व्यापारी से कार और 18 लाख लूट में पुलिस ने किया चौकाने वाला खुलासा, जानिए पीडित ने क्यों बोला पुलिस से झूठ ?
The police made a shocking disclosure in the car and 18 lakh robbery from the businessman, know why the victim lied to the police?
Panchayat 24 : दादरी थाना क्षेत्र के अन्तर्गत दिल्ली के व्यापारी से उसके कार चालक द्वारा की गई कार और 18 लाख की लूट के मामले में पुलिस ने चौकाने वाला खुलासा किया है। पुलिस ने 24 घंटो से भी कम समय में घटना का खुलासा करते हुए आरोपी कार चालक के अतिरिक्त उसकी पत्नी, बहन और बहनोई को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने लूटी कई कार और रकम भी बरामद कर ली है। पूरे मामले में चौकाने वाली बात यह है कि पीडित ने बताया था कि उसके 18 लाख रूपये लूटे गए है, जबकि पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 81 लाख रूपये बरामद किए हैं। पुलिस ने सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश किया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
क्या है पूरा मामला ?
दरअसल, संजीव कुमार अग्रवाल दिल्ली के द्वारका में परिवार सहित रहते हैं। वह पेशे से एक व्यापारी है। उनकी बुलन्दशहर के अनूपशहर क्षेत्र में अपनी एक फैक्टरी है। वह बीते बुधवार देर शाम अपनी क्रेटा कार में सवार होकर व्यापार के सिलसिलने में अनूपशहर के लिए जा रहे थे। कार उनका चालक सोनू चौहान चला रहा था। जी टी रोड पर ईस्टर्न पेरीफेरल के आसपास संजीव कुमार अग्रवाल को पेशाब लगा। उन्होंने सोनू को कार सड़क किनारे लगाने के लिए कहा। सोनू ने कार को एक स्थान पर सड़क किनारे लगा दिया। संजीव कुमार कार से उतरकर एकांत स्थान पर पेशाब करने चले गए। तभी सोनू कार लेकर मौके से फरार हो गया। पीडित ने पुलिस को मामले की सूचना दी। पुलिस ने आरोपियों की तलाश में एक टीम का गठन कर त्वरित कार्रवाई शुरू कर दी।
पुलिस के अनुसार सूत्रों से पता चला कि सोनू कार सहित मथुरा जिले की ओर जा रहा है। यहां से वह काफी दूर किसी अनजान स्थान पर जाने की फिराक में है। पुलिस ने पुलिस ने तुरन्त मथुरा जिले की ओर रूख किया और आरोपी को सूर्यनगर कॉलोनी में दबोच लिया। आरोपी यहां अपने बहनोई कर्णवीर सिंह, के आवास पर लूटी गई कार और नकदी सहित रूका हुआ था। मौके से पुलिस ने आरोपी की पत्नी पुष्पा और बहन श्वेता को भी इस षडयंत्र में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने कार में रखा हुआ आरोपी का लैपटॉप, आवश्यक दस्तावेज और लूटी गई 81 लाख 68 हजार तथा मोबाइल फोन बरामद कर लिया। घटना का मुख्य आरोपी सोनू मूलरूप से उत्तर प्रदेश के फर्रूखाबाद का रहने वाला था, जबकि उसका बहनोई मूलरूप से आगरा का रहने वाला है।
दिल्ली के उत्तम नगर में बनाई थी लूट की योजना
पुलिस पूछताछ में मुख्य आरोपी सोनू ने बतया कि उसे व्यापारी परिवार के लेनदेन के बारे में सबकुछ पता था। वह दिल्ली के उत्तम नगर में किराए का मकान लेकर रहता था। उसने अपने मालिक की आर्थिक स्थिति के बारे में अपनी पत्नी पुष्पा, बहन श्वेता और बहनोई कर्णसिंह को बताया। इन्होंने मौका देखकर संजीव अग्रवाल को लूटने की योजना बनाई। योजना सोनू के उत्तम नगर स्थित किराए के मकान में ही बनाई गई थी।
20 सालों से व्यापारी परिवार के पास काम कर रहा था आरोपी सोनू चौहान
पुलिस को पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह साल 2005 से संजीव कुमार अग्रवाल के पास काम कर रहा था। उसको परिवार के लेनदेन के बारे में सबकुछ पता था। संजीव कुमार ने सोनू को अनूपशहर चलने के बारे में कई दिन पहले बता दिया थाा। इसकी जानकारी आरोपी ने अपनीे बहनोई, पत्नी और बहन को दी। जिसके बाद लूट की घटना को बीच रास्ते में अंजाम देने की योजना बनाई गई। योजना के अनुसार बीते बुधवार योजना को अंजाम दिया गया।
घबराहट में 81 के 18 लाख बताए या कुछ छिपाने के लिए बोला झूठ ?
पुलिस ने आरोपी से बरामद की गई 81 लाख की रकम के बाद पीडित से पूछा कि उसने झूठी सूचना क्यों दी कि उसकी कार में 18 लाख रूपये थे। पीडित ने बताया कि घटना के बाद वह घबरा गया था। घबराहट में उसने पुलिस को दी गई लिखित तहरीर में 81 लाख के स्थान पर 18 लाख रूपये गलती से लिख दिए। पीडित की बात पर फिलहाल विश्वास करने के अतिरिक्त पुलिस के पास कोई विकल्प नहीं था। पुलिस अधिकारियो का कहना है कि विवेचना के दौरान यदि पीडित इस बात के साक्ष्य दे सका कि उसकी यह रकम के कानूनी स्रोत है तो उसकी रकम कोर्ट से रिलीज हो जाएगी। अन्यथा आला अधिकारियों से निर्देश पर इनकम टैक्स आदि एजेंसियों को जांच में शामिल किया जा सकता है। वहीं पुलिस का यह भी कहना है कि यदि पीडित बरामद रकम को लेकर कोर्ट में यह साबित कर देता है कि यह रकम उसके द्वारा कानूनी स्रेात्र से अर्जित की गई है तो उसे यह रकम मिल जाएगी अन्यथा कोर्ट इसमें उचित निर्णय लेगा।
घटना का सफल अनावरण करने वाली टीम को 50 हजार का नकद पुरस्कार
इस घटना का सफल अनावरण करने तथा आरोपियों की गिरफ्तारी और नकदी बरामदगी करने वाली टीम पुलिस टीम को पुलिस लिस कमिश्नर आलोक कुमार द्वारा 50 हजार रूपये के नकद पुरस्कार की घोषणा की गई है।