समाजवादियों ने अहिल्याबाई होल्कर के त्याग और बलिदान को किया याद
Socialists remember the sacrifice and sacrifice of Ahilyabai Holkar
Panchayat24.com : महारानी अहिल्याबाई होल्कर सरलता और सादगी की साक्षात प्रतिमूर्ति थी।अभियान उन्हें छू तक नहीं सका था। इसके बावजूद उनके हृदय में मानव के लिए करूणा और समर्पण की भावना अपार थी। उन्होंने अपना जीवन मानव सेवा और देश प्रेम के लिए समर्पित किया। यह बातें ग्रेटर नोएडा स्थित समाजवादी पार्टी कार्याल्य में महारानी अहिल्याबाई होल्कर की जयंती पर पार्टी के जिला महासचिव सुधीर तोमर ने कही। महारानी अहिल्याबाई की जयंती के मौके पर पार्टी कार्यकर्ताओं ने उनके चित्र पर पुष्प भी अर्पित किए।
कौन थी महारानी अहिल्याबाई होल्कर
दरअसल, महारानी अहिल्याबाई होल्कर का जन्म 31 मई, 1725 को महाराष्ट्र के चांडी (वर्तमान अहमदनगर) गांव में हुआ था। वह मराठा साम्राज्य की महारानी थी। उनकी गिनती भारत की सर्वश्रेष्ठ महिला शासकों में होती हे। उनका परिचय उनके ज्ञान और प्रशासनिक कौशल के लिए होता था। मालवा साम्राज्य के एक प्रमुख शासक के रूप में अहिल्याबाई होल्कर ने मानवता का संदेश फैलाया। उन्होंने औद्योगीकरण को बढ़ावा दिया। अहिल्याबाई ने अपने राज्य की सीमाओं के बाहर भारत-भर के प्रसिद्ध तीर्थ स्थानों में मन्दिर बनवाए, घाट बनवाए, कुओं का निर्माण कर पीने के पानी की समस्या का समाधान कराया। भूखों के लिए भोजनाल्य खोले, प्यासों के लिए प्याऊ बनवाई। मन्दिरों में विद्वानों की नियुक्ति कर शास्त्रों के चिंतन मनन और प्रवचन कराए।
इस अवसर पर सुधीर भाटी, एडवोकेट अतुल शर्मा, सीपी सोलंकी, मेहंदी हसन, अनूप तिवारी, सोनू तंवर, वकील सिद्दीकी, रविन्द्र यादव, नीतीश भाटी, प्रशांत भाटी, विशेष भाटी, यशपाल सिंह, प्रेमपाल रावल, प्रमोद तिवारी, ठाकुर रोहित आदि मौजूद रहे।