ग्रेटर नोएडा जोन

हैवानियत : बैटरी चोरी के शक में दबंगों ने दो युवकों को बनाया बंधक, गुप्‍तांग में डाला मिर्ची पाउडर, घटना का वीडियो वायरल

Horoscope: Dabangs made two youths hostage on suspicion of battery theft, chilli powder put in Guptang, video of incident viral

Panchayat 24 : ग्रेटर नोएडा जोन में एक वि‍चलित करने वाला मामला प्रकाश में आया है। जेवर कस्‍बे में कुछ दबंगों ने दो युवकों को बैटरी चोरी के शक में बंधक बना लिया। इसके बाद दोनों युवकों के गुप्‍तांग में मिर्ची पाउडर डाल दिया गया। इस दौरान दोनों युवक बुरी तरह तड़पते रहे। यह पूरी घटना किसी एकांत अथवा सुनसान स्‍थान पर नहीं घटी, बल्कि इसके गवाह लोगों की भीड़ बनी। लोगों की यह भीड़ पूरी तरह मूकदर्शक बनी रही। हालांकि भीड़ में से कुछ लोगों ने इस पूरी घटना का वीडियो बना। बाद में घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। मामला उच्‍च अधिकारियों के संज्ञान में आने पर पुलिस ने आनन फानन में कार्रवाई करते हुए तीन आरोपियों को गिफ्तार कर लिया। मामला जेवर कोतवाली क्षेत्र का है।

क्‍या है पूरा मामला ?

जानकारी के अनुसार जेवर कस्‍बे के मोहल्‍ला रावतिया निवासी संयज सिंह ने पुलिस को लिखित शिकायत दी है। उन्‍होंने पुलिस को बताया कि उनके ही पड़ोस में रहने वाले मोहरपाल और उसके दो साथी विशाल और उत्‍तम कुमार बीते शुक्रवार को उसके बेटे और उसके एक दोस्‍त को अपने साथ ले गए थे। बाद में पता चला कि दोनों युवकों पर बैटरी चोरी का आरोप लगाया गया था। इस संबंध में पूछताछ के लिए दोनों युवकों को तीनों लोग साथ लेकर गए हैं। । इसके बाद दोनों युवकों को हाथ बांध दिए और जमकर उनकी पिटाई भी कर दी। दोनों युवक दबंगों से छोड़ने की प्रार्थना करते रहे। शोर शराबा सुनकर वहां लोगों की भीड़ एकत्रित हो गई। लेकिन भीड़ केवल मूकदर्शक बनी रही। किसी ने भी उन्‍हें बचाने अथवा छुड़ाने का प्रयास नहीं किया। बेरहमी और हैवानियत की सारी हदें उस समय पार हो गई जब दबंगों ने दोनों युवकों के गुप्‍तांग में मिर्ची पाउडर भर दिया। मंगलवार को जब इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया तो पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। स्‍थानीय पुलिस ने तीनों आरोपियों मोहरपाल, विशाल और उत्‍तम कुमार को गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस की भूमिका पर भी उठ रहे हैं सवाल

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अनुसार पुलिस ने इस पूरे प्रकरण में सोमवार को दोनों पीडित युवकों को ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। पुलिस का कहना है कि दोनों युवकों के पास से फर्जी नंबर प्‍लेट लगी दो बाइक बरामद हुई थी। पूरे प्रकरण में प्रतीत हो रहा है कि पुलिस कुछ छिपाना चाहती है। दोनों युवकों को पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार कर जेल भेजा था जबकि उनके साथ शुक्रवार को हैवानियत और बेरहमी से अमानवीय व्‍यवहार हुआ था। फिर ऐसे कैसे हो सकता है कि पीडितों ने गिरफ्तारी के समय पुलिस को आपबीती नहींं बताई हो। यदि पीडितों ने आप बीती बताई थी तो फिर पुलिस ने इतने संगीन एवं गंभीर अपराध पर चुप्‍पी क्‍यों साधे रखी थी ?

डीसीपी ने एडीसीपी को सौंपी मामले की जांच 

मामले की गंभीरता को देखते हुए डीसीपी ग्रेटर नोएडा जोन साद मिया खां ने एडीसीपी अशोक शर्मा को मामले की जांच सौंपी हैं। डीसीपी का कहना है यदि मामले में पुलिस की लापरवाही अथवा संदिग्‍ध भूमिका का पता चलता है तो दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

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