ग्रेटर नोएडा पुलिस ने कबाडियों से एक रूपये प्रति किलो की रंगदारी मांगने वाले तीन आरोपियों को दबोचा
Greater Noida Police arrested three accused who were demanding extortion money of one rupee per kilo from scrap dealers

Panchayat 24 : ग्रेटर नोएडा पुलिस ने गत्ता एवं कागज के कबाडि़यों से रंगदारी वसूलने वाले गिरोह के तीन सक्रिय सदस्यों को साइट फाइव से गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से दो तमंचे, जिंदा कारतूस और एक बाइक बरामद की है। आरोपियों की पहचान ऋषभ निवासी लड़पुरा, सौरभ निवासी दादुपुर और सलमान निवासी शिकारपुर, वर्तमान पता कासना की मण्डैया के रूप में हुई है। आरोपी कबाडियों से कबाड़ पर एक रूपये प्रति किलो की दर से रंगदारी वसूलते थे। पुलिस के अनुसार आरोपी एक दिन में साठ से सत्तर हजार रूपये तक वसूल लेते थे। पुलिस ने सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश किया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है। मामला कासना कोतवाली क्षेत्र का है।
क्या है पूरा मामला ?
एडीसीपी ग्रेटर नोएडा जोन सुधीर कुमार ने बताया कि पिछले तीन महीने से क्षेत्र में नए लड़कों का एक गिरोह सक्रिय हुआ था। यह गिरोह कंपनियों से गत्ते का स्क्रैप उठाने वाले कबाडि़यों से रंगारी वसूलते थे। इस गिरोह में दीपक, सौरभ, कपिल, सलमान, ऋषभ, सागर, आकिब और अरविन्द मुख्य रूप से सक्रिय सदस्य थे। पुलिस को एक शिकायत मिली थी जिसमें आरोपियों पर स्क्रैप का कारोबार करने की एवज में एक रूपये प्रति किलो के हिसाब से रंगारी मांगने की बात कही गई थी। रकम नहीं देने पर आरोपी जान से मारने की धमकी देते थे। पुलिस ने सुसंगत धाराओं में मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी थी। पुलिस गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश कर रही है।
हर कंपनी से निकलने वाले स्क्रैप पर रखते थे पैनी नजर
पुलिस के अनुसार यह गिरोह क्षेत्र में स्थित कंपनियों से निकलने वाले गत्ता एवं कागज के स्क्रैप पर पैनी नजर रखता था। जैसे ही कबाड़ी कंपनी से स्क्रैप को लेकर आसपास के धर्मकांटे पर तुलवाने के लिए पहुंचता था। गिरोह के सदस्य तुरन्त वहां पहुंचकर एक रूपये प्रति किलो की दर से रकम वसूल लेते थे। यदि कोई कबाड़ी आरोपियों को यह रकम नहीं देता था तो उससे मारपीट एवं जान से मारने की धमकी देते थे। कंपनियों से गत्ते का स्क्रैप उठाने वाले कबाड़ी अधिकांशत: बाहरी होते थे। ऐसे में अधिकांश लोग पुलिस में इनकी शिकायत करने से बचते थे। इसका लाभ उठाकर यह गिरोह कबाडियों को धमकाकर रंगदारी वसूलने में कामयाब हो रहा था।
गौतम बुद्ध नगर जिले में रंगदारी अघोषित धंधा बन चुका था
गौतम बुद्ध नगर जिले में यदि कोई अपराध पुलिस के लिए सिदर्द बना है तो वह रंगदारी है। जिले में संगठति गिरोहों से लेकर छोटे छोटे अपराधी भी रंगदारी मांगने के अपराध में संलिप्त रहे हैं। इतना ही नहीं रंगदारी की रकम नहीं देने के चलते कारोबारियों और प्रतिष्ठित लोगों की हत्याएं भी हुई हैं। उत्तर प्रदेश में सत्ता बदलते ही गौतम बुद्ध नगर में भी अपराधियों का बुरा दौर शुरू हुआ। पुलिस ने रंगदारी मांगने वाले आरोपियों से सख्ती से निपटना शुरू किया। वर्तमान में रंगदारी का खुल्ला खेल लगभग थम चुका है। जानकारों की माने तो चोरी छिपे रंगदारी का खेल अभी भी चल रहा है। पुलिस ऐसे लोगों की तलाश में जुटी है। रडार पर आते ही पुलिस त्वरित कार्रवाई करती है।
रवि काना गिरोह पर कार्रवाई के बाद रिक्त स्थान को भरना चाहते हैं नए अपराधी
पुलिस सूत्रों की माने तो जिले में रवि काना गिरोह पर हुई कड़ी कार्रवाई के बाद यहां संगठित गिरोह समाप्त हो चुके हैं। ऐसे में रंगदारी के खेल पर लगाम लगी है। हालांकि रवि काना गिरोह की कमर टूटने के बाद पैदा हुए शुन्य को भरने के लिए नए अपराधी हल्के फुल्के प्रयास कर रहे हैं। पुलिस ऐसे लोगों पर कड़ी नजर रख रही है। जिस गिरोह के तीन सदस्यों को गत्ता कबाडियों से रंगदारी वसूलने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है, यह गिरोह भी रवि काना गिरोह के बाद पैदा हुए रिक्त स्थान को भरने का ही प्रयास कर रहा था।