जेवर विधानसभा

भाजपा को एक सूत्र में पिरोने के मिशन पर निकले डॉ महेश शर्मा, जेवर विधायक के घर पहुंचकर दिया सकारात्‍मक संदेश

Dr. Mahesh Sharma set out on a mission to unite BJP, reached Jewar MLA's house and gave a positive message.

Panchayat 24 : गौतम बुद्ध नगर लोकसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी ने डॉ महेश शर्मा को अपना उम्‍मीदवार घोषित किया है। इसके बाद से वह गौतम बुद्ध नगर भाजपा को एक सूत्र में पिरोने के मिशन पर निकल पड़े हैं। इस क्रम में वह जेवर विधायक ठाकुर धीरेन्‍द्र सिंह के घर पहुंचे। वहां उन्‍होंने जेवर विधायक से आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर रणनीति पर चर्चा की। डॉ महेश शर्मा का अचानक जेवर विधायक ठाकुर धीरेन्‍द्र सिंह के रबूपुरा स्थित आवास पर पहुंचने की घटना के राजनीतिक पंडित बड़े अर्थ लगा रहे हैं। बता दें कि डॉ महेश शर्मा लोकसभा चुनाव का टिकट घोषित होने के बाद एमएलसी नरेन्‍द्र भाटी, जिला पंचायत अध्‍यक्ष अमित चौधरी, दादरी विधायक तेजपाल सिंह नागर, एमसलसी श्रीचंद शर्मा, सिकंद्राबाद विधायक लक्ष्‍मीराज सहित पार्टी के वरिष्‍ठ नेताओं के घर पहुंचकर तथा कार्यक्रमों में मुलाकात कर चुके हैं।

क्‍या है पूरा मामला ?

दरअसल, गौतम बुद्ध नगर जिला भाजपा में एक दशक से भी अधिक समय से चली आ रही गुटबाजी किसी से छुपी नहीं है। जेवर विधायक ठाकुर धीरेन्‍द्र सिंह ने साल 2017 में भाजपा ज्‍वाइन की थी। भाजपा ने उन्‍हें जेवर विधानसभा सीट से प्रत्‍याशी बनाया था। धीरेन्‍द्र सिंह ने यहां से जीत दर्ज कर पार्टी को उपहार दिया था। विधानसभा चुना के कुछ समय बाद ही जेवर विधायक और डॉ महेश शर्मा के बीच कुछ मतभेद उभरने लगे थे। साल 2019 के लोकसभा चुनाव और साल 2024 के विधानसभा चुनावों में दोनों के बीच वैचारिक तल्‍खी उभरकर सतह पर आ चुकी थी। परिणामस्‍वरूप ठाकुर धीरेन्‍द्र सिंह गौतम बुद्ध नगर भाजपा में डॉ महेश शर्मा विरोधी गुट का बड़ा चेहरा बनकर उभरे। पिछला एक दोनों गुटों के बीच चल रहे कोल्‍डवार का चरम साबित हुआ। दोनों गुटों के समर्थकों ने सोशल मीडिया पर जमकर एक दूसरे का विरोध किया था। हालात यहां तक आ गए थे कि ठाकुर धीरेन्‍द्र सिंह गुट ने वर्तमान सांसद डॉ महेश शर्मा के विरोध में पार्टी नेतृत्‍व के सामने गौतम बुद्ध नगर लोकसभा सीट पर अपनी दावेदारी पेश की थी। आगामी लोकसभा चुनाव में गौतम बुद्ध नगर लोकसभा सीट पर भाजपा प्रत्‍याशी घोषित किए जाने के बाद डॉ महेश शर्मा ने जेवर विधायक ठाकुर धीरेन्‍द्र सिंह के आवास पर पहुंचकर सबको चौंका दिया है।

सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्‍वास की राह पर डॉ महेश शर्मा

भाजपा द्वारा गौतम बुद्ध नगर लोकसभा सीट से पार्टी प्रत्‍याशी घोषित किए जाने के बाद डॉ महेश शर्मा न केवल अपने करीबी माने जाने वाले नेताओं के घर पहुंचकर मुलाकात कर रहे हैं। वहीं, धुर विरोधी माने जाने वाले जेवर विधायक ठाकुर धीरेन्‍द्र सिंह के घर पहुंचकर प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी के मूल मंत्र, सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्‍वास को चरितार्थ करने का प्रयास कर रहे हैं। जेवर विधायक ठाकुर धीरेन्‍द्र सिंह के घर डॉ महेश शर्मा के पहुंचने के राजनीतिक पंडित गौतम बुद्ध नगर भाजपा के लिए शुभ संकेत मान रहे हैं। जानकारों का मानना है कि साल 2009 से भाजपा में चली आ रही गुटबाजी पर डॉ महेश शर्मा विराम लगाना चाहते हैं। रबूपुरा पहुंचकर जेवर विधायक से मुलाकात को इसी से जोड़कर देखा जा रहा है। जानकारों का मानना है कि गौतम बुद्ध नगर भाजपा के लिए यह एक बड़ी घटना है। इससे जिले की भाजपा में नेताओं के आपसी रिश्‍तों पर जमी बर्फ पिंघलेगी। यह पार्टी के लिए सुखद संकेत है। जानकारों का मानना है कि डॉ महेश शर्मा के विरोधी गुट के नेता के घर पहुंचने को एक मास्‍टर स्‍ट्रोक माना जा रहा है। यदि दूसरे गुट ने भी इस प्रयास को सकारात्‍मक तरीके से लिया तो लगभग डेढ दशक से चली आ रही गौतम बुद्ध नगर भाजपा की गुटबाजी का पटाक्षेप हो सकता है।

चुनाव से पूर्व जनता के बीच छोड़ा राजनीतिक संकेत, मिलेगा मनोवैज्ञानिक लाभ, पिंघलेगी रिश्‍तों पर जमी बर्फ ?

डॉ महेश शर्मा द्वारा पार्टी नेताओं के घर पहुंचकर मुलाकात करने से जिले में भाजपा की गुटबाजी समाप्‍त होगी अथवा नहीं ? पार्टी का विरोधी गुट उनके प्रयासों पर किस तरह की प्रतिक्रिया देगा ? यह आने वाला समय में होने वाला चुनाव ही बताएगा। जानकारों का मानना है कि जब एक बड़ा नेता अपने विरोधी के घर पहुंचता है तो उसके बड़े मायने होते हैं। यह घटना संकेत देता है कि पुराने मतभेदों को भूलकर नई शुरूआत करने का इरादा है। यह घटना डॉ महेश शर्मा की राजनीतिक परिपक्‍वता, समझ और दूरदृष्टि सोच को दर्शाता है। वर्तमान में विपक्षी दलों की कमजोर हालत को देखकर कहा जा रहा है कि डॉ महेश शर्मा अपनी संभावित जीत को रिकार्ड जीत में तब्‍दील करना चाहते है।

जानकारों का कहना है कि डॉ महेश शर्मा ने जेवर विधायक के आवास पर पहुंचकर जहां भाजपा के अंदर आपसी संबंधों पर जमी बर्फ को पिंघलाने का प्रयास किया है, वहीं विरोधी दलों को चुनाव से पूर्व स्‍पष्‍ट संकेद देने का प्रयास किया है कि भाजपा की गुटबाजी पार्टी का अंदरूनी मामला है। बाहरी लड़ाई में पार्टी एकजुट है। वहीं, ऐसा करके उन्‍होंने क्षेत्र की जनता को पार्टी की मजबूती का भी संकेत दिया है। उन्‍होंने इस चर्चा पर भी विराम लगाने का प्रयास किया है कि आगामी लोकसभा चुनाव में पार्टी की गुटबाजी कुछ खेल कर सकती है। इसका उन्‍हें मनोवैज्ञानिक लाभ भी मिलेगा।

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