ग्रेटर नोएडा जोन

जेडीयू नेता के बेटे का अपहरण कर मांगी थी 5 लाख रूपयों की फिरौती, पुलिस मुठभेड़ के बाद कराया मुक्‍त, दो आरोपी गिरफ्तार, एक पुलिस की गोली से हुआ घायल

JDU leader's son was kidnapped and demanded a ransom of Rs 5 lakh, got freed after police encounter, two accused arrested, one injured by police bullets

Panchayat 24 : बिहार से घूमने के लिए घर से निकले तीन साथियों में से दो का बीते रविवार शाम को परीचौक से अपहरण हो गया। तीसरा साथी किसी तरह अपहरणकर्ताओं के चंगुल से छूट गया और पुलिस को मामले की सूचना दी। पुलिस ने मामले में त्‍वरित कार्रवाई करते हुए अपहरणकर्ताओं के चंगुल से दोनों युवकों से सोमवार को सकुशल बरामद किया। इस दौरान आरोपियों ने पुलिस टीम पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में एक आरोपी अय्युब निवासी मेरठ पुलिस की गोली से घायल हो गया। पुलिस ने उसके ही एक अन्‍य साथी राशिद निवासी बुलन्‍दशहर को भी गिरफ्तार कर लिया। घायल को उपचार के लिए पुलिस ने नोएडा स्थित सरकारी अस्‍पताल में भर्ती कराया। तीन आरोपी पुलिस को चमका देकर मौके से फरार हो गए। पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है। पीडितों में एक बिहार के बांका जिले के पूर्व जेडीयू के जिलाध्‍यक्ष का बेटा है। मामला ग्रेटर नोएडा के सेक्‍टर बीटा-2 कोतवाली क्षेत्र का है।

क्‍या है पूरा मामला ?

पुलिस के अनुसार बिहार के जिला बांका निवासी मिनहास खान जनता दल यूनाइटेड के पूर्व जिलाध्‍यक्ष रहे हैं। उनका बेटा दिलवार  (23) अपने दोस्‍तों परवेज और शाहिद के साथ हरियाणा घूमने के लिए निकला था। हरियाणा में उसके दोस्‍त की मौसी रहती है। ट्रेन से तीनों अलीगढ़ पहुंचे। परवेज का साढू पीरू बुलन्‍दशहर में रहता है। उससे मिलने के लिए अलीगढ़ में ट्रेन से उतर गए और बस में सवार होकर बुलन्‍दशहर पहुंच गए। पीरू ग्रेटर नोएडा में फर्नीचर का काम करता है। उसने अपने साढ़ू परवेज को फोन कर तीनों को ग्रेटर नोएडा और नोएडा घूमने के लिए परीचौक पर बुला लिया।  तीनों युवक परीचौक पहुंच गए और पीरू का इंतजार करने लगे। इसी बीच शाहिद किसी पेशाब करने चला गया। तभी पीरू राशिद निवासी बुलन्‍दशहर की अर्टिका गाड़ी लेकर परी चौक पहुंचा और दिलबर और परवेज को गाड़ी में जबरन बैठा लिया। शाहिद को शक हुआ और उसने पुलिस को मामले की सूचना दी। पुलिस के अनुसार आरोपियों ने हल्‍द्वानी में राशिद के मकान पर ही दोनों युवकों को बंधक बनाकर रखा। दिलबर के ही फोन से उसके घर फोन कर 5 लाख रूपये की फिरौती मांगी।

पुलिस ने बिछाए जाल में फंस गए अपहरणकर्ता

पुलिस ने सूचना मिलते ही अपहत युवकों की सकुशल बरामदगी के लिए तीन टीमों का गठन कर कार्रवाई शुरू कर दी।   आरोपी लगातार दिलबर के परिजनों को फोन पर कॉल कर फिरौती की रकम की मांग कर रहे थे। इस बीच बीटा-2 पुलिस ने भी दिलबर के पिता से संपर्क किया। दिलबर के पिता मिनहाज खान को विश्‍वास में लेकर कहानी बताई। वहीं कहानी मिनहाज ने अपहरणकर्ताओं को सुना दी। मिनहाज खान ने कहा कि इतनी जल्‍दी हम ग्रेटर नोएडा नहीं आ सकते। उनके रिश्‍तेदार हरियाणा के वल्‍लभगढ़ में रहते हैं। वे आपको यह रकम दे देंगे। रकम देने के लिए चूहड़पुर अंडरपास के पास स्‍थान तय हुआ।

पुलिस कांस्‍टेबल डमी नोटों से भरा बैग लेकर पहुंचा 

मिनहाज के रिश्‍तेदार के रूप में पुलिस कांस्‍टेबल डमी नोटों का बैग लेकर वहां पहुंचा। आरोपी भी अर्टिका कार में दिलबर और परवेज को लेकर पहुंच गए। आरोपियों ने जैसे ही डमी नोटों के बैग के बदले दोनों युवकों को मुक्‍त किया, पुलिस सक्रिय हो गई। आरोपियों को तब तक पुलिस के बिछाए जाल के बारे में पता चल गया था। आरोपियों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई कर अय्यूब और राशिद को गिरफ्तार कर लिया। इनके कब्‍जे से पुलिस ने एक पिस्‍टल, जिंदा कारतूस और एक अर्टिका कार बरामद की है। जबकि पीरू निवासी बुलन्‍दशहर, इमरान निवासी हल्‍द्वानी और एक अन्‍य आरोपी फरार हो गए। पुलिस फरार आरोपियों की तलाश में दबिश दे रही है।

किसी को शक न हो इस लिए परवेज का भी कर लिया था अपहरण

पुलिस के अनुसार पीरू ने अपने साथियों के संग मिलकर दिलबर के अपहरण की योजना बनाई थी। लेकिन किसी को शक न हो और फिरौती की रकम आसानी से मिल जाए, इसके लिए अपने साढ़ू परवेज के भी अपहरण की योजना बनाई। दरअसल, पीरू कुछ महीने पूर्व बिहार गया था। वहां परवेज ने अपने दोस्‍त दिलबर से पीरू की मुलाकात कराई थी। दिलबर की सम्‍पन्‍नता को देखकर पीरू ने उसके अपहरण की योजना बनाई थी। पुलिस के अनुसार दिलबर जिला पंचायत सदस्‍य का चुनाव लड़ा था। उसके पिता का मछली पालन का अच्‍छा खासा कारोबार है। ऐसे में पीरू को लगा कि दिलबर के अपहरण से उसे काफी अच्‍छी रकम हाथ लग सकती है।

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