हाथरस हादसे के पीछे राजनीतिक साजिश ? न्यायिक जांच में सच आएगा सामने, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने की प्रेस वार्ता
Political conspiracy behind Hathras incident? The truth will come out in judicial investigation, Chief Minister Yogi Adityanath held a press conference

Panchayat 24 : हाथरस हादसे को लेकर योगी आदित्यनाथ ने मोर्चा संभाल लिया है। वह बुधवार सुबह हाथरस पहुंच गए। उन्होंने अस्पतालों में भर्ती सभी घायलों से उनका हालचाल जाना। वहीं, बरसात में बीच घटनास्थल पर पहुंचकर मौका मुआयना किया। इस दौरान उनके साथ प्रदेश के सभी आला अधिकारी मौजूद थे। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कर दिया है कि इस घटना के पीछे जो भी दोषी होगा उसको कड़ी से कडी सजा दिलाई जाएगी। अपने हाथरस दौरे के दौरान मुख्यमंत्री ने प्रेस वार्ता भी की।
विपक्षी नेताओं द्वारा हादसे पर की जा रही बयानबाजी को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि इस प्रकार की दुखद एवं दर्दनाक घटनाओं पर लोग राजनीति करते हैं। उन्होंने कहा ऐसे लोगों की फितरत है चोरी भी और सीनाजोरी भी। यह हर व्यक्ति जानता है कि कथावाचक सज्जन के फोटो किसके साथ हैं ? उनके राजनीतिक संबंध किसके साथ जुड़े हुए हैं। आपने देखा होगा कि पिछले दिनों रैलियों के दौरान इस तरह की भगदड़ कहां मचती थी और कौन उसके पीछे थे ? मुझे लगता है कि इन सबकी तह में जाना आवश्यक है। जो लोग निर्दोष लोगों के जीवन के साथ खिलवाड़ करते हैं उनकी जवाबदेही भी तय होगी। जांच में हादसे की सच्चाई सामने आएगी।
रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में होगी हादसे की न्यायिक जांच
उन्होंन कहा कि इस घटना की जांच रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में न्यायिक जांच कराई जाएगी। वहीं, एडीजी आगरा की अध्यक्षता में गठित एसआईटी भी घटना के कारणों को जानेगी। उन्होंने कहा कि न्यायिक जांच के साथ भविष्य में ऐसी घटनाओं पर रोक लगने के लिए एसओपी भी बनाई जाएगी। उन्होंने कहा कि आयोजन के अंदर की व्यवस्था देख रहे सेवादार हादसे के बाद भाग निकले है। घटना के पीछे के सभी जिम्मेदार लोगों को एफआईआर के दायरे में लाया जाएगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि घटना की जांच रिपोर्ट के बाद बहुत सारे ऐसे पहलूओं के बारे में पता चलेगा जो घटना के लिए अहम है। भोले बाबा के विरुद्ध एफआईआर नहीं होने के सवाल पर पर योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रथम दृष्टया एफआईआर उन पर होती है जिन्होंने एप्लीकेशन की परमीशन मांगी थी। इसके बाद इसका दायरा बढ़ता है। निश्चित रूप से जो लोग भी इस घटना के जिम्मेदार होंगे वो सभी इसके दायरे में आएंगे। न्यायिक जांच समिति केरिटायर्ड जज अध्यक्ष होंगे। समिति में प्रशासन और पुलिस के भी रिटायर्ड सीनियर अधिकारियों को रखा जाएगा और
मरने वालों में हरियाणा, राजस्थान और मध्य प्रदेश के भी श्रद्दालु
प्रेस वार्ता के दौरान सीएम योगी ने कहा कि मंगलवार को हाथरस जिले के सिकंदराराऊ तहसील के एक गांव में दुखद और दर्दनाक घटना घटित हुई थी। हादसे में 121 श्रद्धालुओं की मृत्यु हुई । इनमें उत्तर प्रदेश के साथ-साथ हरियाणा, राजस्थान और मध्य प्रदेश के लोग भी शामिल हैं। उत्तर प्रदेश में हाथरस, बदायूं, कासगंज, अलीगढ़, एटा, ललितपुर, आगरा, फिरोजाबाद, गौतमबुद्धनगर, मथुरा, औरैया, बुलंदशहर, पीलीभीत, संभल और लखीमपुर खीरी सहित 16 जिलों के भी श्रद्धालु हादसे का शिकार हुए हैं। मारने वालों 121 लोगों में से 6 मृतक ऐसे थे जो अन्य राज्यों से थे, जिनमें ग्वालियर (मध्य प्रदेश) से एक, हरियाणा से 4 और राजस्थान से एक श्रद्धालु शामिल है। हादसे में घायल हुए 31 लोगों का हाथरस, अलीगढ़, एटा और आगरा के अस्पतालों में उपचार चल रहा है। इनकी हालत खतरे से बाहर है।
सेवादारों ने मामले को दबाने का किया प्रयास
मुख्यमंत्री ने बताया कि गंभीर रूप से घायल लोगों ने बातचीत में बताया कि हादसा उस समय हुआ जब कार्यक्रम के उपरांत कथावाचक का काफिला जीटी रोड पर आया। उन्हें छूने के लिए महिलाओं का एक दल उधर दिशा में तेजी से बढ़ने लगा। उनके पीछे-पीछे भीड़ गई। इस दौरान मची भगदड़ में यह हादसा हुआ। सेवादार भी लोगों को धक्का देते गए, जिसके चलते जीटी रोड के दोनों ओर ये हादसा घटित हुआ। इसका सबसे दुखद पहलू ये था कि इस तरह के कार्यक्रम के दौरान जो सेवादार प्रशासन को अंदर घुसने नहीं दिया। सेवादारों ने दुर्घटना होने के तत्काल बाद उन्होंने मामले को दबाने का प्रयास किया। जब प्रशासन ने घायलों को अस्पताल ले जाने की कार्यवाही शुरू की तो उनमें से ज्यादातर सेवादार वहां से भाग गए।
न्यायिक जांच के साथ निर्धारित की जाएगी एसओपी
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आयोजकों को पूछतांछ के लिए बुलाया जाएगा। घटना के कारणों के बारे में उनसे बात की जाएगी और घटना में लापरवाही और जिम्मेदारों की जवाबदेही तय की जाएगी। हम इस बात को खारिज नहीं कर सकते कि इस प्रकार की घटना केवल एक हादसा है। अगर हादसा भी है तो उसके पीछे कौन जिम्मेदार है और अगर हादसा नहीं तो साजिश किसकी है ? इस पूरी घटना के तह में जाकर दोषियों को सजा दिलाई जाएगी। इस प्रकार की घटना की पुनरावृत्ति न हो इसके लिए एक सुझाव और एसओपी बनाई जाएगी, जिसे आगे इस प्रकार के आयोजनों में लागू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कुछ विशेष दल बनाए गए हैं, जिनके माध्यम से अलग-अलग जिलों में कार्यवाही प्रारंभ होगी। प्रारंभिक जांच के बाद आगे की कार्यवाही को हम आगे बढ़ाने का काम करेंगे।
हादसे का शिकार हुए लोगों के बेसहारा बच्चों को सरकार देगी सहारा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा दर्दनाक हादसे के शिकार हुए हैं लोगों के नाबालिग बच्चों के लिए उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के अंतर्गत पढ़ाई की व्यवस्था कराई जाएगी। वह जिन भी स्कूलों या संस्था में पढ़ रहे होंगे राज्य सरकार व्यवस्था करेगी। हादसे में मृतक लोगों के परिजनों को केंद्र और राज्य की ओर से कुल 4 लाख रुपए और घायलों को कुल एक लाख रुपए की सहायता प्रदान कर रहे हैं।
लोग मर रहे थे और सेवादार भाग चुके थे
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रशासन प्रथम दृष्टया ये मानकर चलता है कि धार्मिक आयोजन है और उनके सेवादार इस प्रकार के आयोजनों की अंदर से जिम्मेदारी स्वयं निभाएंगे। बड़े-बड़े आयोजन होते हैं और सावधानीवश वहां पर पुलिस बल को प्रशासन तैनात करता है। लेकिन फोर्स आउटर रिंग में होती है। यदि आप अंदर देखेंगे तो उनके स्वयंसेवक या सेवादार ही व्यवस्था का संचालन करते हैं। इस तरह के आयोजनों में धार्मिक और आध्यात्मिक श्रद्धाभाव से लोग आते हैं तो वहां भीड़ अनुशासित ही रहती है।
लेकिन जब वही कार्यक्रम निहित स्वार्थी तत्वों के हाथों का खिलौना बन जाता है तो अनुशासनहीनता का नजारा देखने को मिलता है। इसका शिकार अंततः वो निर्दोष व्यक्ति होता है जो धार्मिक श्रद्धा के साथ उस आयोजन में भागीदार होता है। लोगों को साजिश के बारे में तो पता नहीं होता है। साजिश करने वाले लोग साजिश करके चुपचाप खिसकने का प्रयास करते हैं। होना यह चाहिए था कि अगर हादसा हुआ था तो सेवादारों को वहां पर अपनी व्यवस्था को सुदृढ़ करना चाहिए था। और अगर सुदृढ़ नहीं कर पा रहे थे तो प्रशासन का सहयोग लेकर घायलों को अस्पताल में पहुंचाने की व्यवस्था करनी चाहिए थी। हादसे में लोग मर रहे और सेवादार वहां से भाग चुके थे। हम इसके निष्कर्ष पर आएंगे और इसके जिम्मेदारों पर कड़ी कार्रवाई करेंगे।
हाथरस पुलिस मुख्यालय में सीएम योगी ने घटना को लेकर की समीक्षा बैठक
प्रेस वार्ता से से पूर्व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाथरस पुलिस मुख्यालय में पूरे घटनाक्रम को लेकर समीक्षा बैठक की। इस दौरान स्थानीय अधिकारियों ने उन्हें घटना से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण जानकारी दी। उन्हें पूरे क्षेत्र के विषय में विस्तार से बताया गया। उन्होंने पूरी घटना को लेकर पुलिस की ओर से प्रस्तुतिकरण को भी देखा और उचित कार्रवाई के निर्देश दिए। इस दौरान सीएम योगी के साथ प्रदेश सरकार में मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी, असीम अरुण, संदीप सिंह,भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह और डीजीपी प्रशांत कुमार सहित अन्य अधिकारीगण और स्थानीय विधायक शामिल रहे।