अशांत राजस्थान : हनुमानगढ़ में पुलिस और ग्रामीणों के बीच झडप, कर्फ्यू के बाद इंटरनेट सेवा बंद
Disturbed Rajasthan: Clashes between police and villagers in Hanumangarh, internet service suspended after curfew
Panchayat24 : पिछले कुछ महीनों से राजस्थान अशांत है। राज्य के किसी न किसी क्षेत्र से हिंसा की खबरें आ रही हैं। इस बार चर्चा में है हनुमानगढ़ जिला। यहां पर गौकशी को लेकर शुरू हुआ विवाद लगातर बड़ा रूप लेता जा रहा है। इसको लेकर पुलिस तथा ग्रामीणों के बीच जमकर झड़प हुई। इस दौरान कई ग्रामीणों को भी चोटें आई है। पुलिस ने इस संबंध में 45 लोगों को हिरासत में लिया है। संदिग्ध गतिविधियों और लोगों पर पुलिस नजर रख रही है। फिलहाल स्थिति शांत है। एहतियातन गांव में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। पुलिस का मानना है कि घटना में बाहरी लोग शामिल थे। पुलिस तथा प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की थी।
क्या है पूरा मामला ?
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार हनुमानगढ़ जिले के चिडियागांधी गांव में बीती 21 जुलाई के बाद से तनावपूर्ण है। आरोप है कि 10 जुलाई को ईद के मौके पर गांव में गोकशी की गई थी। गांव की एक महिला ने गोकशी को देख लिया था। उसने गांव के अन्य लोगों को इसके बारे में सूचना दी थी। घटना के बाद हिन्दू समाज के लोगों में रिपोर्ट के अनुसार एफएसएल रिपोर्ट में मांस गाय का ही पाया गया। पुलिस ने मामले में पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। लेकिन ग्रामीणों ने अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर चिडियागांधी गांव में धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया था। बता दें कि शुरूआत में पुलिस ने गोकशी की घटना से इंकार किया था।
पुलिस द्वारा धरना दे रहे लोगों को जबरन उठाने पर हालात बिगड़े
ग्रामीण तथा हिन्दूवादी संगठन गोकशी की घटना में शामिल अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर धरने पर बैठे हुए थे। आरोप है कि बीती 26 जुलाई को पुलिस ने धरने पर बैठे लोगों को जबरन धरन से उठा दिया। टेंटों को भी खड़ा दिया। दो गांवों चिडियागांधी और गांधीबाड़ी में कर्फ्यू लगा दिया गया और इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई। इसके बाद माहौल बिगड़ना शुरू हो गया। पुलिस कार्रवाई के विरोध में लोगों ने मार्च निकाला। इस दौरान पुलिस और आन्दोलनकारियों के बीच झड़प शुरू हो गई। लोगों ने पथराव शुरू कर दिया। भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस को लाठी चार्ज करनी पड़ी। आंसू गैस के गोले भी दागे। इस दौरान थानाधिकारी भिरानी ओमप्रकाश सुथार सहित कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। हालात को काबू करने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया गया। इसके बाद क्षेत्र में तनाव पैदा हो गया।