दलित प्रेरणास्थल से किसानों का धरना समाप्त, सैकड़ों किसानों को पुलिस ने भेजा जेल, मुजफ्फरनगर के सिसौली में हुई महापंचायत, राकेश टिकैत का वीडियो वायरल
Farmers' protest ends at Dalit Preranasthal, police sends hundreds of farmers to jail, Mahapanchayat held in Sisauli, Muzaffarnagar, Rakesh Tikait's video goes viral

Panchayat 24 : दिल्ली कूच लिए नोएडा के दलित प्रेरणा स्थल पर डटे बैठे किसानों का धरना पुलिस ने जबरन समाप्त करा दिया है। पुलिस प्रशासन ने सैकड़ों किसानों को हिरासत में लेकर जेल भेज दिया है। इनमें बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल हैं। वहीं, गौतम बुद्ध नगर में किसानों पर हुई कार्रवाई को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में चलाए जा रहे किसान आन्दोलन में शामिल भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) ने मुजफ्फरनगर के सिसौली में शाम चार बजे एक किसान महापंचायत का आयोजन किया गया। सोशल मीडिया पर राकेश टिकैत ने इसकी जानकारी दी। महापंचायत के बार राकेश टिकैत ने वीडियो जारी कर कहा कि वह कल जीरो प्वाइंट पर पहुंचकर गौतम बुद्ध नगर जिले के किसानों की गिरफ्तारी के संबंध में एक किसान पंचायत में शामिल होंगे। वहीं, पूरे घटनाक्रम पर पुलिस एवं प्रशासन पूरी तरह से नजर बनाए हुए हैं।
क्या है पूरा मामला ?
दरअसल, नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरणों द्वारा औद्योगिक विकास के लिए किए गए जमीन अधिग्रहण से प्रभावित किसान अपनी मांगों को लेकर लगातार धरना प्रदर्शन करते रहे हैं। शासन एवं प्रशासन स्तर पर कई बार किसान संगठनों की समस्याओं के समाधान के लिए वार्ता हो चुकी है। किसानों का आरोप है कि इसके बावजूद अभी तक किसानों की मांगों को पूरा नहीं किया गया है। बीते 25 नवंबर को किसानों ने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के आधार पर ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण एवं यमुना औद्योगिक विकास प्राधिकरण पर सांकेतिक धरना प्रदर्शन किया था।
राकेश टिकैत का वीडियो देखने के लिए यहां क्लिक करें :
गौतम बुद्ध नगर में किसानों की गिरफ्तारी : सिसौली में किसान पंचायत, जानिए राकेश टिकैत ने क्या कहा ?
किसान नेता राकेश टिकैत ने भी धरने को संबोधित किया था। बीते एक दिसंबर को संयुक्त किसान मोर्चा और प्राधिकरण, पुलिस तथा प्राशसन के अधिकारियो के बीच वार्ता विफल हो गई थी। इसके बाद किसानों ने सोमवार को दिल्ली कूच किया था। हालांकि इस दौरान पुलिस और प्रशासन ने भी किसानों की दिल्ली कूच की पूर्व घोषणा के चलते पूरी तैयारियां कर रखी थी। नोएडा में किसानों को दिल्ली में प्रवेश करने से रोकने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया हुआ था। भारी भरकम बैरिकेटिंग की हुई थी।
ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण में किसान आन्दोलन को संबोधित करते हुए राकेश टिकैत ने क्या कहा था, वीडियो देखने के लिए यहां क्लिक करें : किसान महापंचायत में राकेश टिकैत ने किसान संगठनों को दिया मूल मंत्र
नोएडा में पुलिस और किसानों के बीच नोंकझोंक भी हुई। किसानों ने एक स्थान पर बैरिकेटिंग भी तोड़ दी। यहां संयुक्त किसान मोर्चा और पुलिस, प्रशासन तथा प्राधिकरणों के बीच वार्ता हुई। किसानों की मुख्य सचिव से वार्ता एवं उनकी मांगों पर पुनर्विचार के लिए आश्वासन दिया गया। किसानों ने एक सप्ताह का समय देते हुए दलित प्रेरणास्थल में ही अपना डेरा डाल दिया था। किसानों की ओर से स्पष्ट कहा गया कि यदि उनकी मांगों पर सकारात्मक जवाब नहीं मिला तो वह दिल्ली कूच करेंगे।
दलित प्रेरणा स्थल पर पुलिस का भारी जमवाड़े से पुलिस के इरादों का होने लगा था आभास : किसान नेता
किसान नेताओं का कहना है कि मंगलवार सुबह से ही दलित प्ररेणास्थल के पास पुलिस का भारी जमवाड़ा शुरू हो गया था। इससे आभास होने लगा था कि पुलिस किसान आन्दोलन को कुचलना चाहती है। कुछ समय बाद ही धरने पर बैठे किसानों को हिरासत में लेना शुरू कर दिया। किसानों की माने तो कई बसों में भरकर किसानों को दलित प्रेरणास्थल से ले जाया गया। जबरन आन्दोलन को समाप्त करया गया। मिल रही सूचना के अनुसार किसानों को चार से पांच बसों में भरकर ग्रेटर नोएडा स्थित लुक्सर जेल भेजा गया है।
किसानों की मांगे : –
– सभी सभी किसानों को हुआ 64.7 बढ़ा हुआ अतिरिक्त मुआवजा दिया जाए।
– सभी किसानों को दस प्रतिशत विकसित भूखंड दिए जाए।
– साल 2014 के बाद सभी किसानों को नए भूमि अधिग्रहण कानून का लाभ दिया जाए।
– किसानों से जमीन की सीधी खरीद बंद हो।
– सीधी खरीद से प्रभावित किसानों को भी नए भूमि अधिग्रहण कानून का लाभ दिया जाए।
– किसानों को अधिग्रहित जमीन का 20 प्रतिशत भूखंड दिया जाए।
– भूमिहीन किसानों को भी आबादी भूखंड दिए जाए।
– भूमि अधिग्रहण से प्रभावित किसानों के बच्चों के लिए रोजगार की व्यवस्था की जाए।
वहीं, कुछ किसानों का यह भी कहना है कि पुलिस लुक्सर जेल के अतिरिक्त कुछ किसानों को किसी अन्य स्थान पर भी ले गई है। पुलिस द्वारा हिरासत में लिए गए किसानों में सैकड़ों महिलाएं भी शामिल हैं। वहीं, राकेश टिकैत के गौतम बुद्ध नगर के जोरो प्वाइंट पर पहुंचने की घोषणा के बाद पुलिस एवं प्रशासन हालात पर पूरी नजर बनाए हुए हैं। सूत्रों की माने तो राकेश टिकैत की घोषणा के बाद से न केवल गौतम बुद्ध नगर, बल्कि अन्य जिलों के किसान भी ग्रेटर नोएडा पर होने वाली किसान पंचायत में शामिल होने के लिए आएंगे। बता दें कि राकेश टिकैत ने अपनी वायरल वीडियो में स्पष्ट कहा है कि जब तक पुलिस द्वारा हिरासत में लेकर जेल भेजे गए किसान नहीं छोड़े जाते, किसी भी तरह की वार्ता पुलिस एवं प्रशासन से नहीं की जाएगी।