बजे साजिद अपने साथी जावेद को लेकर उनके घर पहुंचा था। उन्‍होंने संगीता से क्‍लेचर मांगे थे। संगीता ने बताया कि आरोपी ने उन्‍हें 50 रूपये दिए थे। इसके बदले उसने तीन क्‍लेचर देते हुए पांच रूपये लौटा दिए थे। इस दौरान साजिद ने उसको अपनी दुखद कहानी बताई। संगीता ने उसकी हिम्‍मत बंधाई और चाय बनाने रसोई में चली गई। इस बीच साजिद छत पर चला गया और आयुष को भी वहीं बुला लिया। जबकि अहान उसके लिए पानी लेकर छत पर गया था। वहीं, साजिद ने पीयूष को गुटखा लेने के लिए दुकान पर भेजा था। साजिद का साथी जावेद संगीता के पास ही रूक गया था।

पत्‍नी की डिलीवरी के लिए मांगे थे 5 हजार रूपये

वायरल वीडियो में संगीता कह रही हैं कि साजिद ने उससे कहा था कि वह कुछ काम से उनके घर पर आया है। उसको पांच हजार रूपयों की सख्‍त जरूरत है। उसकी पत्‍नी की डिलीवरी होनी है। वह अस्‍पताल में भर्ती है। उसके पांच बच्‍चे मर चुके हैं। छठवीं बार पत्‍नी बच्‍चे को जन्‍म दे रही है। यदि बुधवार सुबह तक वह रूपये लेकर अस्‍पताल नहीं पहुंचा तो उसकी पत्‍नी इस बार भी बच्‍चे को जन्‍म नहीं दे सकेगी। दरिंदे की दर्द भरी कहानी सुनकर संगीता का दिल पिंघल गया। उसने अपने पति विनोद को फोन करके साजिद की परेशानी बताई थी। विनोद ने भी संगीता को उसकी मदद करने के लिए अनुमति दे दी थी। इस बीच हत्‍यारोपी ने छत पर निर्मम हत्‍याकांड को अंजाम दे दिया। संगीता का कहना है कि जावेद भागने से पहले उससे मदद के तौर पर मांगे गए पांच हजार रूपये भी ले गया।

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