दादरी थाने का नया पहरेदार : कालू को वर्दी से है लगाव, शहर में गश्त के दौरान रहता है पुलिस टीम के साथ
Dadri police station's new guard: Kalu is fond of the uniform and accompanies the police team on patrol in the city.

Panchayat 24 (ग्रेटर नोएडा) : फिल्मी पर्दे पर हाथी, बंदर, कुत्ता और पक्षियों के किरदार पर आधारित कई फिल्में दर्शकों का खूब मनोरंजन करती रही हैं। इन फिल्मों में पालतू जानवरों की वफादारी को दिखाया गया है। तेरी महरबानियां और मां ऐसी ही हिन्दी फिल्में हैं जिनके केन्द्र में कुत्ते का किरदार है। दोनों ही फिल्मों ने दर्शकों का न केवल मनोरंजन किया बल्कि इंसान और कुत्ते के बीच के संबंध को एक नया आयाम भी दिया है। इन दिनों दादरी कस्बे में भी एक कुत्ता काफी चर्चा में हैं। यह शहर में गश्त के दौरान पुलिस टीम के साथ रहता है। वहीं, दादरी थाने में किसी अन्य कुत्तों के प्रवेश का विरोध भी करता है। कई बार थाने के अंदर से भगाया गया है, इसके बावजूद थाने के मुख्य द्वार के पास रहता है। मौका मिलते ही थाने का भ्रमण कर बाहर निकल जाता है।

दरअसल, कुछ दिनों पहले दादरी थाने का एक कांस्टेबल थाने के पास सड़क किनारे खड़ा हुआ था । एक कुत्ता भागते हुए उसके पास पहुंचा। कुछ कुत्ते उसका पीछा कर रहे थे। वह घायल भी था। कांस्टेबल ने उसको अन्य कुत्तों से बचाया और थाने के अंदर चला गया। घायल कुत्ता कांस्टेबल के पीछे पीछे थाना परिसर में चला गया। कुछ देर बाद कांस्टेबल को देखकर वह उसके पास पहुंच गया और उसके पैरों को चाटने लगा। कांस्टेबल को लगा कि कुत्ता भूखा है। उसने कुत्ते को खाना खिला दिया। बस उस दिन से वह दादरी थाने के मुख्य द्वार एवं आसपास रह रहा है।

देशी नस्ल का यह कुत्ता थाने आने जाने वाले किसी भी व्यक्ति से कुछ नहीं कहता है। यहां आने जाने वाली किसी गाड़ी से भी इसको कोई मतलब नहीं है। हां, जैसे ही पुलिस की गाडी थाने से निकलती है, वह उसके पीछे-पीछे चल देता है। इतना ही नहीं, पुलिस टीम द्वारा रेलवे रोड़ पर होने वाली दैनिक गश्त का अनौपचारिक हिस्सा भी बनता है। इस दौरान वह पुलिस टीम के साथ रेलवे फ्लाई ओवर तक जाता है और वापस दादरी थाने तक लौटता है। कई बार पुलिस टीम द्वारा उसको गश्त के दौरान भगाने का प्रयास किया, लेकिन कुछ देर बाद वह फिर से पुलिस टीम के साथ समान दूरी पर चलता है।
गश्त के दौरान रास्ते में कुत्तों द्वारा हमले के भय से पुलिस टीम के बीच में भी आ जाता है। किसी को भी कुत्ते के बारे में कोई जानकारी नहीं है। उसका मालिक कौन है ? कहां से आया है ? थाने में लोग कुत्ते को कालू नाम से पुकारते हैं। उक्त कांस्टेबल द्वारा ही उसके खाने पीने का ध्यान रखा जा रहा है। रात के समय कालू दादरी थाने एवं उसके आसपास रहता है। पुलिस वर्दी से कालू के लगाव को देखकर लोग उसको पुलिस टीम का हिस्सा मान रहे हैं। कुछ लोग कह रहे हैं कि कालू और पुलिस के बीच पिछले जन्म का कोई रिश्ता है। आपका इस बारे में क्या कहना है ?