अन्तर्राष्ट्रीय साइबर ठग गिरोह का निकला दादरी क्षेत्र के एक गांव से कनैक्शन ? जानिए क्या है पूरा मामला ?
International cyber thug gang found to have connection with a village in Dadri area? Learn about the case in detail ?

Panchayat 24 : सेंट्रल नोएडा पुलिस ने विदेश में बैठकर भारतीय नागरिकों से साइबर ठगी करने वाले गिरोह का भंड़ा फोड़ किया है। पुलिस ने भारत में रहकर विभिन्न भारतीय कंपनियों की सिमों के माध्यम से भारत के लोगों का डाटा कंबोडिया में बैठे गिरोह के संचालनकर्ताओं के पास भेजने वाले एक चीनी, नेपाली और एक भारतीय नागरिक को गिरफ्तार किया है। आरोपी विदेशी नागरिक बिना वीजा के भारत में रह रहे थे। इस गोरखधंधे में सहयोग करने वाले भारतीय नागरिका का संबंध दादरी क्षेत्र के एक गांव से है। पुलिस ने इनके कब्जे से कई सिम कार्ड, पासपोर्ट, मोबाइल और क्रेडिट तथा डेबिट कार्ड, लगभग 95 हजार भारतीय एवं कई देशों की मुद्रा सहित बहुत सारा संदग्धि सामान बरामद किया है। मामला बिसरख कोतवाली क्षेत्र का है।
क्या है पूरा मामला ?
डीसीपी सेंट्रल नोएडा सुनीति के अनुसार पुलिस को इंटेलीजेंस से सूचना मिली थी कि ग्रेटर नोएडा वेस्ट से कुछ लोग विदेश में बैठे साइबर ठगी करने वाले गिरोह को भारतीय नागरिकों का उनका डेटा उपलब्ध कराते हैं। विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्म के माध्यम से उनका डेटा हैक करके इस साइबर ठगी को अंजाम दिया जा रहा है। सोमवार को पुलिस ने गौर सिटी के पास से एक चीनी नागरिक सु योमिंग और नेपाली नागरिक अनिल थापा सहित एक भारतीय नागरिक विनोद भाटी को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार आरोपी भारतीय नागरिकों की फर्जीआईडी पर विभिन्न टेलीकॉम कंपनियों, जियो, बीएसएनएल, एयरटेल और वोडाफोन-आईडिया के सिम कार्ड को एक्टिवेट करके मोबाइल पर एसएमएस के रूप में आए ओटीपी जैसी सूचनाएं फिजी एप (चाईनीज एप) के द्वारा वाटसअप ओटीपी तथा अन्य जानकारियों विदेश भेजते थे। पुलिस पूछताछ में पता चला है कि आरोपी नोएडा के सेक्टर-18 में कार्यालय बनाकर इस फ्रॉड को अंजाम दे रहे थे। पुलिस इसकी जांच कर रही है।
कम्बोडिया से संचालित हो रहा है गिरोह
डीसीपी सेंट्रल सुनीति के अनुसार यह गिरोह विदेश से संचालित हो रहा है। इसका सरगना एक चीनी नागरिक है। कंबोडिया से भारतीय नागरिकों के सिम से मिली जानकारी के आधार पर भारत की नामचीन कंपनियों का निजी डाटा हैक किया जाता है। इसके बाद भारतीय नागरिकों को साइबर ठगी का शिकार बनाने का खेल शुरू होता है। पुलिस गिरफ्तार पूछताछ में पता चला है कि आरोपियों के कुछ सहयोगी भी भारत में रहकर इस फ्रॉड में सहयोग कर रहे हैं। इनमें कुछ चाइनीज, नेपाली और भारतीय नागरिक भी शामिल हैं। पुलिस इनकी भूमिका की जांच कर रही है।
ऐसे भारतीय नागरिकों को बनाते हैं साइबर ठगी का शिकार
पुलिस के अनुसार भारत से विभिन्न कंपनियों की सिम के माध्यम से भारतीय कंपनियों के उपभोक्ताओं का डाटा हासिल करके यह गिरोह वाटसअप और टेलीग्राम आदि सोशल मीडिया साइट पर लुभावनें विदेशी एप शेयर करते हैं। इनमें कुछ गेमिंग एप तथा अन्य साइट शामिल हैं। लालच में आकर लोग जैसे ही इन एप्स का प्रयोग करते हैं, वैसे ही ठगी का शिकार हो जाते हैं।
दादरी क्षेत्र से कैसे जुड़ गए विदेश से संचालित होने वाले साइबर ठगी करने वाले गिरोह के तार ?
दरअसल, पुलिस ने गौर सिटी के पास से बिना वीजा के भारत में रह रहे एक चीनी और नेपाली नागरिक को गिरफ्तार किया है। इनके साथ पुलिस ने एक भारतीय नागरिक विनोद उर्फ अगस्त्या भाटी को भी गिरफ्तार किया है। विनोद भाटी दादरी क्षेत्र के कटेहरा गांव का रहने वाला है। पुलिस ने बताया कि विदेशी नागरिक को भारत में रहकर फ्रॉड करने में काफी असुविधा होती है। ऐसे में उन्हें आगे रखने के लिए एक भारतीय चेहरे की जरूरत होती है जो उन्हें जरूरत का सामान मुहैया कराए। उनकी मदद कर सके। पुलिस के अनुसार विनोद भाटी गिरफ्तार आरोपियों की मदद कर रहा था।
आरोपियों के पास से पांच सौ से अधिक एक्टिवेट सिम मिली, पुलिस की टेंशन बढ़ी
पुलिस द्वारा गिरफ्तार आरोपियों के पास से काफी सामान बरामद हुआ है। इनमें भारतीय टेलीकॉम कंपनियों की 531 एक्टिवेटिड सिम भी शामिल हैं। इससे पुलिस की चिंता बढ़ गई है। पुलिस इन सिमों को एकटिवेट कराने में प्रयोग किए गए भारतीय नागरिकों के दस्तावेजों की जांच कर रही है। इसके अतिरिक्त पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर 4 पासपोर्ट, 2 ड्राइविंग लाइसेन्स, 9 मोबाइल फोन, 10 क्रेडिट कार्ड, 2 डेबिट कार्ड़, 12 अन्य कार्ड, 2 आईडी कार्ड, 1 स्टाम्प मोहर, 11435 नेपाली करेन्सी, 2 डॉलर, 5 दिराम, 94710 भारतीय रुपये, 150 थाईलैण्ड करेन्सी, 5 युआन करेन्सी चाइना, 21 सौ कम्बोडियन करेन्सी, 3 चैक बुक, 2 मोबाइल चार्जर, 1 ईयर फोन, 1 डायरी, 1 पर्स, 1 नेपाली नागरिकता प्रमाण पत्र, 1 एयर इण्डिया का टिकट, 1 शंघाई होंगेकिआओ का बोर्ड़िंग पास, 2 अदद बैग भी बरामद किए हैं।