दादरी विधानसभा

गौतम बुद्ध नगर सपा जिलाध्‍यक्ष और महासचिव पर नोएडा वैश्‍य समाज ने लगाया गंभीर आरोप, मचा हड़कंप, जानिए क्‍या है पूरा मामला ?

Noida Vaishya Samaj made serious allegations against Gautam Buddha Nagar SP District President and General Secretary, created uproar, know what is the whole matter?

Panchayat 24 : लोकसभा चुनाव में बड़ी जीत दर्ज करने के बाद आगामी विधानसभा चुनाव 2027 की तैयारियों में जुटी समाजवादी पार्टी को गौतम बुद्ध नगर में नई समस्‍या का सामना करना पड़ रहा द्वारा है। पार्टी संगठन के सामने यह समस्‍या किसी विरोधी द्वारा नहीं बल्कि नोएडा वैश्‍य समाज के अपनी ही पार्टी के लोगों द्वारा खड़ी की जा रही है। नोएडा वैश्‍य समाज द्वारा समाजवादी पार्टी के जिलाध्‍यक्ष सुधीर भाटी और महासचिव सुधीर तोमर पर गंभीर आरोप लगाते हुए जिला संगठन में वैश्‍य समाज के लोगों की अनदेखी की बात कही है। इतना ही नहीं संगठन की ओर से इस संबंध में पार्टी के राष्‍टीय अध्‍यक्ष अखिलेश यादव को एक पत्र भी लिखा है। यह पत्र सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। लोग इस पत्र को पार्टी के अंदर कलह और गुटबाजी का भी कारण मान रहे हें। इसके बाद चर्चा शुरू हो गई है कि भले ही समाजवादी पार्टी बेहतर हालातों के दावे करे लेकिन पार्टी के अंदर सबकुछ ठीक ठाक नहीं है। पार्टी संगठन को हालात बदलने के लिए अभी कड़ा संघर्ष करना पड़ेगा। हालांकि समावादी पार्टी के जिलाध्‍यध सुधीर भाटी ने आरोपों से इंकार किया है। उन्‍होंने कहा कि पार्टी कार्यकारिणी में शामिल होने के लिए कुछ मानक है। यदि इन मानकों का पालन किया जाता है तो पार्टी कार्यकर्ता को कार्यकारिणी में शामिल कर जिम्‍मेवारी सौंपने पर विचार किया जा सकता है।

क्‍या है पूरा मामला ?

दरअसल, नोएडा वैश्‍य संगठन के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष विनय अग्रवाल ने समाजवादी पार्टी के जिलाध्‍यक्ष अखिलेश यादव को एक पत्र लिखा है। पत्र में समाजवादी पार्टी के जिलाध्‍यक्ष सुधीर भाटी और महासचिव सुधीर तोमर पर जिला संगठन में मनमानी करने और जानबूझकर वैश्‍य समाज की अनदेखी की बात कही है। विनय अग्रवाल ने अखिलेश यादव से अनुरोध किया है कि यदि वह एक बार गौतम बुद्ध नगर जिला कार्यकारिणी की सूची की जांच करेंगे तो पता चलेगा कि इसमें किसी भी वैश्‍य समाज के कार्यकर्ता को स्‍थान नहीं दिया गया है। कार्यकारिणी की सूची देखने के बाद उन्‍हें हमारी बात पर विश्‍वास हो जाएगा।

विनय अग्रवाल ने कहा है कि जितेन्‍द्र अग्रवाल समाजवादी पार्टी के समर्पित कार्यकर्ता हैं। वह दो बार समाजवादी पार्टी की व्‍यापार सभा के दो बार प्रदेश सचिव भी रह चुके हैं। जिलाध्‍यक्ष सुधीर भाटी और महासचिव सुधीर तोमर निजी आधार पर जानबूझकरजिला कार्यकारिणी में कोई भी स्‍थान नहीं दे रहे हैं। जितेन्‍द्र अग्रवाल समाजवादी पार्टी में वैश्‍य समाज के एक सक्रिय नेता है। वह सोशल मीडिया प्‍लेटफार्म पर पार्टी की नीतियों और मुद्दों को मजबूती से उठाकर जन जन तक पहुंचाते रहे हैं। विनय अग्रवाल ने आरोप लगाते हुए कहा है कि इसी लिए उनको आगे बढ़ने से रोका जा रहा है।

विनय अग्रवाल ने अखिलेश यादव से वैश्‍य समाज की ओर से सवाल किया है कि अखिर ऐसी क्‍या वजह है जिसके चलते जितेन्‍द्र अग्रवाल को जिला कार्यकारिणी में स्‍थन नहीं दिया जा रहा है। वहीं, पार्टी जिलाध्‍यक्ष एवं महासचिव लोकसभा चुनाव में अपना बूथ तक नहीं जिता सके इसके बाद भी वह पार्टी के अतिमहत्‍वपूर्ण पदों पर काबित हैं। नोएडा वैश्‍य समाज ने इस बात को पश्चिमी उत्‍तर प्रदेश के संपूर्ण वैश्‍य समाज की प्रतिष्‍ठा से जोड़ने का प्रयास किया है।

विनय अग्रवाल ने पार्टी संगठन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि जिला कार्यकारिणी को तैयार करते समय जाति विशेष  को एक तरफ तवज्‍जो दी गई है, वहीं, वैश्‍य समाज के कार्यकर्ताओं को कार्यकारिणी में शामिल करने से दूसरी बनाकर रखी गई है। उनका कहना है कि पार्टी द्वारा ऐसे लोगों को संगठन में शामिल कर लिया गया है जो पार्टी के लिए काम करने से दूरी बनाकर रखते हैं। वहीं, वैश्‍य समाज के लोगों से दूसरी बनाकर रखी जा रही है।

वहीं, जितेन्‍द्र अग्रवाल का कहना है कि वह पार्टी द्वारा समय समय पर दी गई जिम्‍मेवारियों का पूर्ण समर्पित भाव से निर्वहन किया गया है। जिस समय कार्यकारिणी का गठन किया गया था उस समय भी मैंने इस पर आपत्ति उठाई थी। लेकिन मेरी आवाज को दबा दिया गया। उन्‍होंने कहा कि इस पूरे प्रकरण की जानकारी राष्‍ट्रीय नेतृत्‍व को नहीं है। जिलाध्‍यक्ष और जिला महासचिव राष्‍ट्रीय नेतृत्‍व को गुमराह करते हैं। पार्टी की मासिक बैठक में मैने कुछ मुद्दे उठाए थे। इसके बाद मेरा विरोध किया गया।

जितेन्‍द्र अग्रवाल को पार्टी ने गौतम बुद्ध व्‍यापार सभा का जिलाध्‍यक्ष और दो बार व्‍यापार सभा का प्रदेश महासचिव बनाया। इसके बावजूद वह 2019 के  लोकसभा चुनाव से पूर्व पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे। इसके बाद उन्‍होंने पुन: सपा में वापसी की  लेकिन चुनवों में विराधी दलों के प्रत्‍याशियों  के लिए काम किया। वर्तमान में वह जिला उपाध्‍यक्ष का पद प्राप्‍त करने के लिए दबाव बना रहे हैं। मैंने स्‍पष्‍ट कह दिया है यदि आप अपने समाज के सौ लोग लेकर आते हैं तो आपको जिला उपाध्‍यक्ष बनाने पर विचार किया जाएगा।

———— सुधीर भाटी, जिलाध्‍यक्ष समाजवादी पार्टी गौतम बुद्ध नगर

यह बात सही है कि मैंने साल 2019 के चुनाव से पूर्व पार्टी छोड़ी थी। लेकिन पार्टी छोड़ने की वजह पार्टी के जमीन से जुड़े कार्यकर्ताओं की अनदेखी करना था। इसके बाद मैंने पुन: समाजवादी पार्टी ज्‍वाइंन की है। इसके बाद से लगातार ग्राम पंचायत चुनाव, नगर निकाय चुनाव और विधानसभा चुनाव में मुझे जो भी जिम्‍मेवारी दी गई, पूरी निष्‍ठा से काम किया गया। मेरे ऊपर  लगाए गए सभी आरोप निराधार हैं। जिला कार्यकारिणी में वैश्‍य समाज को उनके कोटे के अनुपात में स्‍थान मिलना चाहिए। मैंने  न तो किसी पद विशेष की मांग की है और न ही इस संबंध में जिलाध्‍यक्ष अथवा किसी संगठन के पदाधिकारी से कोई बात हुई है। समाज के सौ लोगों को एकत्रित करना या दस लोगों को एकत्रित करने की बात  मेरे सामने नहीं आई है।

——————जितेन्‍द्र अग्रवाल, वरिष्‍ठ कार्यकर्ता समाजवादी पार्टी, गौतम बुद्ध नगर

गौतम बुद्ध नगर समाजवादी पार्टी  में  वैश्‍य समाज की लगातार अनदेखी हो रही है। कुछ जातियों को अत्‍यधिक तवज्‍जो दी जा रही है। पार्टी की इस तरह की नीतियों के कारण ही पूरे पश्चिमी उत्‍तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की नीतियों पर आम लोग विश्‍वास करने को तैयार नहीं है। यही पश्चिम उत्‍तर प्रदेश, विशेषकर शहर क्षेत्रों में पार्टी की हार का कारण भी है।

—————– विनय अग्रवाल, राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष, नोएडा वैश्‍य संगठन

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