यमुना प्राधिकरण

यमुना प्राधिकरण का सीधा संदेश, उद्योग लगाओ वरना आवंटन होगा रद्द, आवंटियों को नोटिस जारी

Direct message of Yamuna Authority, set up industry or else allotment will be cancelled, notice issued to allottees

Panchayat 24 : यमुना प्राधिकरण (YEIDA) ने इंडस्ट्रियल प्लॉट लेने के बावजूद समय पर उद्योग न शुरू करने वाले आवंटियों पर सख्ती शुरू कर दी है। प्राधिकरण ने ऐसे सभी लोगों को सीधा संदेश दे दिया है कि या तो उद्योग लगाओ वरना आवंटन रद्द किया जाएगा।  निर्माण कार्य शुरू नहीं करने वाले उद्यमियों को नोटिस जारी कर निर्माण की समयबद्ध कार्ययोजना प्रस्तुत करने का आदेश दिया है।

यीडा द्वारा वर्ष 2013 में पहली औद्योगिक योजना शुरू की गई थी, जिसके अन्‍तर्गत अब तक कुल 3041 प्लॉट आवंटित किए जा चुके हैं। इनमें से 2297 आवंटियों को लीजडीड के लिए चेकलिस्ट जारी की जा चुकी है, जिनमें से 1836 आवंटी लीज डीड पूरी भी कर चुके हैं। फिर भी अधिकांश ने अभी तक इकाई का निर्माण शुरू नहीं किया है।

प्राधिकरण के अनुसार, 990 प्लॉटों पर नक्शा स्वीकृत हो चुका है, लेकिन अभी तक सिर्फ 15 औद्योगिक इकाइयां ही क्रियाशील हो पाई हैं। वहीं 533 आवंटियों ने लीजडीड कराने की प्रक्रिया अधूरी छोड़ी है, जबकि 1317 आवंटी ऐसे हैं जिन्होंने लीज के बाद नक्शा पास नहीं कराया। इन सभी को नोटिस भेजकर जवाब मांगा गया है।

उद्योगों के क्रियाशील न होने का सीधा असर क्षेत्र में रोजगार और क्षेत्र के विकास पर पड़ा है। प्राधिकरण के रिहायशी सेक्टरों में विकास की गति धीमी बनी हुई है क्योंकि जब तक स्थानीय स्तर पर रोजगार उपलब्ध नहीं होंगे, आबादी बढ़ने की संभावना भी सीमित रहेगी।

वहीं, इस मामले में उद्यमियों की भी अपनी ही समस्‍याएं हैं। उद्यमियों के अनुसार निर्माण कार्य में देरी के लिए प्राधिकरण को ही जिम्‍मेवार ठहराया है। उनका कहना है कि सेक्टरों में मूलभूत सुविधाओं की भारी कमी है। सेक्टर 32 और 33 में 12 साल बीतने के बाद भी 115 आवंटियों को प्लॉट नहीं मिल पाए हैं। कई सेक्टरों में 75 मीटर और 30 मीटर सड़कें अधूरी, सीवर और जल आपूर्ति जैसी आधारभूत सेवाएं पूरी नहीं हैं। सेक्टर 33 का मुख्य द्वार भी आज तक नहीं बना है।

यमुना एक्‍सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के सीईओ राकेश कुमार सिंह ने बताया कि प्राधिकरण आवंटियों के साथ बैठकें कर रहा है ताकि निर्माण में देरी की वास्तविक वजहें समझी जा सकें। उन्होंने कहा, “हमने सभी से उनकी कार्ययोजना मांगी है। यदि वे बताएंगे कि किस समयसीमा में निर्माण पूरा करेंगे, तो हम उनकी बातों पर विचार करेंगे, लेकिन निष्क्रियता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

राकेश कुमार सिंह, सीईओ, यमुना एक्‍सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण

बता दें कि यमुना प्राधिकरण ने अब तक सेक्टर 24, 24A, 28, 29, 32 और 33 में औद्योगिक भूखंड आवंटित किए हैं। इनमें टॉय पार्क, अपैरल पार्क, MSME पार्क, हैंडीक्राफ्ट पार्क, MDP और सेमीकंडक्टर पार्क जैसी परियोजनाएं शामिल हैं। हालांकि सेक्टर 28, 29 और 33 में अब तक कोई भी इकाई संचालन में नहीं आ पाई है।

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