पश्चिमी उत्तर प्रदेश में नहीं थम रही भाजपा की कलह : मेरठ और मुजफ्फरनगर के बाद सहारनपुर में क्षेत्रीय अध्यक्ष सतेन्द्र सिंह सिसौदिया के सामने घटा घटनाक्रम
BJP's discord is not stopping in western Uttar Pradesh: After Meerut and Muzaffarnagar, the incident happened in front of regional president Satendra Singh Sisodia in Saharanpur

Panchayat 24 : उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की बड़ी हार के बावजूद पार्टी की अंदरूनी कलह रूकने का नाम नहीं ले रही है। पश्चिम उत्तर प्रदेश में मेरठ और मुजफ्फरनगर के बाद सहारनपुर में भी भाजपा के नेताओं के बीच आपसी कलह खुलकर सतह पर आ गई। इस पूरे घटनाक्रम के साक्षी भाजपा पश्चिम उत्तर प्रदेश क्षेत्रीय अध्यक्ष सतेन्द्र सिंह सिसौदिया बने। उनके द्वारा भी माहौल को हलका करने का प्रयास किया लेकिन सफलता नहीं मिली। पूरे प्रकरण ने उन्हें भी असहज कर दिया। ऐसे में उपचुनाव से पूर्व भाजपा के दावों पर सवाल उठ रहे हैं कि पार्टी के अंदर कोई गुटबाजी और अंदरूनी कलह नहीं है। बता दें कि उत्तर प्रदेश भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के बीच मतभेद उभरकर सामने आ चुके हैं। पार्टी के केन्द्रीय नेतृत्व एवं वरिष्ठ नेताओं ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और दोनों उपमुख्यमंत्रियों केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक को दिल्ली बुलाकर सुलह कराने का प्रयास किया गया है।
क्या है पूरा मामला ?
दरअसल, भारतीय जनता पार्टी के पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष सतेन्द्र सिंह सिसौदिया सहारनपुर पहुंचे थे। वह आगामी 15 अगस्त तक पार्टी के हर घर तिरंगा अभियान को लेकर सहारनपुर जिले में बुधवार को दिल्ली रोड़ स्थित एक सभागार में पत्रकार वार्ता में इस बारे में जानकारी दे रहे थे। पत्रकार वार्ता के दौरान सतेन्द्र सिंह सिसौदिया के साथ मंच पर भाजपा जिलाध्यक्ष डॉ महेन्द्र सैनी, महानगर अध्यक्ष पुनीत त्यागी और पूर्व सांसद राघव लखनपाल शर्मा तथा पूर्व सांसद प्रदीप चौधरी भी बैठे हुए थे।
इसी दौरान वहां सहारनुपर नगर विधायक राजीव गुंबर पहुंचे। वह मंच पर तय स्थान पर बैठने की बजाय पत्रकारों की पीछे वाली पंक्ति में लगी कुर्सी पर बैठ गए। नगर विधायक को मंच से नीचे सबसे पीछे वाली पंक्ति में बैठता हुआ देख क्षेत्रीय अध्यक्ष सतेन्द्र सिंह सिसौदिया ने उन्हें मंंच पर आकर बैठने के लिए कहा, लेकिन विधायक ने उनकी बात को अनसुना कर दिया। क्षेत्रीय अध्यक्ष के पुन: मंच पर आकर बैठने के लिए कहने पर नगर विधायक ने उनकी बात नहीं मानी। महानगर अध्यक्ष उन्हें लेने मंच से नीचे गए लेकिन विधायक उठकर एक कमरे में चले गए। रिपोर्ट के अनुसार सतेन्द्र सिंह सिसौदिया ने फोन करके विधायक को मंच पर आकर बैठने के लिए कहा जिस पर विधायक ने स्पष्ठ इंकार कर दिया।
पत्रकार वार्ता के दौरान पार्टी विधायक के इस तरह के आचरण के बाद क्षेत्रीय अध्यक्ष को समझ में आ गया कि सहारनपुर भाजपा में अंदरूनी कलह और गुटबाजी की जड़ें कितनी मजबूत हैं। पत्रकार वार्ता समाप्त होने के बाद सतेन्द सिंह सिसौदिया भी पदाधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के साथ कमरे में चले गए। रिपोर्ट के अनुसार कमरे में काफी देर तक पार्टी में मची कलह पर मंथन चला।
विधायक ने क्यों मंच पर बैठने से किया इंकार ?
भाजपा पश्चिमी उत्तर प्रदेश क्षेत्रीय अध्यक्ष सतेन्द्र सिंह सिसौदिया की पत्रकार वार्ता के दौरान सहारनपुर भाजपा में पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं की कलह क्षेत्र की सुर्खियां बन गई। रिपोर्ट के अनुसार सहारनपुर नगर विधायक राजीव गुंबर ने क्षेत्रीय अध्यक्ष द्वारा उन्हें मंच पर बैठने के लिए कहने पर स्पष्ट कह दिया था कि वह मंच पर नहीं बैठेंगे। इसके पीछे उन्होंने वजह बताते हुए कहा कि जो लोग मुझे सार्वजनिक रूप से गद्दार कहेंगे, उनके साथ मैं मंच पर नहीं बैठुंगा। दरअसल, लोकसभा चुनाव में सहारनपुर लोकसभा सीट से राघव लखनपाल शर्मा भाजपा के उम्मीदवार थे। वह चुनाव हार गए। चुनाव हारने के बाद उन्होंने भाजपा जनप्रतिनिधियों को लेकर कुछ बयान दिए थे जो काफी चर्चा का विषय बने थे। इसको लेकर नगर विधायक और पूर्व सांसद खेमों के बीच मनमुटाव जारी है।
बता दें कि लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद भाजपा के मुजफ्फरनगर से पार्टी उम्मीदवार और पूर्व केन्द्रीय मंत्री संजीव बालियान और मेरठ की सरधना विधानसभा सीट से पार्टी के विधानसभा उम्मीदवार संगीत सोम के बीच एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप का दौर चला था। मामला पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के दरबार में भी पहुंचा। इसके बावजूद दोनों नेताओं के खेमों के बीच एक दूसरे के खिलाफ बयान देने का सिलसिला कम जरूर हुआ है लेकिन समाप्त नहीं हुआ है। दरअसल, दोनों नेता अपना चुनाव हार चुके हैं। दोनों खेमों का आरोप है कि उन्हें चुनाव हरवाने में उन्होंने दूसरे खेमें ने भूमिका निभाई है।