योगी आदित्यनाथ को आया गुस्सा, अधिकारियों को सख्त हिदायद, यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, क्या है पूरा मामला ?
Yogi Adityanath got angry, gave strict instructions to the officials, this will not be tolerated, what is the whole matter?

Panchayat 24 : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को अपने सरकारी आवास पर जनता दर्शन के दौरान लोगों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुन रहे थे। इस दौरान कुछ ऐसा मामला मुख्यमंत्री के सामने आया कि उन्हें गुस्सा आ गया। उन्होंने अधिकारियों को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि यह सब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने इस प्रकार के मामलों में शीघ्र कार्रवाई करने के आदेश दिए। वहीं, मुख्यमंत्री ने प्रदेश की जनता को आशवस्त करते हुए कहा कि धन के अभाव में किसी का भी अस्पताल में उपचार नहीं रूकेगा। साथ ही अधिकारियों, अपराधियों और असामाजिक तत्वों को भी स्पष्ट संदेश देते हुए कहा कि किसी भी कीमत पर कानून से खिलवाड़ सहन नहीं किया जाएगा।
क्या है पूरा मामला ?
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को जनता दर्शन के दौरान लोगों से उनकी समस्याएं सुनी। इस दौरान सबसे अधिक शिकायतें शाहजहाुपुर से आई। इनमें से अधिकांश का संबंध जमीन पर कब्जे और पैमाइश के दौरान बरती गई लापरवाही से संबंधित थी। जमीन पर कब्जे की शिकायतों का इतनी बड़ी संख्या में जनता दर्शन में लोगों द्वारा लाने से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का गुस्सा बढ़ गया। उन्होंने नाराजगी जाहिर करते हुए अधिकारियों को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि जमीन से जुड़े मामलों में लापरवाही एवं उदासीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जनता दर्शन के दौरान लोगों ने लेखपाल-कानूनगो की लापरवाही की शिकायत भी सामने रखी। मुख्यमंत्री ने मामलों का सदर्भ लेते हुए तत्काल जिलाधिकारी को तीन दिन के भीतर कार्रवाई कर अवगत कराने का निर्देश दिया। ऐसे ही मामले आगरा-कानपुर से भी आए। मुख्यमंत्री ने सभी फरियादियों को आश्वस्त करते हुए शीघ्र कार्रवाई का भरोसा दिया।
जनता दर्शन में उपचार के दौरान आ रही समस्या को लेकर एक महिला भी पहुंची थी। महिला ने मुख्यमंत्री को बताया कि आयुष्मान कार्ड उसके पास है, इसके बावजूद उसको अधिक धनराशि की आवश्यकता है। धन के अभाव में उसके उपचार में परेशानी हो रही है। मुख्यमंत्री ने महिला को आश्वस्त किया कि धन के अभाव में उसका उपचार कतई नहीं रूकेगा। तत्काल ही मुख्यमंत्री आवास से केजीएमयू वीसी और सीएमएस को इस बारे में कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए। इसके अतिरिक्त उन्नाव में तैनात सहायक अध्यापिका भी जनदा दर्शन में अपनी समस्या लेकर पहुंची थी। अध्यापिका ने बताया कि उसका बच्चा काफी अस्वस्थ है और उसका उपचार लखनऊ में चल रहा है। पति भी बाहर रहते हैं। वे लखनऊ स्थानांतरण चाहती हैं। इस पर मुख्यमंत्री ने उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया।