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प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने किया यूपीआईटीएस 2025 का उद्घाटन, कहा यूपी में निवेश और मैन्‍यूफैक्‍चरिंग कीजिए

Prime Minister Narendra Modi inaugurated UPITS 2025, said invest and manufacture in UP

Panchayat 24 (ग्रेटर नोएडा) : ग्रेटर नोएडा स्थित इंडिया एक्‍सपो मार्ट एण्‍ड सेंटर में 25 सितंबर से 29 सितंबर तक चलने वाले यूपीआईटीएस-2025 का प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने उद्घाटन किया। उन्‍होंने मेक इन इंडिया पर जोर देते हुए निवेशकों का आहवान करते हुए कहा कि यूपी में निवेश करें। यूपी में मैन्‍यूफैक्‍चरिंग करें। सम्‍पूर्ण उत्‍पाद यहीं तैयार करें। यहां एमएसएमई का एक मजबूत नेटवर्क है। इसका भरपूर उपयोग करें। उत्‍तर प्रदेश और भारत सरकार हर संभव मदद करेगी। हर उत्‍पाद के हर पुर्जे में स्‍वदेशी की झलक हो। देश में एक इकोसिस्‍टम तैयार किया जा रहा है। इसमें यूपी की अहम भूमिका होगी।

प्रधानमंत्री ने जीएसटी सुधारों का जिक्र करते हुए कहा कि भारत रिफार्म रिफॉर्म, परफाॅर्म और ट्रांसफॉर्म की प्रतिबद्धता के साथ उद्यमियों और व्‍यापारियों के संग खड़ा है। कर विवाद समाप्‍त होंगे और एमएसएमई को कम समय में रिफंड सुनिश्चित करेंगे। उन्‍होंने नोएडा में बन रही सेमीकंडक्‍टर चिप निर्माता कंपनी का जिक्र करते हुए कहा कि आज पूरे देश में जितने भी मोबाइल फोन बनते हैं, उनका 55 प्रतिशत यूपी में बन रहे हैं। यूपीआईटीएस-2025 के सहयोगी देश के रूप में रूस की भागीदारी पर भी उन्‍होंने प्रसन्‍नता जाहिर करते हुए कहा‍ कि समय के साथ रूप के साथ हमारी साझेदारी मजबूत हो रही है।

नरेन्‍द्र मोदी ने कहा कि चिप से लेकर जहाज तक हमें हर वह उत्‍पाद बनाना है जिसकी हमे जरूरत है। इसके लिए व्‍यापार का सरलीकरण बहुत जरूरी है। मेक इन इंडिया के संकल्‍प की दिशा में आगे बढ़ने के साथ यह भी जरूरी है कि जो भी निर्माण किया जाए, वह गुणवत्‍तापूर्ण हो। उत्‍पाद की गुणवत्‍ता के साथ कोई समझौता नहीं होना चाहिए। उत्‍तर प्रदेश सरकार द्वारा आयोजित किए जा रहे यूपीआईटीएस-2025 के आयोजन के लिए मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ और उनके सहयोगियों को भी शुभकामनाए दी।

इस मौके पर उत्‍तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश अंतर्राष्ट्रीय व्यापार प्रदर्शनी एक विशेष अवसर है, यह केवल एक व्यापार प्रदर्शनी नहीं है, बल्कि वर्तमान आर्थिक चुनौतियों का सामना करने के साथ-साथ आत्मनिर्भर भारत के स्वदेशी मॉडल और प्रधानमंत्री के मेक इन इंडिया और मेक फॉर द वर्ल्ड के विजन का एक स्वरूप भी है। चार लाख से अधिक कारीगरों को प्रशिक्षण और उपकरण देकर क्षमतावान बनाया है। प्रदेश जीआई टैग कैपिटल बना है। 75 जीआई  टैग के लिए आवेदन करने जा रहे। यूपीआईटीएस में भी 60 जीआई टैग उत्पाद शामिल हैं। स्‍वदेशी का बेहतर उपयोग आत्मनिभर व विकसित भारत के लिए जरूरी है।

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