अच्छी खबर : रेपिड रेल के तीन वैकल्पिक मार्गों प्रस्तुतिकरण, सर्वे के बाद एक मार्ग पर लगेगी अंतिम मुहर
Good news : Three alternative routes of Rapid Rail will be finalized after presentation and survey.

Panchayat 24 : ग्रेटर नोएडा वेस्ट में रेपिड रेल ट्रांसपोर्ट सिस्टम (आरआरटीएस) के आगमन की दिशा में एक कदम और आगे बढ़ गया है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में ग्रेटर नोएडा और ग्रेटर नोएडा वेस्ट को आरआरटीएस से जोड़ने के लिए मार्ग तय करने पर वीरवार को अहम बैठक हुई। एनसीआरटीसी की टीम ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार के समक्ष आरआरटीएस के लिए 3 वैकल्पिक मार्गों पर प्रस्तुतिकरण दिया। सीईओ ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण और एनसीआरटीसी की संयुक्त टीम बनाकर इन तीनों ही वैकल्पिक मार्गो का सर्वे करने के बाद एक मार्ग पर अंतिम मुहर लगेगी। इस बैठक में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के एसीईओ आशुतोष द्विवेदी, एसीईओ सुनील कुमार सिंह, जीएम वित्त विनोद कुमार, जीएम प्लानिंग लीनू सहगल, जीएम प्रोजेक्ट हिमांशु वर्मा, ओएसडी नवीन कुमार सिंह, वरिष्ठ प्रबंधक सुधीर कुमार व एनसीआरटीसी के अधिकारीगण मौजूद रहे।
क्या है पूरा मामला ?
दरअसल, ग्रेटर नोएडा व ग्रेटर नोएडा वेस्ट को जोड़ते हुए नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट जेवर तक आरआरटीएस चलाने की योजना है। इसको दिल्ली-मेरठ आरआरटीएस से जोड़ा जाएगा। यह रूट गाजियाबाद के सिद्धार्थ विहार से ग्रेटर नोएडा वेस्ट के चार मूर्ति चैक (गौड़ चौक ) होते हुए एयरपोर्ट तक बनेगा। चार मूर्ति चैक से आरआरटीएस के तीन वैकल्पिक रूटों का सुझाव दिया गए हैं।
इन वैकल्पिक मार्गों पर
एनसीआरटीसी ने पहला मार्ग के रूप में चार मूर्ति चैक से 130 मीटर चौड़ी सड़क पर प्राधिकरण कार्यालय और परी चौक होते हुए नोएडा एयरपोर्ट तक प्रस्तावित किया गया है। दूसरा मार्ग के रूप में 60 मीटर रोड से होकर और तीसरे मार्ग के रूप में चार मूर्ति चौक से नाॅलेज पार्क-5, सूरजपुर और कासना होते हुए नोएडा एयरपोर्ट ले जाने का सुझाव है। इनमें से एक मार्ग पर अंतिम मुहर लगेगी।
अंतिम मार्ग के चयन से पूर्व किया जाएगा सर्वे
सीईओ एनजी रवि कुमार ने इनमें से किसी एक रूट को फाइनल करने से पहले ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण और एनसीआरटीसी की संयुक्त टीम बनाकर तीनों वैकल्पिक मार्गों का सर्वे करने के निर्देश दिए। इस टीम में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के एसीईओ, नियोजन और परियोजना विभाग तथा एनसीआरटीसी के अधिकारी शामिल होेंगे। सीईओ ने एक सप्ताह के भीतर मार्ग का मौके पर सर्वे कर सुझाव देने को कहा है। इस बीच प्राधिकरण की तरफ से रूट पर यूटीलिटी रिपोर्ट दी जाएगी और एनसीआरटीसी की तरफ से रूट का विस्तृत रिपोर्ट बनाकर प्राधिकरण को दी जाएगी। सीईओ ने इस काम को प्राथमिकता पर लेते हुए मार्ग का जल्द चयन कर अंतिम मुहर लगाने के निर्दश दिए हैं।
वर्तमान के साथ भविष्य में ट्रैफिक की जरूरतों को रखा जाएगा ध्यान
एनजी रवि कुमार ने कहा कि जो भी मार्गट फाइनल करें, वह वर्तमान के साथ ही भविष्य में ट्रैफिक की जरूरतों के हिसाब से होना चाहिए। ग्रेटर नोएडावासियों को कहीं पर भी समस्या का सामना न करना पड़े।