स्पेशल स्टोरी

दादरी क्षेत्र एक बार फिर बना एक और राष्‍ट्र नायक की मूर्ति के अनावरण का गवाह, इस बार माहौल बिल्‍कुल बदला हुआ था

Dadri area once again witnessed the unveiling of the statue of another national leader, this time the atmosphere was completely different

Panchayat 24 : दादरी क्षेत्र के लिए 8 मार्च गौरपूर्ण एवं ऐतिहाहिसक दिन बन गया। उत्‍तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ द्वारा एनटीपीसी के मख्‍य द्वार पर वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की भव्‍य, आकर्षक और मनमोहक मूर्ति का अनावरण किया गया। उन्‍होंने एनटीपीसी टाऊनशिप में स्थित महाराणा प्रताप स्‍टेडियम में एक जनसभा को भी संबोधित किया। सभा में महाराणा प्रताप की शूरवीरता, बलिदान और त्‍याग की गाथा को वक्‍ताओं ने अपने अंदाज में प्रस्‍तुत किया।

मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने सभा में अपने चिरपरिचित अंदाज में महाराणा प्रताप की वीरगाथा को लोगों के सामने प्रस्‍तुत किया। उन्‍होंने हल्‍दीघाटी को तीर्थ का दर्जा देते हुए चेतक की स्‍वामीभक्ति का भी गुणगान किया। उन्‍होंने महाराणा प्रताप को देश का सच्‍चा राष्‍ट्र नायक कहा। इसके अतिरिक्‍त छत्रपति शिवाजी और गुरूगोविंद सिंह को प्रेरणा स्रोत बताया। सभा में मौजूद लोगों के बीच से वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप का जयघोष बता रहा था कि उनके दिलों में किस तरह अपने नायक के प्रति सम्‍मान हिलौरे मार रहा है।

कार्यक्रम के दौरान मेरे मन में दादरी के मिहिर भोज डिग्री कॉलेज परिसर में  28 सितंबर 2021 को सम्राट मिहिर भोज की मूर्ति अनावरण का कार्यक्रम की यादें ताजा हो रही थी। मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ द्वारा मूर्ति का अनावरण किया गया था। लेकिन इस कार्यक्रम का माहौल बिलकुल अलग था। दरअसल, मूर्ति अनावरण स्‍थल पर लगे शिलापट पर सम्राट मिहिर भोज की जाति को अंकित किए जाने लेकर अचानक कार्यक्रम से ठीक पूर्व विवाद खड़ा हो गया। आज भी लोग इस विवाद को एक राजनीतिक साजिश मानते हैं।

मुख्‍यमंत्री ने कार्यक्रम के दौरान कहा था कि नौवीं सदी के महान धर्मरक्षक सम्राट मिहिर भोज की इस प्रतिमा के अनावरण में आना मेरा सौभाग्य है। इन पर केवल गुर्जरों को नहीं बल्कि पूरे समाज को गर्व करना चाहिए। इसके बावजूद विवाद नहीं रूका। इस विवाद का बड़ा नुकसान समाज को हुआ। जिस तरह से 8 मार्च के कार्यक्रम में जोश, उमंग और जिज्ञासा के साथ वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप के त्‍याग, बलिदान और शौर्य का यशगान किया गया, वैसा माहौल धर्मरक्षक सम्राट मिहिर भोज की मूर्ति के अनावरण के दौरान नहीं रहा।

युवा पीढी और क्षेत्र के लोग अपने इस नायक के शौर्य, पराक्रम और वीरता के किस्‍से सुनने से वंचित रह गई। लोगों के दिलों में जो स्‍थान धर्मरक्षक सम्राट मिहिर भोज के प्रति भावों से सराबोर होना चाहिए था, वहां राजनीतिक साजिश और द्वेष दिख रहा था। मेरी बात से कुछ लोग असहमत हो सकते हैं, लेकिन महापुरूष किसी जाति विशेष में पैदा हुआ हो, उस पर सम्‍पूर्ण समाज का अधिकार होता हे। वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की मूर्ति के अनावरण के अवसर पर मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने कहा ऐसे महापुरूषों को राष्‍ट्र नायक है और यह हमारी प्रेरणा है। जो इनका सम्‍मान नहीं करते वह विकृत मानसिकता के‍ शिकार हैं। अ‍त: देश के महापुरूष साजिश, राजनीतिक अथवा उदासीनता के नहीं, केवल सम्‍मान के हकदार हैं।

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