ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण

ग्रेटर नोएडा के गांव तुस्याना और चिटेहरा में अधिग्रहित और सरकारी भूमि पर अवैध कॉलोनियों का धड़ल्ले से खेल जारी

Illegal colonies are being set up on acquired and government land in Tusyana and Chitehra villages of Greater Noida.

Panchayat 24 :

राजेश बैरागी ( वरिष्‍ठ पत्रकार)

सुना जा रहा है कि यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) अपनी अधिग्रहित भूमि को अवैध कब्जे से बचाने के लिए प्राधिकरण क्षेत्र के गांवों की आबादी के बाहर चारदीवारी करायेगा। क्या इस सावधानी से प्राधिकरण क्षेत्रों में सुरसा के मुंह की भांति अवैध कॉलोनियों के निर्माण और भूमाफियाओं द्वारा अवैध कब्जों को रोका जा सकता है?

ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण क्षेत्र के गांव तुस्याना और चिटेहरा में डंके की चोट पर न केवल अवैध कॉलोनियों का धड़ल्ले से निर्माण हो रहा है बल्कि भूमाफियाओं ने दोनों ही गांवों में सैकड़ों बीघा सरकारी भूमि को भी हड़प लिया है। जनपद गौतमबुद्धनगर में बढ़ती औद्योगिक व व्यवसायिक गतिविधियों के चलते सस्ते मकान की मांग बढ़ने से अवैध कॉलोनाइजर्स और भूमाफियाओं की किस्मत खुल गई है।

ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिसूचित व अधिग्रहित दो गांवों तुस्याना और चिटेहरा की ही बात करें तो ये दोनों गांव भूमाफियाओं की सख्त चपेट में हैं। पिछले दो वर्षों में यहां प्राधिकरण की अधिसूचित व अधिग्रहित भूमि के अलावा सैकड़ों बीघा सरकारी भूमि पर कब्जा कर अवैध कॉलोनियां बना दी गई हैं। गांव तुस्याना में कुख्यात टेक्नोलॉजी पार्क लिमिटेड कंपनी की भूमि बताकर प्राधिकरण की भूमि पर अवैध कॉलोनियां बसाई जा रही हैं।

इसमें वन विभाग की भूमि भी शामिल बताई जा रही है जबकि सैकड़ों बीघा भूमि एलएमसी की तो है ही।इसी प्रकार गांव चिटेहरा में दादरी बाईपास पर बाकायदा प्राधिकरण की अधिग्रहित तथा एलएमसी की भूमि पर अवैध कॉलोनी विकसित करने का काम धड़ल्ले से किया जा रहा है। इस संबंध में तहसील, जिला प्रशासन तथा ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण से शिकायतें की गई हैं और सोशल मीडिया पर भी यह मामला चर्चा में है परंतु कोई कार्रवाई न होना आश्चर्यजनक बना हुआ है।

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