पुराने दिन फिर याद आए : जानिए आज बादलपुर के लोगों को क्यों याद आ रहा है मायावती का शासन ?
Remember the old days again: Know why the people of Badalpur are remembering Mayawati's rule today?
Panchayat 24 : उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के पैतृक गांव बादलपुर के लोगों को आज मायावती के शासनकाल के दिनों की याद आ रही है। लोग मायावती के दिनों को बेहतर बता रहे हैं। लोगों का कहना है कि मायावती के शासनकाल में गांव में किसी तरह की मूलभूत सुविधाओं का अभाव नहीं होता था। विभागीय अधिकारी और कर्मचारी हर समस्या का तुरन्त संज्ञान लेते थे। लेकिन आज हालात असहनीय हो गए हैंं।
क्या है पूरा मामला ?
दरअसल, मायावती के शासनकाल में बादलपुर गांव सभी मूलभूत सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा जाता था। विशेषकर गांव की बिजली व्यवस्था चाकचौबंद थी। लेकिन वर्तमान में गांव में बिजली आपूर्ति को सुचारू तरीके से नहीं हो पा रही है। ग्रामीणों का कहना है कि गांव में 15-20 मिनट बिजली आपूर्ति हो रही है। आग उगलती गर्मी ने ग्रामीणों की इस समस्या को और बढ़ा दिया है। भीषण गर्मी में बिजली कटौती से जहां बच्चों और बुजुर्गों का बुरा हाल हो रहा है। बिजली कटौती ने मरीजों के कष्ट को बढ़ा दिया है।
गांव के ही एक युवक परवेश नागर ने विद्युत विभाग को टवीट कर कहा है कि स्थिति बद से बदतर हो गई है। दीपक नागर ने टवीटर पर लिखा है कि सारी रात बिजली के इंतजार में जागकर निकल जाती है। वहीं, बादलपुर गांव निवासी आलोक नागर ने गांव की बिगड़ती विद्युत व्यवस्था को लेकर पूर्वांचल विद्युत निगम लिमिटेड सहित उत्तर प्रदेश सरकार और जिलाधिकारी सहित सम्बन्धित विभागों के जिम्मेवार लोगों को टवीटर पर टैग करते हुए शिकायत की है। आलोक नागर लिखते है कि उत्तर प्रदेश में बादलपुर गांव की विद्युत आपूर्ति सबसे दयनीय है। बिजली बार-बार आती है और कुछ ही मिनटों में चली जाती है।
ग्रामीणों को क्यों आ रहा है मायावती का शासनकाल याद ?
दरअसल, मावावती के शासनकाल में बादलपुर में बिजली आपूर्ति 24 घंटे आती थी। गांव में साफ सफाई की व्यवस्था पर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण सीधी नजर रखता था। गांव की सड़के और रास्ते बेहतर स्थिति में थे। बता दें कि मायावती के प्रदेश की मुख्यमंत्री बनने के बाद गांव में स्कूल, चिकित्साल्य, साप्ताहिक बाजार, बालिका महाविद्यालय सहित बस स्टॉप सहित कई चहुमुखी विकास कार्य हुए थे।