ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण

भूमाफियाओं के खिलाफ प्राधिकरण और प्रशासन हुए सक्रिय, पुलिस भी दिख रही संवेदनशील, डीजीपी प्रशांत कुमार के आगमन का योग है या महज संयोग ?

Authorities and administration became active against land mafias, police also appeared sensitive, is the arrival of DGP Prashant Kumar auspicious or just a coincidence?

Panchayat 24 : जिले में अचानक अतिक्रमण और अवैध निर्माण तथा कब्‍जों को लेकर नोएडा और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में सक्रियता के संकेत मिल रहे हैं। वहीं, जिला प्रशासन भी भूमाफियाओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश जारी किए हैं। वहीं, पुलिस भी संवेदनशील सहभागी की भूमिका में दिखाई दे रही है।  प्राधिकरण, प्रशासन और पुलिस भूमाफियाओं के खिलाफ वाकई में एक्टिव मोड़ में आ गए हैं अथवा यह महज औपचारिकतापूर्ण कार्रवाई का एक हिस्‍सा भर है ? यदि वाकई में तीनों संस्‍था भूमाफियाओं के खिलाफ एक साथ खड़े हुए हैं तो क्‍या इसके पीछे डीजीपी प्रशांत कुमार का गौतम बुद्ध नगर आगमन एक कारण है ? क्‍या डीजीपी ने समानांतर दूरी बनाकर चलती हुई दिख रही तीनों संस्‍थाओं पुलिस, प्रशासन और प्राधिकरण को एक सूत्र में पिरोने का काम किया है ? यदि ऐसा है तो यह बड़ी उपलब्धि मानी जाएगी। ऐसे में देखना दिलचस्‍प होगा कि तीनों संस्‍था मिलकर जिले में फलफूल रहे भूमाफियाओं पर कैसे काबू पाते हैं ?

दरअसल, नोएडा प्राधिकरण द्वारा बीते बुधवार को सदर सराय में अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई कर 8 करोड़ कीमत की जमीन को अतिक्रमण मुक्‍त कराया। वहीं, वीरवार को ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण की अतिक्रमण विरोधी दस्‍ते ने सुबह छ: बजे अच्‍छेजा गांव में अधिसूचित जमीन पर विला बनाकर बसाई जा रही रामायणम कॉलोनी पर बुलडोजर चलाकर 8 करोड़ की जमीन को कब्‍जा मुक्‍त कराया। जानकारी मिली है कि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण प्रत्‍येक सर्किल में सप्‍ताह में एक बड़ा अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाएगी। इतना ही नहीं, डीएम मनीष कुमार वर्मा के नेतृत्‍व में वीरवार को कलेक्‍ट्रेट के सभागार में एंटी भूमाफिया टास्‍क फोर्स की बैठक में उपजिलाधिकारियों और पुलिस पुराने भूमाफियाओं की स्‍क्रूटनी कर नए भूमाफियाओं चिन्हित कर कड़ी कार्रवाई निर्देश दिए हैं। जिलाधिकारी ने स्‍पष्‍ट कहा है यदि कहीं पर भूमाफियाओं द्वारा अवैध कब्‍जे का प्रकरण संज्ञान में आता है तो एसडीएम, पुलि स एवं प्राधिकरण के अधिकारी संयुक्‍त रूप से ध्‍वस्‍तीकरण की कार्रवाई करें। बैठक में नोएडा के सोहरखा गांव में सरकारी जमीन पर अवैध प्‍लाटिंग करने वाले आधा दर्जन भूमाफियाओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर रिपोर्ट मांगी है।

बीते एक अप्रैल को उत्‍तर प्रदेश के डीजीपी प्रशांत कुमार नोएडा गौतम बुद्ध नगर पुलिस कमिश्नरेट के एक कार्यक्रम में हिस्‍सा लेने नोएडा आए थे। इस दौरान सेक्‍टर-108 स्थित गौतम बुद्ध नगर पुलिस कमिश्नरेट में आयोजित एक कार्यक्रम में नोएडा और ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण के सीईओ डॉ लोकेश एम, एनजी रवि कुमार, जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा तथा पुलिस कमिश्नर लक्ष्‍मी सिंह उपस्थित थी। बता दें कि जिले में नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्‍सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरणों द्वारा गांवों की जमीन अधिग्रहण के बाद यहां जिला प्रशासन के लिए करने को बहुत कुछ शेष नहीं बचा है। ऐसे में प्राधिकरणों ने जिला प्रशासन के कार्य क्षेत्र को बहुत सीमित कर दिया है। वहीं, साल 2020 को गौतम बुद्ध नगर को पुलिस कमिश्नरेट घोषित कर दिया। परिणामस्‍वरूप जिला प्रशासन के कुछ अधिकार पुलिस कमिश्नरेट में निहित हो गए। जिले में पुलिस प्राधिकरण और प्रशासन शक्ति पुंज जरूर बन गए। फिर भी भूमाफियाओं से लड़ाई में आपसी तालमेल का अभाव ही अधिक दिखा है।

ऐसे कई मौके आए जब जमीनों पर भूमाफियाओं के कब्‍जों को लेकर जिला प्रशासन गेंद को प्राधिकरण के पाले में डालता दिखा। वहीं, प्राधिकरण का पुलिस द्वारा सहयोग न  किया जाना और पुलिस प्राधिकरण की कार्यशैली को भूमाफियाओं को प्रत्‍यक्ष-अप्रत्‍यक्ष बढ़ावा देने की बात कहकर पीछा छुड़ाते दिखे। वहीं, प्राधिकरण के अधिकारी क्षेत्र में हो रहे अवैध निर्माण में पुलिस की मिली भगत की बात कहते हुए भी दिखे। ऐसी स्थिति का प्रत्‍यक्ष रूप से भूमाफियाओं ने जमकर लाभ उठाया। कई मौकों पर पुलिस द्वारा प्राधिकरणों की ओर से पुलिस बल उपलब्‍ध किए जाने के लिए शासन से मांग की। ग्रेटर नोएडा द्वारा अतिक्रमण एवं भूमाफियाओं पर कार्रवाई के लिए शासन से  पीएसी तक की मांग की गई।

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