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ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने 6 बिल्‍डर सोसायटियों पर लगाया 30 लाख का जुर्माना, जानिए क्‍या है पूरा मामला ?

Greater Noida Authority imposed a fine of Rs 30 lakh on 6 builder societies, know what is the whole matter?

Panchayat 24 : ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने नियमों के उल्‍लंघन पर 6 बिल्‍डर सोसायटियों पर 30 लाख का जुर्माना ठोका है। प्राधिकरण को यह रकम एक सप्‍ताह के अंदर प्राधिकरण में जमा करानी होगी। यदि बिल्‍डर जुर्माने की रकम तय समय पर जमा नहीं करते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। वहीं, बिल्‍डरों को चेतावनी दी गई है कि भविष्‍य में ऐसी गलती करने पर उनसे दोगुना जुर्माना वसूला जाएगा।

क्‍या है पूरा मामल ?

ग्रेटर नोएडा प्राधिकणन के जल /सीवर विभाग के महाप्रबंधक जितेंद्र गौतम ने अपनी टीम के साथ पिछले दिनों ग्रेटर नोएडा वेस्ट स्थित बिल्डर सोसाइटियों का औचक निरीक्षण किया था। इस दौरान 6 सोसाइटियों में खामी मिली। ये सोसाइटियां सीवरेज को शोधित करने के लिए एसटीपी का संचालन मानकों के अनुरूप नहीं कर रही थीं। सीवरेज को शोधित किए बिना ही पानी को ड्रेनेज सिस्टम में डाल रहीं थीं, जबकि इस शोधित पानी का इस्तेमाल पेड़-पौधों की सिंचाई के लिए उपयोग करने का प्रावधान है। औचक निरीक्षण के दौरान ये खामियां मिलने पर प्राधिकरण की टीम ने 6 बिल्डर सोसाइटियों पर 30 लाख रुपए का जुर्माना लगाया है। प्रत्येक सोसाइटियों पर पांच-पांच लाख रुपए का जमाना लगाया गया है।

इन बिल्‍डरों से वसूला जाएगा जुर्माना

ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण  नेजिन बिल्डर सोसाइटियों पर जुर्माना लगाया गया है, उनमें अजय इंटरप्राइजेस का सेक्टर-2 स्थित प्रोजेक्ट इरोज संपूर्णम, राजेश इंफ्राटेक का सेक्टर-1 स्थित प्रोजेक्ट राजेश रेजिडेंसी, क्रिस्ट प्रमोटर्स का सेक्टर-1 स्थित ऐस सिटी सोसाइटी, पंचशील बिल्डर का सेक्टर-1 स्थित प्रोजेक्ट पंचशील हाईनेस समिति, स्टेलर कांसलेशन का सेक्टर-1 स्थित स्टेलर जीवन सोसायटी और सेक्टर-1 स्थित देविका गोल्ड होम प्रोजेक्ट शामिल हैं। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के एसीईओ आशुतोष द्विवेदी ने चेतावनी दी है कि प्राधिकरण की तरफ से इस तरह का औचक निरीक्षण आगे भी जारी रहेगा। जिन सोसाइटियों में एसटीपी चलता नहीं पाया गया, अथवा वह सीवरेज को शोधित किए बिना ही ड्रेनेज में डालते पाई गईं तो उनके विरुद्ध और कठोर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने सोसाइटियों से एसटीपी से शोधित पानी का इस्तेमाल सिंचाई कार्यों में करने की अपील की है।

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