पाकिस्तान के अस्पताल में अंतिम सांसें गिन रहा है भारत का मोस्ट वांटेड दाऊद इब्राहिम ! जानिए क्या है पूरा मामला ?
India's most wanted Dawood Ibrahim is counting his last breaths in a hospital in Pakistan! Learn about the case in detail ?

Panchayat 24 : भारत का मोस्ट वांटेड अपराधी दाऊद इब्राहिम इस समय अपने जीवन की अंतिम सांसे गिन रहा है। खबर है कि पाकिस्तान के कराची स्थित एक अस्पताल में दाऊद इब्राहिम का सघन उपचार चल रहा है। हालांकि पाकिस्तान अधिकारिक तौर पर इस बारे में कुछ भी कहने से बच रहा है। वहीं, पाकिस्तान में कुछ पत्रकार और कट्टरपंथी विरोधी लोग पाकिस्तान में तेजी से बदल रहे घटनाक्रम एवं घट रही घटनाओं के आधार पर कह रहे हैं कि पाकिस्तान में कुछ बड़ा हुआ है जिसको छिपाने के लिए सरकार कराची का प्रशासन प्रयास कर रहा है। ऐसी भी खबरें हैं कि पाकिस्तान में इंटरनेट को डाऊन कर दिया गया है। भारत की जांच एजेंसियां इस खबर की जांच में जुटी हुई हैं।
दाऊद इब्राहिम अस्पताल में क्यों हुआ है भर्ती ?
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार दाऊद इब्राहिम की पाकिस्तान में जहर देकर हत्या करने की कोशिश की गई है। दाऊद इब्राहिम की हालत गंभीर बनी हुई है। कराची के जिस अस्पताल में दाऊद इब्राहिम का उपचार चल रहा है, उस मंजिल पर किसी भी सामान्य व्यक्ति को जाने की अनुमति नहीं है। भारतीय खुफिया एजेंसियों के अनुसारपाकिस्तान के कराची में क्लिफटन रोड़ स्थित वाइट हाऊस बंगला दाऊद इब्राहित का स्थाई ठिकाना है। कराची के ही डिफेंस हाऊसिंग कॉलोनी स्थित बंगला संख्या 37 भी दाऊद का ही है। भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के नए खुलासे के अनुसार दाऊद इब्राहिम वर्तमान में करांची के डिफेंस एरिया में अब्दुल्ला गाजी बाबा दरगाह के पीछे रहीम फाकी के पास रहता है। जिस गली में उसका बंगला है, वह कराची का नो-ट्राइपास जोन है। वहां पाकिस्तानी रेंजर्स का कड़ा पहरा है। पाकिस्तान में दाऊद को आईएसआई का संरक्षण प्राप्त है। यहीं से दाऊद इब्राहिम दुनिया भर में अपने गैर कानूनी और काले कारनामों को अंजाम देता है।
क्या है पूरा मामला ?
गौरतलब है कि भारत में बाबरी मस्जिद को गिराए जाने के बाद मुम्बई में हुई सीरियल बम धमकों का मुख्य आरोपी दाऊद इब्राहिम दुबई भाग गया था। इस आतंकी हमले में 250 से अधिक लोगों की जान गई थी। इसके बाद से वह लगातार पाकिस्तान में रह रहा है। भारतीय जांच एजेंसियां ने पाकिस्तान में दाऊद इब्राहिम की उपस्थिति को कई बार ट्रेस भी किया है। यहां तक कि पाकिस्तान में दाऊद इब्राहिम के होने के सबूत तक दिए हैं। शुरूआत में दाऊद इब्राहिम के पाकिस्तान में होने की बात को पाकिस्तान नकारता रहा था। बाद में पाकिस्तान ने इस बात को स्वीकार किया लेकिन दुनिया में तीसरे नंबर के मोस्ट वांटेड आतंकवादी पर कोई कार्रवाई नहीं की। इतना ही नहीं पाकिस्तान में दाऊद इब्राहिम ने रिश्तेदारियां भी बना ली है। दाऊद इब्राहिम के बेटी महरूख इब्राहिम की शादी पाकिस्तान के मशहूर क्रिकेटर जावदे मियादाद की बेटे जुनैद से हुई है।
आईएसआई ही दाऊद इब्राहिम को ठिकाने लगाना चाहती है ?
पिछले कुछ समय में पाकिस्तान में रह रहे भारत के दुश्मन और आतंकवादियों की लगातार हत्याएं हुई हैं। सभी हत्याएं अज्ञात हमलावरों द्वारा की गई है। इस सिलसिले पाकिस्तान की जांच एजेंसियों के भी हाथ खाली है। गौरतलब है कि दुनिया भर में आतंकवाद को पोषित करने के लिए पाकिस्तान बदनाम है। आतंकवाद के चलते ही दुनिया भर ने पाकिस्तान पर आर्थिक एवं सैनिक प्रतिबंध लगाए हैं। प्रतिबंधों से निजात पाने के लिए पाकिस्तान के सामने अन्तर्राष्ट्रीय बिरादरी ने शर्त रखी है कि किसी भी कीमत पर पाकिस्तान पहले आतंकवाद को पोषित करने वाले संगठनों और आतंकवादी तंजीमों पर काबू करे। जानकारों का मानना है कि चारो तरफ से घिर चुका पाकिस्तान कंगाली के कगार पर पहुंंच चुका है। पाकिस्तान को बदहाली के दलदल से निकलने के लिए अन्तर्राष्ट्रीय मदद की सख्त जरूरत है। लेकिन वह प्रत्यक्ष तौर पर वह आतंकवादियों, आतंकवादी संगठनों और कट्टरपंथियों से निपटने में असमर्थ है। पाकिस्तानी फौज और खुफिया एजेंसी आईएसआई भी समझ चुकी है कि अब आतंकवाद पर लगाम लगानी ही होगी। ऐसे में पाकिस्तान आतंकवादियों को ठिकाने लगा रहा है। यह आतंकवादी अब पाकिस्तान के लिए किसी भी काम के नहीं रह चुके हैं। उनके होने से पाकिस्तान को नुकसान बहुत अधिक हो रहा है। जहां एक तरफ अन्तर्राष्ट्रीय फजीहत हो रही है। जिससे पाकिस्तान पर कई तरह के प्रतिबंध लगे हुए हैं। वहीं, पाकिस्तान के लिए सफेद हाथी साबित हो रहे इन आतंकवादियों और कट्टरपंथियों के लिए भारी भरकम सुरक्षा के बंदोबस्त करके आर्थिक हानि हो रही है। ऐसे में पाकिस्तान पर्दे के पीछे इन आतंकवादियों को ठिकाने लगा रहा है। दाऊद इब्राहिम को जहर देकर मारने की कोशिशों के पीछे भी आईएसआई का ही हाथ होने की संभावना जताई जा रही है। दरअसल, भारत से बिगड़ते हुए संबंधों के चलते पाकिस्तान अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर अलग थलग पड़ गया है। पाकिस्तान भारत से संंबंध सुधारना चाहता है। पाकिस्तान में पल रहे आतंकवादियों को ठिकाने लगाकर पाकिस्तान भारत को विश्वास दिलाना चाहता है कि वह आतंकवाद के खिलाफ है।